Bangladesh के Chief Advisor Muhammad Yunus पहुंचे ढाकेश्वरी मंदिर, कहा- लोकतंत्र में कोई हिंदू-मुस्लिम नहीं
बांग्लादेशी हिंदुओं पर बढ़ते हमलों की वजह से बांग्लादेश के अलावा भारत, अमेरिका, ब्रिटेन और कनाडा में भी प्रदर्शन हुए हैं। ऐसे में मोहम्मद यूनुस का ये कदम हिंदू समुदाय के लोगों से शांति बनाए रखने की अपील के तौर पर देखा जा रहा है। लोगों से बातचीत के दौरान यूनुस ने कहा कि हम सभी एक है और सभी के लिए अधिकार समान है।

Bangladesh की अंतरिम सरकार के Chief Advisor Muhammad Yunus मंगलवार को राजधानी ढाका के ढाकेश्वरी मंदिर पहुंचे। मंदिर पहुंचकर यूनुस ने बांग्लादेश पूजा-उदयापन परिषद और महानगर सर्वजन पूजा समिति के प्रमुख लोगों, मंदिर के मैनेजमेंट बोर्ड और भक्तों से मुलाकात की। दरअसल बांग्लादेश में हिंसा के बीच हिंदू समुदाय पर हमले बढ़ते जा रहे हैं। जानकारी के मुताबिक 52 जिलों में हिंदुओं पर हमले के अब तक 205 मामले सामने आ चुके हैं। बांग्लादेशी हिंदुओं पर बढ़ते हमलों की वजह से बांग्लादेश के अलावा भारत, अमेरिका, ब्रिटेन और कनाडा में भी प्रदर्शन हुए हैं। ऐसे में मोहम्मद यूनुस का ये कदम हिंदू समुदाय के लोगों से शांति बनाए रखने की अपील के तौर पर देखा जा रहा है। लोगों से बातचीत के दौरान यूनुस ने कहा कि हम सभी एक है और सभी के लिए अधिकार समान है। यूनुस ने लोगों से पहले उन्हें काम करने का मौका देने और उसके बाद उसे जज करने की बात कही।
शेख हसीना को लेकर सुनवाई आज
बांग्लादेश छोड़कर भारत आईं शेख हसीना पर एक दुकानदार की हत्या के आरोपों को लेकर आज सुनवाई होने वाली है। दरअसल, पिछले महीने 19 जुलाई को आरक्षण पर जारी हिंसा के बीच ढाका के मोहम्मदपुर में एक किराना दुकानदार अबु सईद की पुलिस गोलीबारी में मौत हो गई थी। इसी मामले में पूर्व प्रधानमंत्री हसीना और अन्य 6 लोगों को आरोपी बनाया गया। एक बांग्ला अखबार के मुताबिक मोहम्मदपुर के रहने वाले आमिर हमजा शातिल ने ढाका मेट्रोपॉलिटन मजिस्ट्रेट अदालत में शेख हसीना और अन्य के खिलाफ मामला दर्ज कराया था। ये शिकायत कब दर्ज कराई गई इसके बारे में जानकारी नहीं मिल पाई है। शेख हसीना के अलावा अवामी लीग के महासचिव ओबैदुल कादर, तत्कालीन गृह मंत्री असदुज्जमां खान कमाल, पूर्व पुलिस महानिरीक्षक चौधरी अब्दुल्ला अल-मामून, पूर्व डीबी प्रमुख हारुन रशीद, पूर्व डीएमपी आयुक्त हबीबुर रहमान और पूर्व डीएमपी संयुक्त आयुक्त बिप्लब कुमार सरकार को भी आरोपी बनाया गया है।
Also Read: Bangladesh Unrest: कितनी ताकतवर है बांग्लादेश की सेना, जिसने किया तख्तापलट?
शिकायतकर्ता का पीड़ित से कोई करीबी रिश्ता नहीं
शिकायत करने वाले शातिल ने बताया कि पीड़ित से उनका कोई करीबी रिश्ता नहीं था; लेकिन एक मासूम बांग्लादेशी नागरिक की मौत हुई है, इसके चलते उन्हें खुद अपनी इच्छा से मामला दर्ज कराया। शिकायत में शातिल ने बताया कि अबू सईद की हत्या उस समय हुई जब पुलिस आरक्षण विरोध प्रदर्शन के दौरान छात्रों पर अंधाधुंध गोलियां चला रही थी। शातिल ने बताया कि पीड़ित के परिवार के सदस्य पंचगढ़ जिले के बोडा उपजिला में रहते हैं। वे पीड़ित की मौत के मामले में मामला दर्ज कराने में सक्षम नहीं हैं। अंतरिम सरकार के प्रमुख मोहम्मद यूनुस मंगलवार को हिंदू समुदाय के लोगों से मिलने के लिए ढाकेश्वरी मंदिर पहुंचे।
BSF जवान की गोली से एक बांग्लादेशी की मौत
बांग्लादेश बॉर्डर पर BSF की गोली से एक युवक की मौत हो गई। ये घटना सोमवार देर रात हुई। मारे गए तस्कर की पहचान बांग्लादेश के चपैनवाबगंज जिले के ऋषिपारा गांव के अब्दुल्ला के रूप में हुई है। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक BSF अधिकारियों ने कहा कि कुछ बदमाशों ने जवानों पर हमला किया था, जिसके बाद BSF कर्मियों को आत्मरक्षा में गोली चलानी पड़ी। BSF दक्षिण बंगाल फ्रंटियर के महानिदेशक और प्रवक्ता एके आर्य ने कहा कि अंधेरे में जवान ने रात में देखने वाली दूरबीन (PNVB) से 5-6 लोगों को भारत से बांग्लादेश की ओर बढ़ते देखा। उनके पास हथियार थे। जवान उन्हें रोकने आगे बढ़े ही थे कि बदमाशों ने उस पर धारदार हथियारों से हमला कर दिया। इसके बाद जवानों ने एक राउंड गोलीबारी की। इसके बाद भी वे आगे बढ़ते गए। इसके बाद एक जवान ने उन पर गोली चलाई जिसके बाद वे लौट गए।
अमेरिका बोला- बांग्लादेश के तख्तापलट में हमारा हाथ नहीं
इस बीच अमेरिका ने बांग्लादेश में तख्तापलट के आरोपों को सिरे से नकार दिया है। व्हाइट हाउस की प्रेस सचिव, कैरीन जीन पियरे ने सोमवार को एक मीडिया ब्रीफिंग में कहा कि इसमें अमेरिका की कोई संलिप्तता नहीं है। अमेरिका के बांग्लादेश हिंसा में शामिल होने की रिपोर्ट बस एक अफवाह है। पियरे ने कहा कि हम बांग्लादेश की निगरानी जारी रखेंगे। हमारे पास इससे ज्यादा कहने लायक कुछ नहीं है।