scorecardresearch

अपनी सेहत का ध्यान रखने के लिए आज लें हेल्थ इंश्योरेंस, आपके लिए बेस्ट रहेगा इतना सम-इंश्योर्ड

Health Insurance: आज के समय में हेल्थ इंश्योरेंस काफी जरूरी हो गया है। लेकिन सवाल आता है कि आपके लिए कौन-सा सम-इंश्योर्ड बेस्ट रहेगा। आइए, जानते हैं कि हेल्थ इंश्योरेंस क्यों जरूरी है।

Advertisement

आजकल की जिंदगी में सबसे कीमती चीज अगर कुछ है तो वो हमारी सेहत है। लेकिन जब भी हम बीमार पड़ते हैं और किसी प्राइवेट अस्पताल का बिल देखते हैं तो समझ में आता है कि अब इलाज सस्ता नहीं रहा। छोटी-सी बीमारी में भी हजारों रुपये खर्च हो जाते हैं और गंभीर बीमारियों में लाखों रुपये लगते हैं। ऐसे में अगर आपके पास हेल्थ इंश्योरेंस (Health Insurance) नहीं है, तो सारा बोझ आपकी जेब पर पड़ता है।

advertisement

सम्बंधित ख़बरें

हेल्थ इंश्योरेंस कैसे करता है मदद?

हेल्थ इंश्योरेंस एक तरह की सुरक्षा है। अगर आप बीमार पड़ते हैं या अचानक अस्पताल जाना पड़ जाए तो इंश्योरेंस कंपनी आपके इलाज का खर्च उठाती है। ज्यादातर कंपनियां आपको कैशलेस इलाज की सुविधा देती हैं यानी आपको पैसे देने की जरूरत नहीं पड़ती, बिल सीधे इंश्योरेंस कंपनी भरती है। इससे आपकी सेविंग बचती है और इलाज में देरी नहीं होती।

हेल्थ इंश्योरेंस पर आपको इनकम टैक्स में भी छूट मिलती है। सेक्शन 80D के तहत आप ₹25,000 से लेकर ₹75,000 तक टैक्स बचा सकते हैं।

भारत में इलाज हो रहा महंगा

भारत में हर साल इलाज का खर्च 15% तक बढ़ रहा है। सरकारी अस्पतालों में भीड़ बहुत होती है और सुविधाएं कम हैं। इसलिए ज्यादातर लोग प्राइवेट अस्पतालों में जाते हैं। प्राइवेट अस्पताल में ऑपरेशन, ICU या टेस्ट के लिए लाखों रुपये लग सकते हैं। कैंसर, हार्ट सर्जरी जैसी बीमारियां तो आम आदमी की पहुंच से बाहर हो जाती हैं। ऐसे में हेल्थ इंश्योरेंस आपके लिए सहारा बन सकता है।

कम प्रीमियम में मिलेगा बड़ा फायदा 

अगर आप 30 साल की उम्र में हेल्थ इंश्योरेंस लेते हैं तो आपको सालाना करीब ₹6,000 से ₹10,000 के बीच प्रीमियम देना होता है। इसके बदले में आपको ₹5 लाख तक का कवरेज मिल सकता है। कोई अचानक अस्पताल में भर्ती होता है, जैसे पथरी या बुखार, तो इलाज का सारा खर्च इसी पॉलिसी से कवर हो जाता है।

कवरेज कितना होना चाहिए?

आज के जमाने में कम से कम ₹5 लाख की हेल्थ पॉलिसी हर किसी के पास होनी चाहिए। अगर आप किसी मेट्रो सिटी में रहते हैं जैसे दिल्ली, मुंबई, बेंगलुरु तो ₹10 लाख या उससे ज्यादा की पॉलिसी बेहतर मानी जाती है। अगर आप अकेले हैं तो 5 लाख काफी है, लेकिन अगर आप फैमिली के लिए ले रहे हैं तो फ्लोटर पॉलिसी लें। इससे पति-पत्नी, बच्चे और माता-पिता एक साथ कवर हो जाते हैं। इसके लिए 10 से 20 लाख रुपये का कवरेज समझदारी है।

गंभीर बीमारियों का भी इलाज संभव

कुछ बीमारियां जैसे कैंसर या हार्ट अटैक का इलाज काफी महंगा होता हैं । इनसे बचाव के लिए आप क्रिटिकल इलनेस कवर या टॉप-अप पॉलिसी भी ले सकते हैं। इससे कम प्रीमियम में बहुत ज्यादा कवरेज मिल सकता है।

advertisement

किस उम्र में लेनी चाहिए पॉलिसी?

हेल्थ इंश्योरेंस जितनी जल्दी लेंगे उतना बेहतर है। कम उम्र में प्रीमियम सस्ता होता है और कंपनी जल्दी कवरेज दे देती है। अगर 60 साल के बाद लेते हैं तो प्रीमियम बहुत बढ़ जाता है और कई बीमारियां पहले सालों में कवर नहीं होतीं।

पॉलिसी लेते समय क्या ध्यान रखें?

जब भी हेल्थ इंश्योरेंस लें तो इस बात का ध्यान रखें कि वो कंपनी कैशलेस इलाज, नो-क्लेम बोनस, बड़े अस्पतालों का नेटवर्क, और कम को-पेमेंट दे रही हो। आप रूम रेंट की लिमिट और बीमारियों की वेटिंग लिस्ट भी अच्छे से पढ़ लें।

कौन-कौन सी कंपनियां देती हैं हेल्थ इंश्योरेंस?

भारत में कई अच्छी कंपनियां हेल्थ इंश्योरेंस देती हैं जैसे Star Health, Niva Bupa, HDFC Ergo, ICICI Lombard, Bajaj Allianz वगैरह। आप ऑनलाइन या एजेंट के जरिए इन्हें खरीद सकते हैं।