Covid के बाद अब Mpox (Monkeypox) का क़हर !! WHO ने किया ये……
मंकीपॉक्स महामारी के केस पाकिस्तान, स्वीडन, रेवांडा, केन्या, कांगो, युगांडा और बुरुंडी समेत अन्य 15 देशों में मिल चुके हैं। ये बीमारी साल 2022 में अमेरिका और ब्रिटेन में भी फैल चुकी है। इस महामारी के आज तक लगभग 27 हज़ार मरीज मिल चुके हैं और क़रीब 1000 से ज्यादा लोग अपनी जान गँवा चुके हैं।

Covid का ख़ात्मा पूरी तरह से हुआ भी नहीं था कि अब Mpox (Monkeypox) महामारी का क़हर फैलने को तैयार है। ये दुनिया के 70 देशों में पहले से ही फैल चुकी है और 15 देशों में इसके नए केस भी मिल चुके हैं। भारत का पड़ोसी देश पाकिस्तान में भी मंकीपॉक्स का एक मरीज मिल चुका है जिसके चलते अब भारत भी सुरक्षित नहीं है। WHO की Global Public Health Emergency को देस्खते हुए देशों में एक अलर्ट को जारी कर दिया गया है, हालाँकि भारत के डॉक्टर इसे ख़तरनाक नहीं बता रहे हैं।
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WHO की एडवाइज़री जारी
WHO की जो एडवाइज़री जारी की है उसके अनुसार अगर लोगों को स्किन पर चिकत्ते पड़ें और घाव होने लगे तो वो तुरंत ही डॉक्टर के पास जाएं क्योंकि यह मंकीपॉक्स भी हो सकता है। मंकीपॉक्स एक संक्रामक बीमारी है। ये किसी व्यक्ति से संपर्क में आने से फैल सकती है।
15 देश जहां फैल चुकी है ये बीमारी :
मंकीपॉक्स महामारी के केस पाकिस्तान, स्वीडन, रेवांडा, केन्या, कांगो, युगांडा और बुरुंडी समेत अन्य 15 देशों में मिल चुके हैं। ये बीमारी साल 2022 में अमेरिका और ब्रिटेन में भी फैल चुकी है। इस महामारी के आज तक लगभग 27 हज़ार मरीज मिल चुके हैं और क़रीब 1000 से ज्यादा लोग अपनी जान गँवा चुके हैं।
क्या कहा भारतीय डॉक्टर ने?
एक मीडिया की रिपोर्ट के अनुसार सफदरजंग अस्पताल दिल्ली के कम्यूनिटी मेडिसिन के HOD डॉ. जुगल किशोर ने बताया है कि पाकिस्तान में मंकीपॉक्स के मरीज का मिलना एक परेशानी वाली बात है लेकिन इससे डरने की जरूरत नहीं है। यह महामारी अभी तक सबसे अधिक यूरोप और अफ्रीका में फैली है। एशियाई देशों में इसका खतरा बढ़ा नहीं है। यह संक्रामक बीमारी है मगर यह हवा के जरिए नहीं बल्कि किसी को छूने से फैलती है। इसलिए इससे घबराना नहीं बल्कि सावधान और सतर्क रहने की आवश्यकता है। भारत में जनवरी 2022 से जून 2024 के बीच मंकीपॉक्स के क़रीब 27 मरीज मिले और साल 2023 में पाकिस्तान में 9 केस मिले थे।