मोतीलाल ओसवाल ने लॉन्च किया Motilal Oswal Consumption Fund - 1 अक्टूबर को खुलेगा NFO, जानिए क्या होगा फायदा
इस फंड का NFO 1 अक्टूबर से खुलेगा जिसे निवेशक 15 अक्टूबर तक सब्सक्राइब कर सकेंगे। इस फंड का बेंचमार्केट Nifty India Consumption Total Return Index है। इस फंड के फंड मैनेजर्स निकेत शाह, वरुण शर्मा, भालचंद्र शिंदे, राकेश शेट्टी और सुनील सावंत हैं।

NFO Alert: मोतीलाल ओसवाल म्यूचुअल फंड ने एक नया फंड लॉन्च किया है जिसका नाम है Motilal Oswal Consumption Fund. यह फंड भारत में लंबी अवधि तक बढ़ने वाली खपत को ध्यान में रखकर बनाया गया है।
यह एक ओपन-एंडेड इक्विटी स्कीम है जिसका मकसद लंबी अवधि में अच्छा मुनाफा कमाना है, जो मुख्य तौर पर उन कंपनियों के शेयरों में निवेश करके होता है जो खपत और उससे जुड़ी गतिविधियों से जुड़ी हैं।
इस फंड का NFO 1 अक्टूबर से खुलेगा जिसे निवेशक 15 अक्टूबर तक सब्सक्राइब कर सकेंगे। इस फंड का बेंचमार्केट Nifty India Consumption Total Return Index है। इस फंड के फंड मैनेजर्स निकेत शाह, वरुण शर्मा, भालचंद्र शिंदे, राकेश शेट्टी और सुनील सावंत हैं।
फंड के प्रेस रिलीज के मुताबिक भारत में लोगों की खरीददारी के तरीके तेजी से बदल रहे हैं। बढ़ती आमदनी, तेज शहरों का विकास और सरकार की नई नीतियों ने अर्थव्यवस्था को मजबूत किया है और पूरे देश में एक बड़ा और जुड़ा हुआ बाजार बनाया है। जबकि दुनिया के कई बाजार अस्थिर हैं, भारत एक खास और भरोसेमंद निवेश का मौका देता है।
दुनिया के सबसे ज्यादा जनसंख्या वाले देश होने के साथ-साथ भारत के पास सबसे युवा कामकाजी लोग भी हैं, जिससे उसे दूसरी पुरानी अर्थव्यवस्थाओं के मुकाबले बड़ा फायदा होता है और यहां खरीददारों की संख्या लगातार बढ़ रही है।
भारत की GDP में खपत का हिस्सा पहले से ही 60% से ज्यादा है, जो देश की अर्थव्यवस्था का मजबूत आधार है। अब लोग जरूरी चीजों से ज्यादा लग्जरी और पसंदीदा सामान खरीदने लगे हैं। वे गाड़ी, कपड़े, फाइनेंस, टिकाऊ सामान और लाइफस्टाइल प्रोडक्ट्स में बेहतर क्वालिटी, ब्रांड और अनुभव को ज्यादा अहमियत दे रहे हैं। ये बदलाव आने वाले समय में भारत की खपत बढ़ने में मदद करेंगे।
Motilal Oswal AMC के MD & CEO प्रतीक अग्रवाल ने कहा कि मोतीलाल ओसवाल कंजम्प्शन फंड भारत में बदलती खपत की कहानी पर ध्यान केंद्रित करने के लिए लॉन्च किया जा रहा है। भारत में लोगों की खरीददारी अब सिर्फ जरूरी चीजों तक सीमित नहीं है, बल्कि मिडिल क्लास की बढ़ती मांग और नई जरूरतें सामने आ रही हैं।