scorecardresearch

Brokerage की रिपोर्ट के बाद धड़ाम हुआ रेलवे स्टॉक, क्या अब खरीदें शेयर या नहीं

Railway Stocks: शेयर बाजार में रेलवे कंपनी के शेयर में बड़ी बिकवाली देखने को मिली है। कंपनी के शेयर ब्रोकरेज रिपोर्ट और तिमाही नतीजों के बाद गिर गए हैं।

Advertisement
Jupiter Wagons: Systematix Institutional Equities has reduced its FY26 Ebitda and PAT estimates by 7.8 per cent and 8.4 per cent and 13.5 per cent and 14.9 per cent for FY27 primarily owing to the lower execution of wagons. 
Jupiter Wagons: Systematix Institutional Equities has reduced its FY26 Ebitda and PAT estimates by 7.8 per cent and 8.4 per cent and 13.5 per cent and 14.9 per cent for FY27 primarily owing to the lower execution of wagons. 

आज के ट्रेडिंग सेशन में रेलवे सेक्टर (Railway Sector) जुपिटर वैगन्स (Jupiter Wagons) के शेयर में बिकवाली देखने को मिली। शेयर (Jupiter Wagons Share) में लगातार दूसरे दिन गिरावट आई। आज स्टॉक की कीमत ₹393.10 हो गई। वहीं सोमवार को स्टॉक का प्राइस ₹457.20 था, अब इस शेयर की कीमत 14 फीसदी गिर गई है। 

advertisement

सम्बंधित ख़बरें

खबर लिखते वक्त कंपनी के शेयर 3 फीसदी गिरकर ₹397 प्रति शेयर पर ट्रेड कर रहे थे। 

शेयर में आई अचानक बिकवाली की वजह ब्रोकरेज रिपोर्ट भी है। इसके अलावा कंपनी के कमजोर तिमाही नतीजों के कारण भी शेयर में गिरावट आई है।

कैसी है कंपनी की फाइनेंशियल परफॉर्मेंस (Jupiter Wagons Financial Performance)

स्टॉक एक्सचेंज फाइलिंग से मिली जानकारी के अनुसार पिछले वित्त वर्ष की मार्च तिमाही में कंपनी का नेट प्रॉफिट 103 करोड़ रुपये है। पिछले साल की समान तिमाही में कंपनी का कुल मुनाफा 105 करोड़ रुपये था। इसके अलावा कंपनी की कुल इनकम भी 1,127 करोड़ से घटकर 1,057 करोड़ रुपये हो गई है। 

क्या है ब्रोकरेज की राय (Jupiter Wagons Share Price Target)

तिमाही नतीजे के बाद कई ब्रोकरेज फर्म ने कंपनी के रेटिंग और टारगेट प्राइस में बदलाव किया है। ब्रोकरेज Antique Stock Broking ने स्टॉक का टारगेट प्राइस रुपये से घटाकर 431 रुपये कर दिया। वहीं, Systematix Institutional Equities ने भी FY26 के लिए EBITDA 7.8% और PAT 8.4% के अनुमान में कटौती की है।

ब्रोकरेज रिपोर्ट्स के मुताबिक वैगनों के कम ऑर्डर और डिलीवरी की सुस्त रफ्तार चिंता का कारण बनी हुई है। इसके अलावा भारतीय रेलवे (Indian Railways) से व्हीलसेट सप्लाई में देरी ने भी कंपनी की बिक्री पर असर डाला है। 

Disclaimer: ये आर्टिकल सिर्फ जानकारी के लिए है और इसे किसी भी तरह से इंवेस्टमेंट सलाह के रूप में नहीं माना जाना चाहिए। BT Bazaar अपने पाठकों और दर्शकों को पैसों से जुड़ा कोई भी फैसला लेने से पहले अपने वित्तीय सलाहकारों से सलाह लेने का सुझाव देता है।