सिर्फ रिटर्न और ब्रांड नहीं, Mutual Fund में देखें ये 5 बातें- तभी होगा सही निवेश
म्यूचुअल फंड्स के बीच तुलना करने के लिए आपको फंड का प्रदर्शन, खर्च, जोखिम स्तर और निवेश उद्देश्य जैसे चीजों को भी देखना होता है। चलिए जानते हैं म्यूचुअल फंड की तुलना करना क्यों जरूरी है और इसे कैसे करें?

Mutual Fund Comparison: आज निवेशकों के पास म्यूचुअल फंड के रूप में कई विकल्प उपलब्ध हैं, लेकिन सही फंड चुनने के लिए सिर्फ नाम या ब्रांड पर भरोसा करना काफी नहीं है। म्यूचुअल फंड्स के बीच तुलना करने के लिए आपको फंड का प्रदर्शन, खर्च, जोखिम स्तर और निवेश उद्देश्य जैसे चीजों को भी देखना होता है। चलिए जानते हैं म्यूचुअल फंड की तुलना करना क्यों जरूरी है और इसे कैसे करें?
म्यूचुअल फंड की तुलना करना क्यों जरूरी?
हर फंड की अपनी अलग रणनीति, रिटर्न और जोखिम प्रोफाइल के साथ आता है। सही फंड का चुनाव आपके निवेश से जुड़े रिटर्न और सुरक्षा दोनों को प्रभावित करता है। इसलिए म्यूचुअल फंड की तुलना अपने जरूरत के हिसाब से करना जरूरी है।
म्यूचुअल फंड की तुलना कैसे करें?
1. फंड का प्रदर्शन चेक करें
पिछले 1 साल, 3 साल और 5 साल के रिटर्न की तुलना करें। इससे आपको फंड की स्थिरता और लगातार रिटर्न देने की क्षमता का अंदाजा मिलेगा।
2. खर्च और चार्जेस समझें
Expense Ratio, एग्जिट लोड और मैनेजमेंट फीस जैसे चार्जेस को नजरअंदाज न करें। ये सीधे आपके रिटर्न को प्रभावित करते हैं।
3. जोखिम का वैल्यूएशन करें
Sharpe Ratio, Standard Deviation और Beta जैसे संकेत, फंड के जोखिम स्तर को दर्शाते हैं। अपनी जोखिम सहनशक्ति के अनुसार ही फंड चुनें।
4. फंड कैटेगरी की तुलना करें
एक ही कैटेगरी के फंड्स (जैसे Large-Cap Equity Fund) की तुलना करें। अलग-अलग कैटेगरी की तुलना आपको भटका सकती है।
5. फंड मैनेजर का रिकॉर्ड देखें
सफल फंड मैनेजर बाजार की अनिश्चितता में भी स्थिर प्रदर्शन देते हैं। उनके ट्रैक रिकॉर्ड को नजरअंदाज न करें।
म्यूचुअल फंड के बीच तुलना के लिए कुछ टिप्स
- अपने निवेश उद्देश्य (जैसे रिटायरमेंट, शिक्षा, धन-संचय) के आधार पर फंड चुनें
- समय की अवधि (शॉर्ट टर्म/लॉन्ग टर्म) को ध्यान में रखें
- निवेश का विविधीकरण (Diversification) सुनिश्चित करें
- फंड के पोर्टफोलियो में विविध एसेट क्लास का होना जरूरी है
- केवल पिछले रिटर्न पर न जाएं, बल्कि स्थिरता देखें