Pan Card: हर किसी का नंबर होता है अलग, लेकिन क्या आप जानते हैं उसका असली मतलब?
Pan Card: पैन कार्ड एक जरूरी डॉक्यूमेंट है। इसमें 10 कैरेक्टर होता है। हर कैरेक्टर का मतलब अलग होता है। आर्टिकल में इन सभी कैरेक्टर के बारे में जानते हैं।

भारत में पैन कार्ड (PAN Card) एक अहम डॉक्यूमेंट है। इसका इस्तेमाल खासतौर पर आयकर से जुड़े मामलों के लिए किया जाता है। पैन का पूरा नाम परमानेंट अकाउंट नंबर (Permanent Account Number) है। पैन कार्ड में 10 कैरेक्टर्स वाला एक यूनिक अल्फा-न्यूमेरिक कोड होता है, जैसे – ABZPK1234F।
बहुत लोग इसे बस एक नंबर समझते हैं, लेकिन हकीकत यह है कि इस नंबर के हर एक कैरेक्टर का खास मतलब होता है। आइए आसान भाषा में समझते हैं कि पैन कार्ड के इन 10 कैरेक्टर्स में क्या जानकारी छिपी होती है।
पैन नंबर के पहले तीन कैरेक्टर
पैन कार्ड का पहला दूसरा और तीसरा कैरेक्टर हमेशा अंग्रेजी के अक्षर होते हैं। ये तीनों कैरेक्टर रैंडम होते हैं और आयकर विभाग द्वारा जेनरेट किए जाते हैं। इनका पैन धारक की पहचान से कोई सीधा संबंध नहीं होता। ये नंबर को यूनिक बनाने में मदद करते हैं।
चौथा कैरेक्टर है सबसे अहम
पैन नंबर का चौथा कैरेक्टर यह बताता है कि पैन कार्ड किस तरह की संस्था या व्यक्ति के नाम पर जारी हुआ है। यह कैरेक्टर आयकर विभाग द्वारा तय किया गया है और इससे यह साफ हो जाता है कि पैन किस कैटेगिरीके लिए है।
जैसे अगर चौथा अक्षर "P" है तो यह किसी व्यक्ति (Individual) का पैन है। इसी तरह "C" कंपनी के लिए, "H" हिंदू अविभाजित परिवार के लिए, "F" फर्म के लिए और "T" ट्रस्ट के लिए होता है। इससे सरकार के रिकॉर्ड में टैक्सपेयर की कैटेगिरी तय होती है।
पांचवां कैरेक्टर देता है ये जानकारी
पांचवां कैरेक्टर उस व्यक्ति या संस्था के नाम का पहला अक्षर होता है, जिसके नाम पर पैन जारी हुआ है। अगर पैन किसी व्यक्ति के नाम पर है, तो यह उसके सरनेम (Surname) का पहला अक्षर होता है।
उदाहरण के लिए अगर किसी का नाम Ravi Sharma है, तो यहां 'S' इस कैरेक्टर में दिखेगा। अगर पैन किसी कंपनी के नाम पर है तो कंपनी के नाम का पहला अक्षर यहां होता है।
चार नंबर वाला हिस्सा क्यों है यूनिक?
पैन कार्ड का छठा से नौवां कैरेक्टर तक चार अंक होते हैं, जैसे 1234। ये पूरी तरह से सीरियल नंबर होते हैं और यह दर्शाते हैं कि यह पैन किस क्रम में जारी किया गया है। हालांकि इसका कोई सीधा टैक्स या पहचान से संबंध नहीं होता, लेकिन यह हर पैन को अलग और यूनिक बनाने में मदद करता है।
आखिरी अक्षर है सुरक्षा के लिए
पैन कार्ड का दसवां और अंतिम कैरेक्टर एक लेटर होता है, जिसे 'चेक डिजिट' कहा जाता है। यह एक स्पेशल फॉर्मूला से जनरेट किया जाता है, ताकि पूरे पैन नंबर की वैधता को जांचा जा सके। यह कैरेक्टर पैन नंबर को फर्जीवाड़े से बचाने में अहम भूमिका निभाता है।