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बाजार में निवेशकों का अटूट भरोसा, म्यूचुअल फंड AUM ₹80 लाख करोड़ पार! इक्विटी में सबसे अधिक इनफ्लो

इक्विटी सेगमेंट में निवेश के मामले में सबसे आगे रहा है। खास बात यह है कि लार्ज-कैप फंड ने दमदार वापसी की और 1,640 करोड़ रुपये का निवेश जुटाया है। यह अक्टूबर के 972 करोड़ रुपये की तुलना में 68.7% अधिक है।

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Mutual Fund: नवंबर 2025 में भारतीय म्यूचुअल फंड इंडस्ट्री में इक्विटी निवेश का मजबूत सिलसिला जारी रहा। इस महीने कुल 29,894 करोड़ रुपये का निवेश हुआ, जो अक्टूबर के 24,671 करोड़ रुपये से करीब 21% ज्यादा है। कुल एसेट अंडर मैनेजमेंट (AUM) भी पिछले महीने के 79.87 लाख करोड़ रुपये से बढ़कर 80.80 लाख करोड़ रुपये पर पहुंच गया है।

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इक्विटी सेगमेंट में निवेश के मामले में सबसे आगे रहा है। खास बात यह है कि लार्ज-कैप फंड ने दमदार वापसी की और 1,640 करोड़ रुपये का निवेश जुटाया है। यह अक्टूबर के 972 करोड़ रुपये की तुलना में 68.7% अधिक है।

लार्ज और मिड-कैप शेयरों को मिलाकर चलने वाले फंड में भी अच्छी बढ़ोतरी देखने को मिली, जहां निवेश 41.7% बढ़कर 4,503 करोड़ रुपये हो गया।

वहीं, मिड-कैप फंड में 17.9% की वृद्धि के साथ 4,487 करोड़ रुपये और स्मॉल-कैप फंड में 26.8% की बढ़ोतरी के साथ 4,407 करोड़ रुपये का निवेश आया। बाजार के अलग-अलग हिस्सों में यह निवेश साफ बताता है कि निवेशक ग्रोथ के मौकों को तलाश रहे हैं।

एसआईपी का भरोसा कायम

रिटेल निवेशकों के लिए निवेश का पसंदीदा तरीका सिस्टमैटिक इन्वेस्टमेंट प्लान (SIP) का इनफ्लो लगभग स्थिर बना रहा। नवंबर में SIP से कुल 29,445 करोड़ रुपये आए, जो अक्टूबर के 29,529 करोड़ रुपये से मामूली कम है। 

क्या है एक्सपर्ट की राय?

मॉर्निंगस्टार इन्वेस्टमेंट रिसर्च इंडिया के प्रमुख शोधकर्ता हिमांशु श्रीवास्तव ने इक्विटी सेगमेंट में आई तेजी पर का कहा कि इक्विटी-ओरिएंटेड म्यूचुअल फंड में नवंबर 2025 में 29,911 करोड़ रुपये का मजबूत निवेश आया है जो अक्टूबर के 24,690 करोड़ रुपये से अधिक है। यह एक सहायक आर्थिक माहौल, लचीली कॉर्पोरेट कमाई और ग्लोबल ब्याज दर की दिशा को लेकर बढ़ती स्पष्टता के बीच निवेशकों के निरंतर विश्वास को दिखाता है।

हिमांशु श्रीवास्तव ने यह भी बताया कि यह निवेश इक्विटी-ओरिएंटेड कैटेगरी में नेट फ्लो में लगातार चार महीने की गिरावट के बाद आया है। 

उन्होंने आगे कहा कि निवेशक फ्लेक्सी-कैप और लार्ज एंड मिड-कैप जैसे डायवरसिफाइ फंड्स में ज्यादा रुचि दिखा रहे हैं, जो उन्हें बाजार के कई हिस्सों में निवेश करने की सहूलियत देते हैं। इसके अलावा, मिड-कैप और स्मॉल-कैप फंड में भी लगातार मजबूत निवेश आया है।

डेट फंड्स में मिला-जुला रुख

डेट और अन्य फंड कैटेगरियों में रुझान मिला-जुला रहा। कॉर्पोरेट बॉन्ड फंड में 1,525 करोड़ रुपये का निवेश आया, जो अक्टूबर के 5,122 करोड़ रुपये से काफी कम है। इसी तरह, नए फंड ऑफर (NFOs) ने 3,126 करोड़ रुपये जुटाए, जो पिछले महीने के 6,062 करोड़ रुपये से कम है।

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Disclaimer: म्यूचुअल फंड्स निवेश बाज़ार जोखिमों के अधीन है। ये आर्टिकल सिर्फ जानकारी के लिए है और इसे किसी भी तरह से इंवेस्टमेंट सलाह के रूप में नहीं माना जाना चाहिए। BT Bazaar अपने पाठकों और दर्शकों को पैसों से जुड़ा कोई भी फैसला लेने से पहले अपने वित्तीय सलाहकारों से सलाह लेने का सुझाव देता है।