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अपने लिए सही इंडेक्स फंड कैसे चुनें? मिराए एसेट के सिद्धार्थ श्रीवास्तव ने बताया फॉर्मूला

मिराए एसेट इन्वेस्टमेंट मैनेजर्स (इंडिया) के हेड-ETF प्रोडक्ट और फंड मैनेजर सिद्धार्थ श्रीवास्तव ने बिजनेस टुडे से बातचीत में बताया कि सही इंडेक्स फंड कैसे चुने और आगे पैसिव इन्वेस्टिंग का भविष्य क्या है? चलिए जानते हैं।

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भारत में पैसिव निवेश की रफ्तार तेजी से बढ़ रही है। पांच साल पहले जहां इंडेक्स फंड्स का एसेट अंडर मैनेजमेंट (AUM) केवल ₹12,000 करोड़ था, वहीं अब यह ₹3 लाख करोड़ के पार पहुंच गया है।

ट्रांसपेरेंसी और कम लागत के कारण निवेशकों में इन फंड्स की लोकप्रियता बढ़ रही है। मिराए एसेट इन्वेस्टमेंट मैनेजर्स (इंडिया) के हेड-ETF प्रोडक्ट और फंड मैनेजर सिद्धार्थ श्रीवास्तव ने बिजनेस टुडे से बातचीत में बताया कि यह ट्रेंड क्यों बढ़ रहा है और आगे पैसिव इन्वेस्टिंग का भविष्य क्या है और अपने लिए आप सही इंडेक्स फंड कैसे चुन सकते है। चलिए जानते हैं।

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सिद्धार्थ श्रीवास्तव के मुताबिक, अगस्त 2025 तक भारत में पैसिव फंड्स (ETFs सहित) का कुल AUM ₹12.5 लाख करोड़ तक पहुंच गया है। उन्होंने कहा कि एक्टिव फंड्स की बेंचमार्क के मुकाबले अंडरपरफॉर्मेंस, प्रोडक्ट इनोवेशन, कॉस्ट एफीसिएंसी, ट्रांसपेरेंसी और बढ़ती निवेशक जागरूकता ने इस वृद्धि को तेज किया है। डिजिटल प्लेटफॉर्म्स और इक्विटी व डेब्ट दोनों कैटेगरी में प्रोडक्ट की बढ़ते डायवरसिफिकेशन ने भी इस बदलाव को तेज किया है।

सही इंडेक्स फंड कैसे चुने?

सिद्धार्थ श्रीवास्तव का कहना है कि निवेशक को सबसे पहले ये समझना चाहिए कि जिस इंडेक्स में वो पैसा लगाने जा रहा है, उसकी काम करने की तरीके और मकसद उसके अपने निवेश के लक्ष्य और रिस्क झेलने की क्षमता से मेल खाते हैं या नहीं।

उन्होंने कहा कि खासकर जब बात थोड़े अलग या एक्सोटिक प्रोडक्ट्स की हो, तो ये जानना जरूरी है कि उस इंडेक्स ने अलग-अलग मार्केट साइकिल में कैसा प्रदर्शन किया है और उसमें कौन-कौन सी कंपनियां शामिल हैं। इंडेक्स चुनने के बाद एक्सपेंस रेशियो, ट्रैकिंग एरर और ट्रैकिंग डिफरेंस जैसी चीजों पर भी ध्यान देना चाहिए।

कैसे करें पोर्टफोलियो एलोकेशन?

पोर्टफोलियो एलोकेशन को लेकर सिद्धार्थ श्रीवास्तव ने सलाह दी कि निवेशक को अपने निवेश में एक्टिव और पैसिव, दोनों तरह के फंड्स का थोड़ा-थोड़ा हिस्सा रखना चाहिए। उन्होंने कहा कि पैसिव फंड्स कम खर्च में आपको पूरे मार्केट में एक्सपोजर देते हैं। अगर लंबी अवधि के लिए निवेश करना है तो मल्टी-कैप या टोटल मार्केट-कैप वाले ऑप्शन अच्छे रहते हैं।

Disclaimer: म्यूचुअल फंड्स निवेश बाज़ार जोखिमों के अधीन है। ये आर्टिकल सिर्फ जानकारी के लिए है और इसे किसी भी तरह से इंवेस्टमेंट सलाह के रूप में नहीं माना जाना चाहिए। BT Bazaar अपने पाठकों और दर्शकों को पैसों से जुड़ा कोई भी फैसला लेने से पहले अपने वित्तीय सलाहकारों से सलाह लेने का सुझाव देता है।