iPhone की तलाश कहां होगी खत्म, आई बड़ी ख़बर
चीन और अमेरिका के बीच ट्रेड वॉर लगाता बढ़ रहा है। भारत पहले से ही Apple के लिए आईफोन को असेंबल करने और मैन्युफैक्चरिंग करने के लिए एक बेस है। दुनिया की कई बड़ी कंपनियां चीन+1 की रणनीति पर काम कर रही है।

दुनिया की फैक्ट्री कहे जाने वाले चीन को एक और बड़ा झटका मिला है। यह झटका iPhone बनाने वाली दिग्गज कंपनी Apple ने दिया है। कोविड के बाद से दुनिया भर की ग्लोबल कंपनी चीन से अपनी निर्भरता को कम करने में लगी है। ये इसी का नतीजा है कि Apple चीन का विकल्प ढूंढ रहा है और इसी कड़ी में Apple अपने न्यू जनरेशन आईफोन की बैटरी मैन्युफैक्चरिंग करने के लिए भारत की तरफ देख रहा है। मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, Apple अपने 2024 में आने वाले iPhone की iPhone16 की बैटरी भारत में बनवाना चाहता है, जिससे चीन पर निर्भरता कम की जा सके। रिपोर्ट्स में बताया गया है कि Apple ने अपने कंपोनेंट सप्लायर्स से कहा है कि iPhone 16 के लिए बैटरी को भारतीय फैक्ट्री से ही बनवाएं।
Also Read: 'लार्ज कैप 50%, मिडकैप 20%, स्मॉल कैप 30%': आनंद राठी वेल्थ के फ़िरोज़ अज़ीज़ ने बताया नुस्खा
Apple ने चीन की कंपनी Desay से भारत में एक बैटरी मैन्युफैक्चरिंग फैक्ट्री लगाने की अपील की है। इसी तरह, ताइवान के बैटरी सप्लायर Simplo Technologies से कहा गया है कि भविष्य के ऑर्डर्स के लिए भारत में उत्पादन बढ़ाने पर विचार करें। माना जा रहा है कि अगर iPhone 16 के लिए बैटरी सप्लाई का ये फैसला कारगर होता है, तो एपल दूसरे iPhones की बैटरी उत्पादन को भी भारत में ट्रांसफर कर सकता है। अगर ऐसा होता है तो Apple के लेटेस्ट जनरेशन iPhone 16 में अब मेड इन इंडिया बैटरी मिलेगी। चीन और अमेरिका के बीच ट्रेड वॉर लगाता बढ़ रहा है। भारत पहले से ही Apple के लिए आईफोन को असेंबल करने और मैन्युफैक्चरिंग करने के लिए एक बेस है। दुनिया की कई बड़ी कंपनियां चीन+1 की रणनीति पर काम कर रही है। यानी वो अपने मैन्यूफैक्चरिंग प्लांट्स के लिए चीन का विकल्प खोज रही हैं। ऐसे में भारत वो विकल्प बनने के मामले में टॉप पर है। इस महीने की शुरुआत में केंद्रीय मंत्री राजीव चंद्रशेखर ने घोषणा की थी कि जापानी इलेक्ट्रॉनिक पार्ट मेकर टीडीके कॉर्प भारत में Apple iPhones के लिए लिथियम-आयन बैटरी सेल की मैन्युफैक्चरिंग शुरू करेगा।