Parliament: Mahua Moitra पर Ethics Committee की रिपोर्ट पेश, लोकसभा 2 बजे तक स्थगित
एथिक्स पैनल आज लोकसभा में तृणमूल कांग्रेस सांसद महुआ मोइत्रा के खिलाफ कैश-फॉर-क्वेरी केस में अपनी रिपोर्ट पेश करेगा। महुआ मोइत्रा की सांसदी रद्द करनी चाहिए, रिपोर्ट में इसका सुझाव दिया जा सकता है।

संसद का शीत कालीन सत्र चल रहा है। सुबह 11 बजे से सदन की कार्रवाही हो चूकि है। शीतकालीन सत्र के लिए BJP ने लोकसभा सांसदों को व्हिप जारी किया है। आज सभी सांसदों को सदन में मौजूद रहने के निर्देश दिए हैं। दूसरी तरफ, Mahua Moitra केस में आज Ethics Committee अपनी रिपोर्ट सौंपेगा। इसके आधार पर महुआ मोइत्रा के मामले में फैसला लिया जा सकता है। महुआ मोइत्रा की संसद सदस्यता पर भी तलवार लटकी हुई है। महुआ मोइत्रा मामले पर लोकसभा में एथिक्स कमेटी की रिपोर्ट पेश की गई है। इस दौरान विपक्ष ने नारेबाजी की। रिपोर्ट पेश होने के बाद लोकसभा की कार्यवाही दोपहर 2 बजे तक स्थगित कर दी गई। महुआ मोइत्रा मामले में एथिक्स पैनल की रिपोर्ट लोकसभा में आज पेश होगी। इस पर बीजेपी सांसद Nishikant Dubey ने कहा कि इसकी चर्चा होगी या नहीं, कौन बोलेगा, ये सब स्पीकर डिसाइड करते हैं। यही नियम कहता है। इसे होने दीजिए। मैं सारे सवालों का जवाब संसद में दूंगा। संसद पहुंचकर टीएमसी सांसद महुआ मोइत्रा ने कहा कि मां दुर्गा आ गई हैं, अब देखेंगे। जब नाश मनुज पर छाता है, पहले विवेक मर जाता है। उन्होंने वस्त्रहरण शुरू किया और अब आप महाभारत का रण देखेंगे। बीजेपी के 8 पूर्व सांसदों को सरकारी आवास खाली करने का नोटिस मिला है। ये नोटिस लोकसभा की हाउसिंग कमेटी ने भेजा है। ये सांसद विधानसभा चुनाव जीतकर विधायक बने हैं। अभी तक 8 सांसदों को घर खाली करने का नोटिस भेजा गया है। राकेश सिंह, अरुण साव, महंत बालकनाथ, गोमती साय, रीति पाठक, उदय प्रताप सिंह और राज्यवर्धन राठौर को घर खाली करने का नोटिस मिला है। सूत्रों के अनुसार, नियम सभी पर समान रूप से लागू होगा।
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कांग्रेस सांसद Manish Tewari ने लोकसभा में स्थगन प्रस्ताव नोटिस दिया। उन्होंने कतर में 8 पूर्व भारतीय नौसेना कर्मियों को मौत की सजा को लेकर चर्चा की मांग की। अपने हलफनामे में Darshan Hiranandani ने आरोप लगाया है कि तृणमूल सांसद ने अपना सांसद ईमेल शेयर किया था ताकि वह उन्हें जानकारी भेज सकें और फिर वह संसद में सवाल उठा सकें। उन्होंने आरोप लगाया कि बाद में महुआ मोइत्रा ने सीधे सवाल पोस्ट करने के लिए उन्हें अपना संसद लॉगिन और पासवर्ड दिया था। इसकी जांच की गई है। इसके लिए एथिक्स पैनल ने आईटी मिनिस्ट्री और गृह मंत्रालय से भी संपर्क किया था। बता दें कि बीजेपी सांसद Vinod Kumar Sonkar की अध्यक्षता वाले एथिक्स पैनल ने बीते 9 नवंबर को अपनी एक बैठक में महुआ मोइत्रा को ‘पैसे लेकर सदन में सवाल पूछने’ के आरोपों में लोकसभा से निष्कासित करने की सिफारिश वाली रिपोर्ट को स्वीकार किया था। पैनल के 6 मेंबर्स ने रिपोर्ट के पक्ष में मतदान किया था। इनमें कांग्रेस से निलंबित सांसद Preneet Kaur भी शामिल थीं। वहीं, पैनल के चार विपक्षी सांसदों ने रिपोर्ट पर असहमति वोट दिए थे। बाद में विपक्षी सासंदों ने रिपोर्ट को ‘फिक्स्ड मैच’ करार देते हुए कहा था कि बीजेपी सांसद निशिकांत दुबे की जिस शिकायत पर पैनल ने विचार किया, उसके समर्थन में ‘सबूत का एक टुकड़ा’ भी नहीं था। अगर सदन पैनल की सिफारिश के पक्ष में मतदान करता है तो महुआ मोइत्रा को सदन से बर्खास्त किया जा सकता है। कुछ विपक्षी सांसदो ने इस बात पर जोर दिया है कि महुआ मोइत्रा को निष्कासित करने पर फैसला लिए जाने से पहले पैनल की सिफारिशों पर संसद में विस्तार से चर्चा होनी चाहिए। बीएसपी सांसद Danish Ali ने कहा कि अगर रिपोर्ट पेश की जाती है तो हम विस्तृत चर्चा कराने पर जोर देंगे। रिपोर्ट का मसौदा तो ढाई मिनट में ही स्वीकार कर लिया गया था। एथिक्स पैनल आज लोकसभा में तृणमूल कांग्रेस सांसद महुआ मोइत्रा के खिलाफ कैश-फॉर-क्वेरी केस में अपनी रिपोर्ट पेश करेगा। महुआ मोइत्रा की सांसदी रद्द करनी चाहिए, रिपोर्ट में इसका सुझाव दिया जा सकता है।