scorecardresearch

एसआईपी करने के लिए सबसे अच्छी तारीख कौन सी है? आप जानते हैं इसका जवाब

नए निवेशक हैं उनके मन में यह सवाल अक्सर आता है कि आखिर SIP करने की सबसे अच्छी तारीख कौन सी है? चलिए डिटेल में जानते हैं। 

Advertisement

Mutual Fund SIP: सिस्टमैटिक इन्वेस्टमेंट प्लान (SIP) भारत में लॉन्ग टर्म निवेश का पसंदीदा जरिया बन चुके हैं। हर महीने एक तय राशि म्यूचुअल फंड में निवेश करने से न सिर्फ वित्तीय अनुशासन आता है बल्कि मार्केट टाइमिंग की उलझनों से भी बचा जा सकता है। हाालंकि जो नए निवेशक हैं उनके मन में यह सवाल अक्सर आता है कि आखिर SIP करने की सबसे अच्छी तारीख कौन सी है? चलिए डिटेल में जानते हैं। 

advertisement

सम्बंधित ख़बरें

SIP करने की कौन सी सबसे अच्छी तारीख? 

ज्यादातर निवेशक महीने की 1 से 10 तारीख के बीच SIP रखना पसंद करते हैं। यह अवधि आमतौर पर सैलरी के क्रेडिट होने के आसपास होती है, जिससे खाते में पैसे उपलब्ध रहते हैं और निवेश बना रहता है। इससे SIP असफल होने का जोखिम भी घटता है, जो कि महीने के अंत में फंड की कमी के चलते आम बात है।

आंकड़े दिखाते हैं कि SIP की तारीख से आपके रिटर्न्स पर कोई ठोस फर्क नहीं पड़ता। असली सफलता लगातार निवेश करने में है, न कि सही दिन पकड़ने में।

हालांकि 28 से 31 तारीख तक SIP करने से बचने की सलाह दी जाती है। महीने का अंत आते-आते खर्च बढ़ जाता है, बैंक छुट्टियां या वीकेंड की वजह से ट्रांजैक्शन में देरी हो सकती है, जिससे NAV का लाभ भी प्रभावित हो सकता है।

कुछ निवेशक NAV ट्रेंड देखकर महीने की “सही” तारीख चुनने की कोशिश करते हैं, लेकिन आंकड़े दर्शाते हैं कि ऐसा कोई फॉर्मूला लंबे समय में ज्यादा फायदा नहीं देता। 

कुछ अनुभवी निवेशक SIP को दो तारीखों पर बांटते हैं जैसे 5 और 20 तारीख। यह रणनीति महीनें के भीतर बाजार के उतार-चढ़ाव को थोड़ा और कैप्चर कर सकती है, लेकिन इसका प्रभाव भी सीमित होता है। तो बात साफ है कि SIP में सबसे जरूरी है अनुशासन और निरंतरता। सही तारीख चुनना छोड़िए, अपनी आय के तुरंत बाद SIP सेट करिए और निवेश को लंबी अवधि तक जारी रखिए।

Disclaimer: म्यूचुअल फंड्स निवेश बाज़ार जोखिमों के अधीन है। ये आर्टिकल सिर्फ जानकारी के लिए है और इसे किसी भी तरह से इंवेस्टमेंट सलाह के रूप में नहीं माना जाना चाहिए। BT Bazaar अपने पाठकों और दर्शकों को पैसों से जुड़ा कोई भी फैसला लेने से पहले अपने वित्तीय सलाहकारों से सलाह लेने का सुझाव देता है।