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एआई को तेजी से अपना रहे हैं भारतीय! चैटजीपीटी के सबसे अधिक यूजर्स भारत से

भारत के यूजर्स ने अमेरिका (USA) को भी पछाड़ दिया है। भारत में चैटजीपीटी को व्यापक रूप से अपनाया जाना सिर्फ एक जिज्ञासा ही नहीं बल्कि इस बात का संकेत भी है कि भारत एआई-आधारित वर्क मॉडल को अपनाने के लिए तैयार है।

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Open AI ChatGPT: भारत के लोग किसी भी बदलाव या नई चीज को अपनाने के लिए हमेशा से आगे रहे हैं। कुछ ऐसा ही ओपन एआई के चैटजीपीटी (ChatGPT) के साथ भी हुआ है। वेंचर कैपिटल फर्म बॉन्ड (BOND) की ट्रेंड्स - आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस रिपोर्ट के अनुसार, भारत अब चैटजीपीटी के लिए सबसे बड़ा यूजर्स बेस बन गया है। 

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भारत के यूजर्स ने अमेरिका (USA) को भी पछाड़ दिया है। भारत में चैटजीपीटी को व्यापक रूप से अपनाया जाना सिर्फ एक जिज्ञासा ही नहीं बल्कि इस बात का संकेत भी है कि भारत एआई-आधारित वर्क मॉडल को अपनाने के लिए तैयार है।

चीन और रूस के बाद, जहाँ चैटजीपीटी प्रतिबंधित है, भारत में डीपसीक के लिए सबसे बड़ा यूजर्स बेस भी है। यह इस बात को और पुष्ट करता है कि भारत न सिर्फ एआई को तेजी से अपना रहा है, बल्कि इसके उपभोग में ग्लोबल लीडर के रूप में उभर रहा है।

रिपोर्ट के अनुसार, जनवरी 2018 और अप्रैल 2025 के बीच अमेरिका में AI से जुडे़ रोल के लिए जॉब पोस्टिंग में 448% की वृद्धि हुई है, जबकि इसी अवधि में नॉन-AI टेक जॉब के लिए पोस्टिंग में 9% की गिरावट आई है।

रिपोर्ट के अनुसार, बैंक ऑफ़ अमेरिका की AI-संचालित सहायक एरिका (Erica) ने 2018 से अब तक दो बिलियन से ज़्यादा ग्राहक इंटरैक्शन संभाले हैं और अब उन्हें क्लाइंट के लिए "मिशन कंट्रोल" के रूप में डिस्क्राइब किया जाता है।

जेपी मॉर्गन में, AI धोखाधड़ी का पता लगाने से लेकर आइडिया जनरेशन तक सभी विभागों में एंड-टू-एंड आधुनिकीकरण को आगे बढ़ा रहा है, जिससे प्रोडक्टिविटी में 65% तक की वृद्धि हुई है।

एआई का प्रभाव सिर्फ व्हाइट-कॉलर जॉब तक सीमित नहीं है। कैसर परमानेंट के डॉक्टर अब रियल टाइम में मरीजों की विजिट का डॉक्यूमेंटेशन करने के लिए परिवेशी एआई स्क्राइब पर निर्भर हैं, जिससे उन्हें मरीज को देखने का ज्यादा समय मिलता है। 

हाल ही में एक टेक शिखर सम्मेलन में NVIDIA के सीईओ जेन्सेन हुआंग ने कहा था कि एआई अब बुनियादी ढांचे का हिस्सा है।