Adani Airport News: अडानी ग्रुप की इस कंपनी का आएगा IPO
अडानी ग्रुप एक बार फिर सुर्खियों में आ गए है। इस बार गौतम अडानी की नजर नई कंपनी को लिस्ट कराने पर है। मौजूदा वक्त में अडानी ग्रुप की करीब 10 कंपनियां शेयर मार्केट में लिस्ट हैं।

अडानी ग्रुप एक बार फिर सुर्खियों में आ गए है। इस बार गौतम अडानी की नजर नई कंपनी को लिस्ट कराने पर है। मौजूदा वक्त में अडानी ग्रुप की करीब 10 कंपनियां शेयर मार्केट में लिस्ट हैं। ऐसे में अब कौन सी कंपनी की लिस्टिंग कराने की तैयारी में है गौतम अडानी? मीडिया रिपोर्ट्स की मानें तो ग्रुप की फ्लैगशिप कंपनी अदाणी एंटरप्राइजेज ने लिस्टिंग के लिए प्लान और टाइमलाइन बनाने का काम भी शुरू कर दिया है। ऐसे में कौन सी कंपनी का IPO की तैयारी है? कब तक IPO आ सकता है? तमाम सवालों के जवाब के लिए।
Also Read: Vedanta Share News: ब्लॉक डील के बीच वेदांता के शेयरों में 6% की गिरावट
डाणी ग्रुप की अभी कुल 10 कंपनियां
देखिए अडानी ग्रुप की अभी कुल 10 कंपनियां शेयर मार्केट में लिस्टेड हैं। इनका मार्केट कैपिटलाइजेशन 16.94 लाख करोड़ रुपए है। मार्केट कैपिटलाइजेशन के लिहाज अडानी एंटरप्राइजेज, ग्रुप की सबसे बड़ी कंपनी है। इसका मार्केट कैप 3.61 लाख करोड़ रुपए है। अब आते हैं मुद्दे पर पोर्ट से लेकर एनर्जी, एयरपोर्ट, जिंस, सीमेंट और मीडिया जैसी कंपनियों को लिस्ट कराने के बाद बिलियनएयर Gautam Adani की नजर अब अपने एयरपोर्ट बिजनेस को शेयर बाजार में लिस्ट करने पर टिकी है।
अडानी ग्रुप का एयरपोर्ट बिजनेस
अडानी ग्रुप के एयरपोर्ट बिजनेस के बारे में समझते हैं। अडाणी एयरपोर्ट्स देश की सबसे बड़ी एयरपोर्ट ऑपरेटर कंपनी है। अडानी एंटरप्राइजेज के पास देश में आठ एयरपोर्ट हैं, जिनमें से 7 ऑपरेशनल हैं और नवी मुंबई अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे के साल के आखिरी तक पूरा होने की संभावना है। इन एयरपोर्ट्स में मुंबई, लखनऊ, अहमदाबाद, जयपुर, गुवाहाटी, तिरुवनंतपुरम और मैंगलोर शामिल हैं। 2019 में बिडिंग में मिली जीत के बाद ग्रुप के पास इन एयरपोर्ट को ऑपरेट करने की जिम्मेदारी अगले 50 सालों तक की है।
Also Watch: पैसा अपनी जेब में रख रहा Groww, निवेश नहीं करने का आरोप !
टोटल एयर पैसेंजर मूवमेंट
भारत में अगर आप टोटल एयर पैसेंजर मूवमेंट को देखें तो इसमें अडानी एयरपोर्ट्स करीब 23 प्रतिशत हैंडल करता है। वहीं एयर कारगो ट्रैफिक का प्रतिशत करीब 33 परसेंट हैं। आंकड़ों के हिसाब से देखें तो हर चौथा एयर पैसेंजर, अडानी एयरपोर्ट के जरिए फ्लाइट लेता है। अडानी ग्रुप आने वाले 10 सालों में एयरपोर्ट बिजनेस में करीब 1.75 लाख करोड़ रुपए निवेश करने की तैयारी कर रहा है। अब यहां सवाल उठता है कि एयरपोर्ट कंपनी को ही लिस्ट करने की तैयारी क्यों है? आप देखिए पिछले 10 सालों में भारत में एयर ट्रैफिक 10 गुना बढ़ चुका है। आप खुद एयरपोर्ट पर जाएं तो महसूस कर सकते हैं किस तरह का एयर ट्रैफिक देखने को मिलता है। जितनी ज्यादा पैसेंजर की कैपिसिटी बढ़ेगी, उतना ही एयरपोर्ट इंफ्रा पर काम बढ़ेगा।
कब तक IPO आ सकता है?
अब ऐसे में सवाल उठता है कि कब तक IPO आ सकता है और IPO के जरिए कितना फंड जुटाने की तैयारी है? तो मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक कंपनी इसके जरिए 16 से 25 हजार करोड़ रुपए जुटाना चाहती है और साथ कंपनी वित्त वर्ष 2027-28 तक IPO की प्रोसेस को पूरा करना चाहती है। इसका मतलब ये हुआ कि आने वाले 4 सालों में अडानी ग्रुप की एयरपोर्ट कंपनी लिस्ट होने की तैयारी कर रही है।
अडानी ग्रुप ने वित्त वर्ष 2024-25
अडानी ग्रुप ने वित्त वर्ष 2024-25 में अपनी कंपनियों में करीब 1.3 लाख करोड़ रुपये निवेश करने की योजना बनाई है। ग्रुप के सीएफओ जुगेशिंदर सिंह ने एक इंटरव्यू में कहा कि ग्रुप ने कारोबार बढ़ाने के लिए अगले 7 से 10 साल में 100 अरब डॉलर के निवेश अनुमान को दोगुना कर दिया है। उन्होंने कहा कि ग्रुप की पोर्ट से लेकर एनर्जी, एयरपोर्ट, जिंस, सीमेंट और मीडिया सेक्टर में मौजूद कंपनियों में कुल निवेश का 70% आंतरिक संसाधनों से किया जाएगा और बाकि रकम कर्ज के जरिए जुटाई जाएगी।