NSE Unlisted Share: 2 हफ्ते में 60% चढ़ा स्टॉक, एनलिस्ट ने बताया अब क्या करना रहेगा सही?
NSE Unlisted Share: पिछले दो हफ्तों में नेशनल स्टॉक एक्सचेंज ऑफ इंडिया (NSE) के शेयरों में करीब 60 प्रतिशत की उछाल आई है। वहीं गैर-सूचीबद्ध बाजार में यह शेयर 2,400 रुपये पर बिक रहा है।

पिछले दो हफ्तों में नेशनल स्टॉक एक्सचेंज ऑफ इंडिया (NSE) के शेयरों में करीब 60 प्रतिशत की उछाल आई है। वहीं गैर-सूचीबद्ध बाजार में यह शेयर 2,400 रुपये पर बिक रहा है। दो सप्ताह पहले यह शेयर 1,500 रुपये प्रति शेयर पर था। रिटेल इन्वे्टर की बढ़ती दिलचस्पी और इसके आईपीओ को लेकर चल रही चर्चा के कारण शेयर की कीमत में उछाल आ रहा है।
खुदरा निवेशकों की संख्या 1 लाख के आंकड़े को पार कर गई है, जो किसी भी गैर-सूचीबद्ध कंपनी के लिए सबसे अधिक है। निवेशकों में 'छूट जाने का डर' या 'फोमो' की भावना है कि क्या उनके पास अभी भी एनएसई शेयर खरीदने का मौका है या प्री-आईपीओ बाजार में तेज उछाल के बाद यह एक छूटा हुआ अवसर बन गया है।
एनएसई का मूल्यांकन आकर्षक है। अल्मॉन्ड्ज ग्लोबल के वरिष्ठ इक्विटी रिसर्च एनालिस्ट सिमरनजीत सिंह भाटिया ने कहा कि एनएसई का मौजूदा मूल्यांकन गैर-सूचीबद्ध बाजार में आकर्षक है।
उन्होंने कहा कि एनएसई वर्तमान में 70 के पी/ई पर कारोबार कर रहा है, जबकि बीएसई 83 के पीई पर कारोबार कर रहा है। एनएसई का रेवेन्यू वित्त वर्ष 22-वित्त वर्ष 25 के दौरान 33 प्रतिशत की सीएजीआर से बढ़कर 19,177 करोड़ रुपये हो गया, जबकि इसका नेट प्रॉफिट वित्त वर्ष 22-वित्त वर्ष 25 के दौरान 36 प्रतिशत की सीएजीआर से बढ़कर 12,188 करोड़ रुपये हो गया।
एनएसई ने अपने नेट प्रॉफिट में साल-दर-साल (YoY) 6.55 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज की, जो 2,650.11 करोड़ रुपये रहा, जबकि इसकी कंसोलिडेट टोटल इनकम 4,397 करोड़ रुपये रही। पूरे वित्त वर्ष 2024-25 के लिए, एनएसई ने अपने नेट प्रॉफिट में 47 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज की, जो 12,187.94 करोड़ रुपये रहा। वहीं, कुल राजस्व में 16.7 प्रतिशत की वृद्धि हुई और यह 19,176.83 करोड़ रुपये रहा। इसने 35 रुपये प्रति शेयर के डिविडेंड की भी घोषणा की।
मेहता इक्विटीज के सीनियर वाइस प्रेसिडेंट (रिसर्च) प्रशांत तापसे ने कहा कि एनएसई अपने लिस्टेड पीयर के मुकाबले काफी डिस्काउंट पर उपलब्ध है, जिससे आईपीओ के लागू होने पर संभावित लिस्टिंग लाभ की उम्मीदें मजबूत होती हैं।
2,400 रुपये के नवीनतम शेयर मूल्य पर, एनएसई का कुल बाजार पूंजीकरण करीब 5.9 लाख करोड़ रुपये है। यह न्यूयॉर्क स्टॉक एक्सचेंज, नैस्डैक, शंघाई स्टॉक एक्सचेंज और टोक्यो स्टॉक एक्सचेंज के बाद कुल एमकैप के मामले में इसे दुनिया का पांचवा सबसे बड़ा स्टॉक एक्सचेंज बनाता है। यह एमकैप इसे भारत की शीर्ष-10 सबसे मूल्यवान कंपनियों में से एक बनाता है।
प्रॉफिटमार्ट सिक्योरिटीज के शोध प्रमुख अविनाश गोरक्षकर ने कहा कि एनएसई नकदी पैदा करने वाली मशीन है और भारत में ऑपरेशनल होने वाले सबसे बड़े एक्सचेंजों में से एक है। उन्होंने कहा हमारा मानना है कि एनएसई का प्रदर्शन बहुत अच्छा रहने की उम्मीद है क्योंकि भारत में पूंजी बाजारों की पहुंच कम है और अगले 5 वर्षों में इसमें मजबूती से वृद्धि की काफी गुंजाइश है।
एनएसई को दुनिया भर में ट्रेड की संख्या के हिसाब से सबसे बड़ा डेरिवेटिव एक्सचेंज और इक्विटी में दूसरा सबसे बड़ा एक्सचेंज माना जाता है। एनएसई के पास Q4FY25 तक इक्विटी फ्यूचर्स में 99.8 प्रतिशत, कैश सेगमेंट में 94.6 प्रतिशत, करेंसी डेरिवेटिव्स में 93.9 प्रतिशत और इक्विटी ऑप्शंस में 81.2 प्रतिशत बाजार हिस्सेदारी थी।
मुंबई स्थित धरावत सिक्योरिटीज के हितेश धरावत ने कहा कि आईपीओ की चर्चा ने काउंटर पर जबरदस्त हलचल पैदा कर दी है। एक्सचेंज ने गैर-सूचीबद्ध बाजार निवेशकों को अच्छा मुनाफा दिया है, जो हमें थोड़ा सतर्क बनाता है। उन्होंने कहा आईपीओ पर कोई भी स्पष्टता स्टॉक के लिए अगला बड़ा ट्रिगर होगी।