PSU Stock: 563 करोड़ रुपये का डिफेंस ऑर्डर मिला, फिर भी गिर गया सरकारी शेयर; स्टॉक प्राइस 400 रुपये से कम
BEL Share: शुक्रवार के कारोबारी सत्र में सरकारी कंपनी BEL के शेयर लाल निशान पर कारोबार कर रहे हैं। जबकि, कंपनी को 563 करोड़ रुपये का डिफेंस ऑर्डर मिला है।

सरकारी डिफेंस कंपनी भारत इलेक्ट्रॉनिक्स लिमिटेड (BEL) को एक बार फिर से बड़ा ऑर्डर मिला है। कंपनी ने शुक्रवार को बताया कि उसे 563 करोड़ रुपये के नए डिफेंस कॉन्ट्रैक्ट मिले हैं। लेकिन हैरानी की बात ये रही कि इस खबर के बाद भी शेयर में गिरावट देखने को मिली। शुक्रवार को शेयर करीब 1% गिरकर ₹394 पर पहुंच गया।
शेयर में गिरावट क्यों?
शेयर में आई गिरावट की एक वजह बाजार में मुनाफावसूली हो सकती है। निवेशक शॉर्ट टर्म में मुनाफा लेकर बाहर निकलते हैं, जिसकी वजह से कभी-कभी अच्छे खबरों के बावजूद शेयर गिर जाता है
क्या है नया डिफेंस ऑर्डर?
स्टॉक एक्सचेंज फाइलिंग से मिली जानकारी के अनुसार BEL को देश की सुरक्षा से जुड़े कुछ खास सिस्टम्स बनाने का ऑर्डर मिला है। कंपनी को ऐसा सिस्टम बनाना है जो समुद्र में दुश्मन की हरकतों पर नजर रखेगा, जिसे नेशनल मैरिटाइम डोमेन अवेयरनेस सिस्टम कहा जाता है। इसके अलावा कंपनी नेविगेशन सिस्टम भी बनाएगी जो GPS के बिना भी दुश्मन पर सटीक हमला कर सकें।
इसके साथ कंपनी एडवांस संचार सिस्टम, जैमर, टारगेट को पहचानने वाले सिस्टम, और कई जरूरी डिफेंस डिवाइसेज की सप्लाई भी BEL ही करेगी।
जून में भी मिला था बड़ा ऑर्डर
ये पहला मौका नहीं है जब BEL को बड़ा ऑर्डर मिला हो। जून 2025 में भी कंपनी को 3,000 करोड़ रुपये से ज्यादा के ऑर्डर मिले थे। ये ऑर्डर भारतीय नौसेना के जहाजों के लिए जरूरी मिसाइल सिस्टम्स और उनके स्पेयर पार्ट्स की सप्लाई को लेकर थे।
BEL ने ये कॉन्ट्रैक्ट मझगांव डॉक शिपबिल्डर्स (MDL) और गार्डन रीच शिपबिल्डर्स एंड इंजीनियर्स (GRSE) से हासिल किए थे।
टाटा के साथ मिलकर बनाएगी चिप
BEL अब सिर्फ डिफेंस उपकरण ही नहीं बना रही, बल्कि सेमीकंडक्टर और एडवांस टेक्नोलॉजी पर भी फोकस कर रही है। इसी को लेकर 6 जून 2025 को BEL और टाटा इलेक्ट्रॉनिक्स ने साथ मिलकर काम करने का एलान किया था। दोनों कंपनियां अब चिप डिजाइनिंग, असेंबली और फैब्रिकेशन जैसे प्रोजेक्ट्स पर काम करेंगी।
विदेशी निवेशक दिखा रहे भरोसा
BEL में विदेशी निवेशकों (FII) की दिलचस्पी भी बढ़ रही है। जून 2025 तिमाही में FII ने अपनी हिस्सेदारी को 17.55% से बढ़ाकर 18.56% कर लिया है। इसका मतलब है कि विदेशी निवेशक कंपनी को भविष्य के लिए मजबूत मान रहे हैं।