बम की धमकी के बावजूद स्थिर रहा BSE का शेयर, दिग्गज ब्रोकरेज ने दी Add रेटिंग - चेक करें लेटेस्ट टारगेट प्राइस
धमकी के बावजूद BSE का शेयर प्रदर्शन लगभग स्थिर रहा। सुबह 10:45 बजे यह 0.21% की मामूली गिरावट के साथ ₹2,455.50 पर ट्रेड कर रहा था। निवेशकों ने इस खबर पर बड़ी प्रतिक्रिया नहीं दी, और बाजार ने इसे एक अस्थायी व्यवधान मानते हुए नजरअंदाज किया।

BSE Share: बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज (BSE) को मंगलवार सुबह एक ईमेल के जरिए बम की धमकी मिली, जिसमें दावा किया गया कि बीएसई टॉवर में चार RDX IED लगाए गए हैं और वे दोपहर 3 बजे फटेंगे। हालांकि बाद में जांच में यह धमकी झूठी निकली, और सुरक्षा एजेंसियों ने किसी भी तरह के विस्फोटक की मौजूदगी से इनकार किया।
धमकी के बावजूद BSE का शेयर प्रदर्शन लगभग स्थिर रहा। सुबह 10:45 बजे यह 0.21% की मामूली गिरावट के साथ ₹2,455.50 पर ट्रेड कर रहा था। निवेशकों ने इस खबर पर बड़ी प्रतिक्रिया नहीं दी, और बाजार ने इसे एक अस्थायी व्यवधान मानते हुए नजरअंदाज किया।
ईमेल से मची हलचल, जांच में निकला फर्जी अलर्ट
यह ईमेल 'Comrade Pinarayi Vijayan' नाम से भेजा गया था, जिसने तुरंत ही सुरक्षा एजेंसियों को अलर्ट कर दिया। मुंबई पुलिस और बम स्क्वॉड ने BSE टॉवर की गहन तलाशी ली, लेकिन कोई संदिग्ध वस्तु नहीं पाई गई। जांच के बाद यह स्पष्ट किया गया कि धमकी फर्जी थी और कामकाज में कोई व्यवधान नहीं हुआ।
SEBI और Jane Street के कारण बीएसई पहले ही खबरों में
BSE पहले से ही सेबी और जेन स्ट्रीट के कारण खबरों में है। बीते सोमवार को SEBI ने जानकारी दी थी कि अमेरिकी ट्रेडिंग फर्म Jane Street ने उस पर लगाए गए कुछ अंतरिम प्रतिबंधों को हटाने की मांग की है। इसका सीधा प्रभाव BSE के डेरिवेटिव कारोबार पर पड़ सकता है, जो FY26 में 58% राजस्व का सोर्स बन सकता है।
Q1FY26 नतीजों से पहले पॉजिटिव उम्मीदें
HDFC Securities ने अपनी प्रीव्यू रिपोर्ट में कहा है कि BSE जून तिमाही में मजबूत प्रदर्शन कर सकता है। ट्रांजैक्शन से होने वाली आय में सुधार और क्लियरिंग चार्ज में कमी के चलते मार्जिन बेहतर होंगे।
रिपोर्ट के मुताबिक BSE का Q1FY26 राजस्व ₹984 करोड़ तक पहुंच सकता है, जो तिमाही आधार पर 16% और सालाना 62% की ग्रोथ दर्शाता है। ब्रोकरेज ने कहा कि डेरिवेटिव कारोबार ₹598 करोड़ (61% राजस्व) का योगदान देगा। EBITDA मार्जिन बढ़कर 62.2% हो सकता है, जो पिछली तिमाही में 57.2% था।
इसके अलावा, अनुमान है कि एडजस्टेड PAT (APAT) ₹477 करोड़ रह सकता है, जो पिछली तिमाही के ₹431 करोड़ से अधिक है।
हालांकि, हाई फ्रीक्वेंसी ट्रेडिंग (HFT) पर रेग्युलेटरी सख्ती का असर BSE के ऑप्शंस वॉल्यूम पर पड़ा है। इसके बावजूद ब्रोकरेज ने ‘ADD’ रेटिंग बनाए रखी है और ₹2,230 का टारगेट प्राइस तय किया है।