
BT Bazaar Special: क्या आप 10 सिगरेट रोज पी रहे हैं?
Delhi-NCR में प्रदूषण के खराब होते हालात को देखते हुए GRAP का चौथा चरण लागू कर दिया गया है। GRAP-4 स्टेज में दिल्ली में सार्वजनिक परियोजनाओं से संबंधित निर्माण कार्यों और प्रदूषण फैलाने वाले ट्रकों और चार पहिया कमर्शियल वाहनों की एंट्री पर बैन लगाने का आदेश जारी किया गया है।

इन दिनों पूरी दिल्ली एक ऐसी समस्या से जूझ रही है जिसके बारे में किसी ने सोचा भी नहीं था। चाहें वह मासूम हो या 80 साल का बुजुर्ग... Delhi-NCR में हर आदमी इन दिनों 10 'Cigarette' पी रहा है। आप सोच रहे होंगे ये क्या बात है। आप अगर सिगरेट नहीं भी पीते हैं लेकिन फिर भी आप सिगरेट पीने को मजबूर हैं। दरअसल, देश की राजधानी और उसके आस पास का क्षेत्र (NCR) प्रदूषण की चपेट में है। चारों तरफ धुंध की चादर छाई हुई है। वायु गुणवत्ता सूचकांक (Air Quality Index) AQI स्तर सोमवार सुबह नोएडा में 616 पहुंच गया। गुरुग्राम में 516 तो दिल्ली में 450 के पार रहा। यानी दिल्ली-NCR में हालत ये हो गई है कि हर आदमी इतनी प्रदूषित हवा ग्रहण कर रहा है जो 10 से 12 सिगरेट पीने के बराबर है।
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हर आदमी 10 सिगरेट पी रहा...
दिल्ली में AQI 450 के करीब बना हुआ है। नोएडा में तो हालत और खराब है। यहां AQI 600 के पार पहुंच गया है। विशेषज्ञों के मुताबिक, एक सिगरेट से 64.8 AQI उत्सर्जित होता है। यानी जब नोएडा में AQI 616 है तो हर आदमी 10 सिगरेट के बराबर प्रदूषित हवा ग्रहण कर रहा है।
प्रदूषण पर काबू पाने के लिए GRAP का चौथा चरण लागू
दिल्ली-NCR में प्रदूषण के खराब होते हालात को देखते हुए GRAP का चौथा चरण लागू कर दिया गया है। GRAP-4 स्टेज में दिल्ली में सार्वजनिक परियोजनाओं से संबंधित निर्माण कार्यों और प्रदूषण फैलाने वाले ट्रकों और चार पहिया कमर्शियल वाहनों की एंट्री पर बैन लगाने का आदेश जारी किया गया है। अन्य राज्यों से केवल CNG, इलेक्ट्रिक और बीएस-छह मानकों का पालन करने वाले वाहनों को दिल्ली में प्रवेश करने की इजाजत है। वहीं, जरूरी सेवाओं में शामिल वाहनों को इससे छूट दी गई है। इसके अलावा हाइवे, सड़कों, फ्लाईओवरों, ओवरब्रिज, पावर ट्रांसमिशन लाइंस, पाइपलाइन जैसी सार्वजनिक परियोजनाओं में भी निर्माण और विध्वंस के कामों पर बैन रहेगा। साथ ही CAQM ने सलाह दी है कि एनसीआर की राज्य सरकारें और दिल्ली सरकार छठवीं, 9वी और 11वीं कक्षा की फिजिकल क्लासेज बंद करने पर फैसला ले सकती हैं और ऑनलाइन मोड में क्लासेज चला सकती हैं।
