अनिल अंबानी की कंपनी जुटाएगी ₹9000 करोड़, शेयर बना मल्टीबैगर
अनिल अंबानी की कंपनी Reliance Power के शेयर एक बार फिर से फोकस में आ गए हैं। कंपनी ने बताया कि वह 9000 करोड़ रुपये जुटाने की योजना में है।

अनिल अंबानी (Anil Ambani) की कंपनी रिलायंस पावर (Reliance Power) एक बार फिर फोकस में है। कभी 1 रुपये तक टूट चुका ये शेयर अब रॉकेट जैसी तेजी पकड़ चुका है। अब कंपनी ने अपने कारोबार को और मजबूत करने के लिए ₹9000 करोड़ जुटाने का प्लान बनाया है।
5 साल में दिया 5600% से ज्यादा रिटर्न
रिलायंस पावर का शेयर एक वक्त 260 रुपये से भी ऊपर था, लेकिन 2008 के बाद इसमें लगातार गिरावट आई। मार्च 2020 में स्टॉक का प्राइस सिर्फ ₹1.15 पर आ गया। इसके बाद इसने रिकवरी शुरू की और अब तक करीब 5616% की उछाल दे चुका है। गुरुवार को ये शेयर ₹66.60 के स्तर पर ट्रेड करता नजर आया।
₹9000 करोड़ जुटाने की प्लानिंग
रिलायंस पावर के बोर्ड ने कंपनी को ₹9000 करोड़ जुटाने की मंजूरी दे दी है। इसमें से ₹6000 करोड़ इक्विटी इंस्ट्रूमेंट्स के जरिए और ₹3000 करोड़ डिबेंचर्स के जरिए जुटाए जाएंगे। कंपनी ये रकम क्यूआईपी, एफपीओ और गैर-परिवर्तनीय डिबेंचर्स के माध्यम से लाएगी। ये फैसला कंपनी की ग्रोथ और फाइनेंशियल स्थिति को और मजबूत करने की दिशा में अहम माना जा रहा है।
घाटे से मुनाफे में पहुंची कंपनी
मार्च 2024 की तिमाही में कंपनी को ₹125.6 करोड़ का नेट लॉस हुआ, जबकि पिछले साल इसी तिमाही में उसे ₹397.6 करोड़ का घाटा हुआ था। वहीं कंपनी का EBITDA भी 1109% की बढ़त के साथ ₹589.8 करोड़ पहुंच गया, जो पहले केवल ₹48.8 करोड़ था। इससे साफ है कि कंपनी की फाइनेंशियल स्थिति में बड़ा सुधार हुआ है।
1 साल में पैसे को किया डबल
अगर किसी निवेशक ने पिछले साल इस शेयर में पैसा लगाया होता तो उसे 137% का रिटर्न मिल चुका होता। यानी एक साल में ही पैसे दोगुने से भी ज्यादा। वहीं, पिछले 6 महीनों में भी ये स्टॉक 55% से ज्यादा का रिटर्न दे चुका है।
रिलायंस पावर लिमिटेड के बारे में
रिलायंस पावर लिमिटेड अनिल अंबानी के रिलायंस ग्रुप का हिस्सा है। यह भारत में बिजली प्रोडक्शन की प्रोजेक्ट के निर्माण और संचालन में लगी हुई है। इसके पास लगभग 6000 मेगावाट की बिजली प्रोडक्शन कैपेसिटी है। हाल के सालों में कंपनी ने भारत और विदेशों में कई डील की हैं, जिससे इसके शेयर में नई जान आ गई है।