भारत की ग्रोथ स्टोरी में टूरिज्म कितना जरूरी?
आज वर्ल्ड टूरिज्म डे है और भारत में पर्यटन सबसे बड़ी सर्विस इंडस्ट्री है। पर्यटन उद्योग भारत के लिए कितना मायने रखता है। ये आप आंकड़ों से भी समझ सकते हैं...

कश्मीर की मनमोहक खूबसूरत वादी हो या गोवा के दिलकश बीच की सैर, पर्वतों और समंदर का रमणीक संगम स्थल हो या रिवर राफ्टिंग, स्कूबा डाइविंग जैसे एडवेंचर का शौक। पर्यटन के लिहाज से भारत दुनिया के चुनिंदा देशों में से एक है। हाल के सालों में भारत में एडवेंचर टूरिज्म के साथ साथ धार्मिक पर्यटन का क्रेज तेजी से बढ़ा है। आज वर्ल्ड टूरिज्म डे है और भारत में पर्यटन सबसे बड़ी सर्विस इंडस्ट्री है। पर्यटन उद्योग भारत के लिए कितना मायने रखता है। ये आप आंकड़ों से भी समझ सकते हैं...
भारत की कुल जीडीपी में पर्यटन उद्योग का योगदान 6.23 फीसदी है।
भारत के कुल रोजगार में 8.78 फीसदी योगदान है।
भारत में सालाना 1 करोड़ से ज्यादा विदेशी पर्यटक घूमने आते हैं।
जबकि 70 करोड़ से ज्यादा घरेलू सैलानी हर साल भ्रमण करते हैं।
2023 में भारत में करोड़ पर्यटक
2023 में भारत में करीब 1.92 करोड़ पर्यटक आए। जिसमें महाराष्ट्र, गुजरात और पश्चिम बंगाल में सबसे अधिक अंतरराष्ट्रीय पर्यटक आए। इन आंकड़ों में पिछले कुछ सालों से सालाना बढ़ोतरी देखी जा रही है। इसकी एक वजह ये भी है कि हाल के सालों में भारत में आध्यात्मिक टूरिज्म का क्रेज तेजी से बढ़ा है। कोरोना की वजह से पर्यटन पर दो तीन साल का ब्रेक जरूर लगा, लेकिन कोरोना के खात्मे के बाद पर्यटन उद्योग को फिर पंख लग गए। पर्यटन उद्योग अब फिर पूरे जोश और रफ्तार से आगे बढ़ चला है।
विश्व पर्यटन दिवस पर टूरिज्म को और बढ़ावा देने के रास्ते तलाशे जा रहे हैं। पर्यटन को लेकर जागरूकता फैलाने के मकसद से हर साल 27 सितंबर को विश्व पर्यटन दिवस मनाया जाता है। हर साल एक नए देश को पर्यटन दिवस की मेजबानी मिलती है। इस साल पूर्वी यूरोप का देश जॉर्जिया पर्यटन दिवस का मेजबान देश बना है...
विश्व पर्यटन दिवस
संयुक्त राष्ट्र विश्व व्यापार संगठन ने पूरी दुनिया में पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए 1980 में इसकी शुरुआत की थी। 27 सितंबर 1970 को UNWTO को मान्यता मिली थी। इसी वजह से 27 सितंबर को पर्यटन दिवस के तौर पर चुना गया।
संयुक्त राष्ट्र विश्व व्यापार संगठन हर साल नई थीम निर्धारित करता है। इसके जरिए पर्यटन से जुड़े मुद्दों पर ध्यान केंद्रित करने की कोशिश की जाती है..इस साल पर्यटन दिवस की थीम टूरिज्म और पीस यानी पर्यटन-शांति रखी गई है। इस थीम का मकसद राष्ट्रों और संस्कृतियों के बीच शांति और समझ को बढ़ावा देना है...साथ ही सुलह प्रक्रियाओं का समर्थन करने में इस क्षेत्र की अहम भूमिका को उजागर करना है।
पिछले कुछ महीनों में देश विदेश में टूरिज्म तेजी से बढ़ा है...इस बदलाव से होटल व्यवसायी और टूरिज्म इंडस्ट्री से जुड़े लोगों में उत्साह बढ़ा है.. उम्मीद की जा रही है कि आने वाले वक्त में पूरी दुनिया में टूरिज्म की रफ्तार नई बुलंदियों तक पहुंचेगा।