
बिक गया गाजियाबाद का सबसे पुराना शॉपिंग मॉल
एक दौर था जब ये मॉल युवाओं की पहली पसंद हुआ करता था, लेकिन देखते ही देखते इसकी रौनक कब बदहाली में बदल गई पता ही नहीं चला। इस मॉल के पतन की कहानी एकदम फिल्मी है। दिल्ली-नोएडा के बीच इंदिरापुरम में बना ये मॉल है शिप्रा मॉल। साल 1987 में शिप्रा ग्रुप की शुरुआत हुई। हरपाल सिंह ने शिप्रा ग्रुप को खड़ा किया था। हरपाल सिंह ने इस ग्रुप का विस्तार दिल्ली, देहरादून, मसूरी, गाजियाबाद, नोएडा में अपना कारोबार शुरूआत होटल, बिजनेस पार्क के जरिए हुई।

एक दौर था जब ये मॉल युवाओं की पहली पसंद हुआ करता था, लेकिन देखते ही देखते इसकी रौनक कब बदहाली में बदल गई पता ही नहीं चला। इस मॉल के पतन की कहानी एकदम फिल्मी है। दिल्ली-नोएडा के बीच इंदिरापुरम में बना ये मॉल है शिप्रा मॉल। इस मॉल के बिकने की इनसाइड स्टोरी जानने से पहले समझिए इस मॉल की नीव किसने रखी?
Also Read: Amazon India में छंटनी, काफी कर्मचारी होंगे प्रभावित
साल 1987 में शिप्रा ग्रुप की शुरुआत हुई। हरपाल सिंह ने शिप्रा ग्रुप को खड़ा किया था। हरपाल सिंह ने इस ग्रुप का विस्तार दिल्ली, देहरादून, मसूरी, गाजियाबाद, नोएडा में अपना कारोबार शुरूआत होटल, बिजनेस पार्क के जरिए हुई। साल 1996 में शिप्रा ग्रुप ने रियल एस्टेट कंपनी के तौर पर शिप्रा अपार्टमेंट्स की शुरुआत की। शिप्रा रिवेरा प्रोजेक्ट, शिप्रा सन सिटी जैसे प्रोजेक्ट के जरिए कंपनी ने रियल एस्टेट में अपनी साख जमाई। शिप्रा मॉल, नोएडा का सेंटरस्टेज मॉल भी इसी ग्रुप ने बनाया है। इसके अलावा शिप्रा ग्रुप ने IT पार्क, होटल, मल्टीप्लेक्स, टाउनशिप ने तैयार किया।
अब समझिए शिप्रा मॉल की शुरुआत कब हुई?
साल 2005 में शिप्रा ग्रुप को बनाया गया था, जिसके बाद ये मॉल देखते ही देखते ही काफी पापुलर हो गया था, यहां तक की एक समय में युवाओं की ये मॉल पहली पसंद हो गया था। लेकिन ऐसा वक्त भी आया कि ये मॉल आर्थिक तंगी, कर्ज के बोझ के तले दब गया।

अगल सवाल उठता है कि क्यों बिका शिप्रा मॉल?
शिप्रा ग्रुप ने अपने कई प्रोजेक्ट्स के लिए इंडिया बुल्स हाउसिंग फाइनेंस से अरबों रुपये का कर्ज लिया था। शिप्रा ग्रुप ने इस मॉल को इंडिया बुल्स के पास गिरवी रखा था। शिप्रा ग्रुप जब लोन नहीं चुका सका तो इंडिया बुल्स ने ग्रुप को डिफाल्टर घोषित कर दिया। शिप्रा ग्रुप ने इंडिया बुल्स के खिलाफ मुकदमा भी दर्ज कराया। ये मामला सुप्रीम कोर्ट तक पहुंचा तो इंडिया बुल्स को इसकी नीलामी का अधिकार मिल गया।
किसने खरीदा शिप्रा मॉल?
शिप्रा मॉल को हिमरी रियल एस्टेट प्राइवेट लिमिटेड ने खरीद लिया है। ये डील 551 करोड़ रुपये में हुई है। इस मॉल की रजिस्ट्री गाजियबाद जिले में हुई है। शिप्रा मॉल ने बिकने के साथ ही अनोखा रिकॉर्ड कायम किया है। ये अब तक की सबसे महंगी रजिस्ट्री हुई है। रजिस्ट्री के लिए स्टाम्प विभाग को 38.57 करोड़ रुपये का स्टाम्प ड्यूटी और 5.51 करोड़ रुपये का निबंधन शुल्क मिला है।
Also Read: BlueChip fund ने दिए FD से ज्यादा रिटर्न