Stock Market: बजट के बाद आज पहले दिन बाज़ार लाल निशान में खुला
शुरुआती कमजोरी के बाद, 30-साझेदारी वाला बीएसई सेंसेक्स 233.7 अंक गिरकर 80,195.34 पर पहुंच गया। एनएसई निफ्टी 73.45 अंक गिरकर 24,405.60 पर आ गया।

शेयर बाजार में बुधवार को शुरुआती कारोबार में सेंसेक्स और निफ्टी में गिरावट आई, जो बजट दिन की गिरावट को बढ़ाते हुए दिखाई दी। सरकार द्वारा भविष्य और विकल्पों पर प्रतिभूति लेनदेन कर (STT) बढ़ाने की प्रस्तावना ने निवेशकों के मनोबल को प्रभावित किया। इसके अलावा, विदेशी फंडों की निकासी और वैश्विक बाजारों में कमजोर प्रवृत्ति ने घरेलू बाजारों पर नकारात्मक प्रभाव डाला।
शुरुआती कमजोरी के बाद, 30-साझेदारी वाला बीएसई सेंसेक्स 233.7 अंक गिरकर 80,195.34 पर पहुंच गया। एनएसई निफ्टी 73.45 अंक गिरकर 24,405.60 पर आ गया।
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प्रमुख कंपनियों का प्रदर्शन
सेंसेक्स की सूची में हिंदुस्तान यूनिलीवर ने 3 प्रतिशत की गिरावट दर्ज की, क्योंकि कंपनी ने अप्रैल-जून FY25 में केवल 2.2 प्रतिशत की वृद्धि के साथ ₹ 2,612 करोड़ का समेकित शुद्ध लाभ रिपोर्ट किया। अन्य प्रमुख गिरावट में बजाज फाइनेंस, नेस्ले, एचसीएल टेक्नोलॉजीज, अल्ट्राटेक सीमेंट, महिंद्रा एंड महिंद्रा और अदानी पोर्ट्स शामिल थे।
हालांकि, आईटीसी, टाटा मोटर्स, टेक महिंद्रा और एनटीपीसी जैसे शेयरों में बढ़त देखने को मिली।
बजट का प्रभाव
बजट के दिन, प्रमुख बेंचमार्क सूचकांकों ने अस्थिर व्यापार में मामूली गिरावट दर्ज की। मंगलवार को बीएसई बेंचमार्क 73.04 अंक या 0.09 प्रतिशत गिरकर 80,429.04 पर बंद हुआ। निफ्टी 30.20 अंक या 0.12 प्रतिशत गिरकर 24,479.05 पर बंद हुआ।
एशियाई बाजारों में, सियोल, टोक्यो और हांगकांग में गिरावट देखी गई, जबकि शंघाई में वृद्धि हुई। अमेरिकी बाजारों ने भी मंगलवार को मामूली गिरावट दर्ज की।
विदेशी निवेशकों की निकासी
विदेशी संस्थागत निवेशकों (FIIs) ने मंगलवार को ₹ 2,975.31 करोड़ के शेयरों को बेचा, जिससे बाजार में और गिरावट आई।
तेल की कीमतें
वैश्विक तेल बेंचमार्क ब्रेंट क्रूड की कीमत 0.38 प्रतिशत बढ़कर USD 81.32 प्रति बैरल हो गई।
बजट की घोषणा के बाद, निवेशकों के मनोबल में गिरावट आई है, जिससे शेयर बाजार में महत्वपूर्ण गिरावट आई। वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण द्वारा पूंजीगत लाभ कर में वृद्धि, विशेष रूप से दीर्घकालिक पूंजीगत लाभ (LTCG) कर को 10% से बढ़ाकर 12.5% और अल्पकालिक पूंजीगत लाभ (STCG) कर को 15% से बढ़ाकर 20% करने के निर्णय ने निवेशकों को चिंतित किया। इसके अलावा, शेयर बायबैक पर कर लगाने की घोषणा ने भी बाजार की स्थिति को प्रभावित किया है।
इस प्रकार, बजट की घोषणाओं ने निवेशकों के बीच अनिश्चितता पैदा कर दी है, जिससे शेयर बाजार में महत्वपूर्ण गिरावट आई है।