
Ethics Committee सांसद Mahua Moitra मामले में 26 अक्टूबर को करेगी सुनवाई
स्पीकर को लिखे अपने पत्र में दुबे ने कहा कि हाल तक लोकसभा में उनके द्वारा पूछे गए 61 में से 50 प्रश्न Adani Group पर केंद्रित थे, जिस पर टीएमसी सांसद अक्सर कदाचार का आरोप लगाते रहे हैं। उन्होंने आरोप लगाया था कि वह एक प्रतिद्वंद्वी व्यवसायी के इशारे पर अडानी समूह को निशाना बना रही हैं।

लोकसभा की आचार समिति ने बुधवार को भाजपा सांसद Nishikant Dubey और वकील Jai Anant Dehadrai को 'मौखिक साक्ष्य' के लिए बुलाया है। लोकसभा समिति ने टीएमसी सांसद Mahua Moitra के खिलाफ उनके "कैश फॉर क्वेरी" आरोपों के संबंध में निशिकांत दुबे और वकील देहाद्राई को 26 अक्टूबर को 'मौखिक साक्ष्य' के लिए पेश होने के लिए कहा है। सचिवालय के एक अधिकारी द्वारा भेजे गए पत्र में कहा गया है, 'मुझे यह बताने का निर्देश दिया गया है कि नैतिकता समिति ने महुआ मोइत्रा मामले में 26 अक्टूबर को व्यक्तिगत रूप से आपकी बात सुनने का फैसला किया है। बता दें कि, दुबे ने मोइत्रा पर संसद में सवाल पूछने के लिए एक व्यवसायी से रिश्वत लेने का आरोप लगाया है, और लोकसभा अध्यक्ष Om Birla से उनके खिलाफ आरोपों की जांच के लिए एक 'जांच समिति' गठित करने का आग्रह किया है।
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मोइत्रा ने पलटवार करते हुए कहा कि वह 'लोकसभा अध्यक्ष द्वारा उनके (दुबे) खिलाफ लंबित आरोपों से निपटने के बाद उनके खिलाफ किसी भी कदम का स्वागत करती हैं। मोइत्रा ने दुबे, देहाद्राई और कई सोशल मीडिया प्लेटफार्मों और मीडिया हाउसों को उनके खिलाफ कोई भी कथित फर्जी और अपमानजनक पोस्ट करने, प्रसारित करने या प्रकाशित करने से रोकने की मांग करते हुए Delhi HighCourt का दरवाजा खटखटाया है। मोइत्रा के खिलाफ लोकसभा अध्यक्ष ओम बिड़ला को अपनी शिकायत में सांसद दुबे ने कहा कि मोइत्रा के खिलाफ मेरे पास पुख्ता सबूत हैं। ये सबूत मुझे वकील देहाद्राई से प्राप्त हुए हैं। स्पीकर को लिखे अपने पत्र में दुबे ने कहा कि हाल तक लोकसभा में उनके द्वारा पूछे गए 61 में से 50 प्रश्न Adani Group पर केंद्रित थे, जिस पर टीएमसी सांसद अक्सर कदाचार का आरोप लगाते रहे हैं। उन्होंने आरोप लगाया था कि वह एक प्रतिद्वंद्वी व्यवसायी के इशारे पर अडानी समूह को निशाना बना रही हैं।
