विनेश फोगाट का CAS फैसला: ओलंपिक अयोग्यता मामले में 13 अगस्त तक की देरी
विनेश फोगट के ओलंपिक अयोग्यता मामले में कोर्ट ऑफ आर्बिट्रेशन फॉर स्पोर्ट्स (CAS) ने निर्णय की तारीख 13 अगस्त तक टाल दी, जिससे उनके करियर का भविष्य अनिश्चित बना हुआ है।

भारतीय पहलवान विनेश फोगाट के ओलंपिक अयोग्यता मामले में कोर्ट ऑफ आर्बिट्रेशन फॉर स्पोर्ट्स (CAS) ने निर्णय की तारीख को 13 अगस्त तक टाल दिया है। यह मामला तब सुर्खियों में आया जब विनेश को 50 किलोग्राम महिला कुश्ती स्पर्धा के फाइनल मुकाबले के लिए वजन कम करने में असफल रहने के कारण अयोग्य घोषित किया गया था।
विनेश फोगाट का अयोग्यता मामला
विनेश फोगाट, जो तीन बार की ओलंपियन हैं, ने 7 अगस्त को अपने फाइनल मुकाबले से पहले वजन जांच में 100 ग्राम अधिक पाए जाने के कारण अयोग्यता का सामना किया। उन्होंने पहले दिन वजन की सीमा के भीतर 49.90 किलोग्राम वजन किया था, लेकिन प्रतियोगिता के दौरान उनकी स्थिति में बदलाव आया। विनेश ने पहले तीन मुकाबले जीते थे, जिसमें ओलंपिक चैंपियन यूई सुसाकी को हराना भी शामिल था।
CAS की सुनवाई
CAS ने 9 अगस्त को इस मामले की सुनवाई की, जिसमें विनेश ने वर्चुअली भाग लिया। सुनवाई में विनेश के वकीलों ने यह तर्क दिया कि उनका वजन बढ़ना स्वाभाविक था और यह किसी धोखाधड़ी का परिणाम नहीं था। उनके वकील, वरिष्ठ अधिवक्ता हरीश साल्वे और विदुष्पत सिंहानिया ने विनेश के अधिकार की रक्षा की और कहा कि उन्होंने पहले दिन वजन की सीमा का पालन किया था।
सुनवाई के दौरान, CAS की एकल मध्यस्थ डॉ. अन्नाबेल बेनेट ने सभी पक्षों के तर्कों को सुना। भारतीय ओलंपिक संघ (IOA) ने विनेश का समर्थन करते हुए कहा कि वे उसकी उपलब्धियों पर गर्व महसूस करते हैं।
निर्णय की टालने की वजहें
CAS ने 10 अगस्त को एक बयान जारी किया जिसमें कहा गया कि विनेश के अयोग्यता के खिलाफ अपील पर निर्णय 11 अगस्त तक टाल दिया गया है। इस निर्णय का समय बढ़ाने का कारण सुनवाई में सभी पक्षों द्वारा विस्तृत तर्क प्रस्तुत करना था। CAS ने कहा कि अंतिम आदेश बाद में जारी किया जाएगा।
विनेश की भावनाएँ
विनेश फोगाट ने अपनी अयोग्यता के बाद सोशल मीडिया पर भावुक पोस्ट किया, जिसमें उन्होंने कहा, "माँ कुश्ती मुझ पर जीत गई, मैं हार गई। मुझे माफ करना, तुम्हारा सपना और मेरी हिम्मत टूट गई।" उन्होंने कुश्ती से संन्यास लेने की घोषणा की, लेकिन बाद में CAS के निर्णय की प्रतीक्षा कर रही हैं।
भारतीय सरकार की प्रतिक्रिया
इस मामले में भारतीय सरकार ने भी हस्तक्षेप किया है। खेल मंत्री ने कहा कि भारतीय ओलंपिक समिति ने यूडब्ल्यूडब्ल्यू के साथ इस निर्णय के खिलाफ एक मजबूत विरोध दर्ज कराया है। यह स्थिति न केवल विनेश के लिए, बल्कि पूरे भारतीय खेल समुदाय के लिए महत्वपूर्ण है।
CAS का महत्व
CAS का यह निर्णय खेलों की दुनिया में महत्वपूर्ण है, क्योंकि यह न केवल विनेश के करियर को प्रभावित करेगा, बल्कि यह ओलंपिक खेलों में नियमों के पालन और उनके कार्यान्वयन पर भी सवाल उठाता है।
आगे क्या हो सकता है?
विनेश फोगाट की अपील का परिणाम ओलंपिक खेलों के अंत से पहले आने की उम्मीद है। यदि CAS विनेश के पक्ष में निर्णय देता है, तो उन्हें संयुक्त रजत पदक मिल सकता है। यह भारतीय कुश्ती के लिए एक महत्वपूर्ण क्षण होगा, और यह दिखाएगा कि कैसे नियमों के तहत खेलों में न्याय किया जाता है।
इस मामले ने न केवल विनेश के लिए बल्कि भारतीय खेलों के लिए भी एक नई बहस को जन्म दिया है। यह देखना दिलचस्प होगा कि CAS का अंतिम निर्णय क्या होता है और क्या विनेश को उसके संघर्ष का फल मिलेगा।
विनेश फोगाट का मामला भारतीय खेलों में एक महत्वपूर्ण मोड़ है। यह न केवल उनके व्यक्तिगत करियर को प्रभावित करेगा, बल्कि यह पूरे खेल समुदाय के लिए एक उदाहरण बनेगा कि कैसे नियमों का पालन किया जाता है और कैसे खिलाड़ियों के अधिकारों की रक्षा की जाती है। CAS का निर्णय इस मामले में एक महत्वपूर्ण कदम होगा, और सभी की नजरें अब 13 अगस्त की तारीख पर हैं।