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Jammu & Kashmir Bank का शेयर नई छलांग के लिए तैयार? एक्सपर्ट ने कही बड़ी बात

Jammu Kashmir Bank शेयर है नया मल्टीबैगर, आज हम एक ऐसे खास स्टॉक पर चर्चा करने जा रहे हैं। जो पिछले 18 सालों से खामोश था, लेकिन अब, कुछ समय से वो अपनी दमदार मौजूदगी दर्ज करा रहा है। कम वक्त में इस स्टॉक को लेकर न सिर्फ रिटेल निवेशकों की दिलचस्पी बढ़ी है बल्कि FIIs यानि फॉरेन इंस्टीट्यूशनल इन्वेस्टर्स भी इस पर मेहरबान हुए हैं। 18 साल में इसकी कंम्पाउंड एनुअल ग्रोथ रेट यनि CAGR को देखें तो बैंक का मुनाफा हर साल 11 प्रतिशत बढ़ा है।

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Jammu & Kashmir बैंक  में प्रमोटर की होल्डिंग करीब 63 प्रतिशत है, जो कि राज्य सरकार है।
Jammu & Kashmir बैंक में प्रमोटर की होल्डिंग करीब 63 प्रतिशत है, जो कि राज्य सरकार है।

Jammu & Kashmir Bank के ऐसे खास स्टॉक पर चर्चा करने जा रहे हैं। जो पिछले 18 सालों से खामोश था, लेकिन अब, कुछ समय से वो अपनी दमदार मौजूदगी दर्ज करा रहा है। कम में वक्त में इस स्टॉक को लेकर न सिर्फ रिटेल निवेशकों की दिलचस्पी बढ़ी है बल्कि FIIs यानि फॉरेन इंस्टीट्यूशनल इन्वेस्टर्स भी इस पर मेहरबान हुए हैं। आज हम इस स्टॉक के हर नेगेटिव और पॉजिटिव पहलू का बारीक विश्लेषण करेंगे और आपको समझाने की कोशिश करेंगे कि आने वाले दिनों में क्या ये स्टॉक नया ट्रेंड सेटर बन सकता है? क्या ये नया मल्टीबैगर बनकर उभरेगा? इस शेयर को लेकर एक्सपर्ट्स की क्या है राय, आइये सणजते हैं इस स्टॉक को 360 डिग्री । सबसे पहले इस स्टॉक के जुड़ी जनरल नॉलेज को थोड़ा बढ़ाते हैं। आपको बता दें कि इस बैंक में प्रमोटर की होल्डिंग करीब 63 प्रतिशत है, जो कि राज्य सरकार है। इस लिहाज से ये सरकारी बैंक हुआ। मार्च 2022 क्वार्टर में प्रमोटर की होल्डिंग इस बैंक में 70 प्रतिशत से ज्यादा थी, जो अब घटकर 63.41 प्रतिशत हो गई है। इसी तरह मार्च 2022 क्वार्टर में म्यूचुअल फंड्स की हिस्सेदारी करीब 0.21 प्रतिशत थी, जो अब मार्च 2023 में बढ़कर 0.92 प्रतिशत हो गई है। अब फॉरेन पोर्टफोलियो इन्वेस्टर्स यानि FPI पर भी नजर डाल लेते हैं। यहां भी इस स्टॉक को लेकर प्यार बढ़ा ही है। मार्च 2022 क्वार्टर में FPI की होल्डिंग महज 0.71 प्रतिशत थी जो अब बढ़कर 2.24 प्रतिशत हो गई है। वहीं रिटेल निवेशकों की भी हिस्सेदारी 22.04 प्रतिशत से बढ़कर 23.13 प्रतिशत हो गई है। HNIs की बात करें तो उन्होंने भी निवेश को डबल कर दिया है। 1.77 प्रतिशत से बढ़ाकर ये होल्डिंग 3.07 प्रतिशत हो गई है। लेकिन यहां LIC ने अपनी हिस्सेदारी घटाई है। पिछले साल मार्च क्वार्टर में LIC की होल्डिंग 1.53 प्रतिशत थी, जिसे अब घटकर 1.42 प्रतिशत रह गई है।

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18 साल में इसकी कंम्पाउंड एनुअल ग्रोथ रेट यनि CAGR को देखें तो बैंक का मुनाफा हर साल 11 प्रतिशत बढ़ा है।  ​
18 साल में इसकी कंम्पाउंड एनुअल ग्रोथ रेट यनि CAGR को देखें तो बैंक का मुनाफा हर साल 11 प्रतिशत बढ़ा है।

आपने इस शानदार डाटा के जरिए समझा कि पिछले एक साल में FPI से लेकर म्यूचुअल फंड्स, रिटेल निवेशकों से लेकर HNI तक इस शेयर पर बुलिश हैं। ऐसे में सवाल उठता है क्यों? इसका जवाब आपको मिलेगा, लेकिन सबसे पहले थोड़ा इतिहास में जाकर इस बैंक और स्टॉक से जुड़ी दूसरी जानकारियां भी बटोर लेते हैं। जिससे आपको और बेहतर पिक्चर क्लीयर होगी। 

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पिछले 18 साल में इसकी कंम्पाउंड एनुअल ग्रोथ रेट यनि CAGR को देखें तो बैंक का मुनाफा हर साल 11 प्रतिशत बढ़ा है। वहीं नेट इंटरेस्ट इनकम यानि NII की बात करें तो CAGR के हिसाब से ही इसमें भी 14 प्रतिशत की तेजी आई है। वहीं स्टॉक की चाल पर गौर करें तो आप पाएंगे कि साल 2010 का लेवल जो था उस वक्त, आज भी ये ये उसी पर ट्रेड कर रहा है। तो इसकी वजह भी समझ लेते हैं। 

इस पर प्रॉफिटमार्ट सिक्योरिटीज के अविनाश गोरक्षक का साफ कहना है कि अब हालात बदल गए हैं, जम्मू-कश्मीर में स्थिति लगातार बेहतर हो रही है, तो साल 2010 के लेवल से कंपेरिजन नहीं किया जाना चाहिए।

LIC की होल्डिंग 1.53 प्रतिशत थी, जिसे अब घटकर 1.42 प्रतिशत रह गई है।
LIC की होल्डिंग 1.53 प्रतिशत थी, जिसे अब घटकर 1.42 प्रतिशत रह गई है।

अब इसके दूसरे हिस्से पर चलते हैं, अगर इस स्टॉक की चाल पर गौर करेंगे तो कई चीजें आपको बता चलेंगी। पिछले 5 सालों में इस स्टॉक ने करीब 4 प्रतिशत का रिटर्न दिया। लेकिन कुछ वक्त पहले का यानि एक साल के आंकड़े को देखेंगे तो आपको समझ में आएगी कि ये तेजी कुछ वक्त पहले ही आई है। पिछले एक साल में देखें तो ये शेयर 83% तक उछला है। 6 महीने के रिटर्न को देखें तो इस जम्मू एंड कश्मीर बैंक ने 37 प्रतिशत तक का उछाल दर्ज हुआ है। वहीं एक महीने की बात की जाए तो इस स्टॉक ने करीब 11.50 प्रतिशत दिया है। 

वहीं इसके रिजल्ट्स को देखें तो वित्त वर्ष 2022-23 में इसका प्रॉफिट अपने सबसे ऊंचे स्तर पर पहुंच गया है। जो कि करीब 1,197 करोड़ है। वहीं पिछले 10 सालों में कैपिटल एडिक्वेसी रेश्यो भी अपने उच्चतम स्तर पर है, जो करीब 15.39 प्रतिशत है। वहीं NPA की बात करें तो ये पिछले 8 सालों में सबसे कम पहुंच गया है। जो करीब 6.04 प्रतिशत है। जबकि पिछले साल ये 8.67 प्रतिशत था। 

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वहीं बैंक के मैनेजिंग डायरेक्टर और CEO बलदेव प्रकाश का साफ कहना है कि हमने उम्मीद से बेहतर नंबर दिए हैं। वित्त वर्ष 2022-23 के दौरान पूरे भारत में लोन बुक में 20 प्रतिशत की तेजी आई है। हम लगातार अपनी बिजनेस स्ट्रेटर्जी को बदल रहे हैं और रिस्क को कम करने की कोशिश कर रहे हैं।

अब ऐसे में सवाल उठता है कि जब FPI से लेकर म्यूचुअल फंड्स, रिटेल निवेशकों इसमें अपनी हिस्सेदारी बढ़ा रहे हैं तो क्या इसमें आने वाले दिनों में तेजी आ सकती है हैं? अगर हां तो कितनी? 

J&K Bank के शेयर का टाइम आ गया
J&K Bank के शेयर का टाइम आ गया

इसका जवाब देते हुए प्रॉफिटमार्ट सिक्योरिटीज के अविनाश गोरक्षक ने कहा कि ये स्टॉक बहुत अट्रैक्टिव लग रहा है। आने वाले एक-डेढ़ साल में इसमें 20 से 25 प्रतिशत की तेजी देखी जा सकती है। 

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अब ऐसे में आखिरी सवाल उठता है कि क्या जम्मू एंड कश्मीर बैंक अपने कंपिटिटर्स बैंकों से बेहतर है, इसका किन बैंकों के साथ कम्पेयर किया जा सकता है?

इसका जवाब देते हुए प्रॉफिटमार्ट सिक्योरिटीज के अविनाश गोरक्षक ने कहा कि फेडरल और IDFC बैंक से इसकी तुलना कर सकते हैं। इन बैंकों से जम्मू एंड कश्मीर बैंक ने बेहतर रिजल्ट्स दिए हैं। ये बैंक जम्मू-कश्मीर से बाहर बिजनेस को बढ़ाने में लगातार कोशिश कर रहा है। 

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तो अब आपके सामने पूरी पिक्चर क्लीयर है। तो मार्केट एक्सपर्ट साफ का साफ तौर पर मानना है कि आने वाले दिनों में ये स्टॉक नई उड़ान भर सकता है। लेकिन ये देखना होगा कि जम्मू एंड कश्मीर बैंक का शेयर अपने किस नए टारगेट पर पहुंचता है।

डिस्क्लेमर: हमारी ओर से आपको किसी भी शेयर में खरीदारी की सलाह नहीं दी जा रही है। कहीं भी निवेश करने के लिए अपने वित्तीय सलाहकार की सलाह जरूर लें।

Disclaimer: ये आर्टिकल सिर्फ जानकारी के लिए है और इसे किसी भी तरह से इंवेस्टमेंट सलाह के रूप में नहीं माना जाना चाहिए। BT Bazaar अपने पाठकों और दर्शकों को पैसों से जुड़ा कोई भी फैसला लेने से पहले अपने वित्तीय सलाहकारों से सलाह लेने का सुझाव देता है।