
Top 5 PSU Stocks: बिना शेयर बेचे हर साल कमाई? ये 5 सरकारी स्टॉक्स दे रहे तगड़ा डिविडेंड
Top 5 PSU Stocks: अगर आप स्टॉक में निवेश करते हैं तो हम आपको पांच टॉप सरकारी शेयर के बारे में बताएंगे जो हर साल निवेशकों को शानदार डिविडेंड देता है।

Top 5 PSU Dividend Stocks: अगर आप शेयर बाजार में ऐसे निवेश की तलाश कर रहे हैं जिससे हर साल आपकी जेब में पैसे आते रहें वो भी बिना शेयर बेचे तो सरकारी कंपनियों के कुछ खास शेयर आपके लिए फायदे का सौदा साबित हो सकते हैं। ये कंपनियां हर साल अच्छा मुनाफा कमाती हैं और उसी का हिस्सा अपने निवेशकों को डिविडेंड (Dividend) के रूप में बांटती हैं।
डिविडेंड क्या होता है? (What is Dividend?)
डिविडेंड वो पैसा होता है जो कंपनी अपने मुनाफे से शेयर होल्डर्स को देती है। अगर आपने किसी कंपनी के शेयर खरीद रखे हैं तो वो कंपनी अपने मुनाफे से हर साल कुछ रुपये आपके बैंक अकाउंट में सीधे भेजती है। इसे ही डिविडेंड इनकम (Dividend Income) कहा जाता है।
डिविडेंड यील्ड क्यों होता है जरूरी?
डिविडेंड यील्ड (Dividend Yield) ये बताता है कि आपके शेयर पर सालाना कितना प्रतिशत रिटर्न आपको मिल रहा है। मान लीजिए आपने ₹100 का शेयर खरीदा और कंपनी ने ₹8 का डिविडेंड दिया, तो इसका मतलब हुआ 8% डिविडेंड यील्ड। ऐसे शेयर उन लोगों के लिए बढ़िया होते हैं जो हर साल स्टेबल इनकम चाहते हैं।
Motilal Oswal की ताजा रिपोर्ट के मुताबिक भारत की कई सरकारी कंपनियां ऐसी हैं जो न सिर्फ मुनाफा कमा रही हैं बल्कि लगातार अच्छा डिविडेंड भी दे रही हैं। ये कंपनियां लॉन्ग टर्म निवेशकों के लिए फायदेमंद साबित हो सकती हैं।
टॉप डिविडेंड देने वाली सरकारी कंपनियां

इन कंपनियों ने पिछले कुछ सालों में अपने निवेशकों को सालाना अच्छा खासा रिटर्न दिया है। खासकर IOCL और चेन्नई पेट्रो ने तो 8% से ज्यादा का डिविडेंड यील्ड दिया है।
इन स्टॉक्स में निवेश क्यों फायदेमंद है?
सरकारी कंपनियों में सरकार की हिस्सेदारी होती है, जिससे ये ज्यादा भरोसेमंद मानी जाती हैं। ये कंपनियां हर साल अच्छा मुनाफा कमाती हैं और अपने निवेशकों को उसका फायदा देती हैं। अगर आप रिटायर्ड हैं, या ऐसा निवेश चाहते हैं जिसमें हर साल बिना कुछ किए इनकम आती रहे तो ये स्टॉक्स आपके लिए बढ़िया ऑप्शन हो सकते हैं।
हालांकि डिविडेंड यील्ड अच्छा हो, इसका मतलब ये नहीं कि आंख मूंदकर पैसा लगा दिया जाए। कंपनी की मौजूदा फाइनेंशियल हालत, ग्रोथ पोटेंशियल और इंडस्ट्री ट्रेंड को ध्यान में रखकर ही निवेश करना चाहिए।