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Delhi Pollution: स्कूलों की छुट्टी, कंस्ट्रक्शन के काम पर बैन, क्या होगा आगे?

ताजा अपडेट के मुताबिक, अभी नोएडा की हवा की गुणवत्ता बेहद खतरनाक स्थिति (616 AQI) में पहुंच गई है. नोएडा, गुरुग्राम, गाजियाबाद, फरीदाबाद में भी ऐसे ही हालात हैं. ग्रेटर नोएडा में आसमान में धुंध की चादर के बीच वायु गुणवत्ता सूचकांक (AQI) सुबह 8 बजे 499 रहा।

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दिल्ली-एनसीआर में प्रदूषण के स्तर और हवा में घुले जहर ने लोगों की परेशानियां बढ़ा दी हैं
दिल्ली-एनसीआर में प्रदूषण के स्तर और हवा में घुले जहर ने लोगों की परेशानियां बढ़ा दी हैं

Delhi-NCR में प्रदूषण के स्तर और हवा में घुले जहर ने लोगों की परेशानियां बढ़ा दी हैं, लिहाजा सरकार ने कई फैसले किए हैं। दिल्ली, नोएडा, ग्रेटर नोएडा, गाजियाबाद, फरीदाबाद समेत एनसीआर के सभी इलाकों में आज (सोमवार), 6 नवंबर को भी प्रदूषण का स्तर गंभीर है। दिल्ली-NCR में सबसे चिंताजनक हालात अभी नोएडा के हैं, जहां सुबह 8.30 बजे के करीब एयर क्वालिटी इंडेक्स (AQI) 616 दर्ज किया गया है। प्रदूषण को नियंत्रित करने के लिए अब तक किए गए सभी प्रयास विफल साबित हुए हैं। बढ़ते प्रदूषण के बीच कमीशन फॉर एयर क्वालिटी मैनेजमेंट (CAQM) ने दिल्ली-एनसीआर में ग्रेडेड रिस्पांस एक्शन प्लान यानी GRAP का चौथा चरण लागू कर दिया है। जिसके तहत दिल्ली में निर्माण कार्य यानी कंस्ट्रक्शन के काम पर पूरी तरह पाबंदी लगा दी गई है। कचरा जलाने पर नजर रखी जा रही है। प्रदूषण की वजह से दिल्ली के सभी प्राइमरी स्कूल 10 नवंबर तक बंद रहेंगे जबकि क्लास 6 से 12 तक के स्कूलों में ऑनलाइन क्लास चलेंगी।

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GRAP के चौथे चरण के तहत नई पाबंदियों के मुताबिक, दिल्ली-एनसीआर में वही गाड़ियां एंट्री कर सकेंगी जो इलेक्ट्रिक, CNG, BS-6 डीजल की होंगी। अब अगले आदेश तक डीजल से चलने वाले केवल उन ट्रकों को ही दिल्ली में एंट्री मिलेगी, जो दूध, अनाज, फल, सब्जियां, खाने का सामान, दवाइयां, पेट्रोलियम पदार्थ, एलपीजी सिलेंडर जैसी रोजमर्रा की जरूरत की चीजें ला रहे होंगे। हाइवे, सड़कें, फ्लाईओवर, पाइपलाइन आदि के निर्माण पर पूरी तरह पाबंदी रहेगी।

बता दें कि CAQM के मुताबिक, GRAP को चार कैटेगरी में लागू किया जाता है। 

स्टेज 1-AQI का स्तर 201 से 300 के बीच
स्टेज 2-AQI का स्तर 301 से 400 के बीच
स्टेज 3-AQI का स्तर 401 से 450 के बीच
स्टेज 4-AQI का स्तर 450 के ऊपर

कमीशन फॉर एयर क्वालिटी मैनेजमेंट (CAQM) ने प्रदूषण की स्थिति को देखते हुए दशहरे से पहले ही 21 अक्टूबर से डेड रिस्पांस एक्शन प्लान यानी GRAP-2 लागू कर दिया था। दरअसल, हवा की रफ्तार कम होने से धुएं और धूल के कण नहीं हट पा रहे हैं। जिससे प्रदूषण की स्थिति भयावह है। ताजा अपडेट के मुताबिक, अभी नोएडा की हवा की गुणवत्ता बेहद खतरनाक स्थिति (616 AQI) में पहुंच गई है। नोएडा, गुरुग्राम, गाजियाबाद, फरीदाबाद में भी ऐसे ही हालात हैं। ग्रेटर नोएडा में आसमान में धुंध की चादर के बीच वायु गुणवत्ता सूचकांक (AQI) सुबह 8 बजे 499 रहा। दिल्ली का औसतन एयर क्वालिटी इंडेक्स 400 के पार बना हुआ है।

Delhi-NCR में सबसे चिंताजनक हालात अभी नोएडा के हैं
Delhi-NCR में सबसे चिंताजनक हालात अभी नोएडा के हैं