
SemiConductor में क्या है भारत सरकार का मेगा प्लान, MoS राजीव चंद्रशेखर ने किया खुलासा
चन्द्रशेखर ने कहा कि पिछले 65-70 वर्षों में, राजनीतिक नेता इस उद्योग की गंभीरता को समझ नहीं पाए, जिसके कारण भारत सेमीकंडक्टर बस से चूक गया। 1987 में, भारत नोड और चिप्स में सिर्फ दो साल पीछे था, लेकिन आज हम 12 पीढ़ी पीछे हैं। यही वह अंतर है जो पैदा हुआ है। पिछले 40 सालों में हमने बड़े मौके गंवा दिए।

Semicon India 2023 कल से गांधीनगर में शुरू होने वाला है। इस समारोह से पहले एमओएस Rajeev Chandrasekhar ने सरकार की तरफ से एक रिपोर्ट कार्ड भी पेश किया। चन्द्रशेखर ने कहा कि पिछले 65-70 वर्षों में, राजनीतिक नेता इस उद्योग की गंभीरता को समझ नहीं पाए, जिसके कारण भारत सेमीकंडक्टर बस से चूक गया। 1987 में, भारत नोड और चिप्स में सिर्फ दो साल पीछे था, लेकिन आज हम 12 पीढ़ी पीछे हैं। यही वह अंतर है जो पैदा हुआ है। पिछले 40 सालों में हमने बड़े मौके गंवा दिए। हाल ही में सरकार ने 76,000 करोड़ रुपये के सेमीकंडक्टर पीएलआई शुरू करके भारत को चिप मैन्युफैक्चरिंग का हब बनाने का लक्ष्य तय किया था।
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चंद्रशेखर ने कहा, सेमीकंडक्टर मेमोरी क्षेत्र में विश्व की प्रमुख कंपनी माइक्रोन ने गुजरात में 2.75 बिलियन डॉलर के एटीएमपी प्रोजेक्ट के लिए भारत में अपने पहले निवेश की घोषणा की है। माइक्रोन से कम से कम 5,000 नई प्रत्यक्ष और 15,000 सामुदायिक नौकरियां सृजित होने की उम्मीद है। उन्होंने कहा कि भारत को एटीएमपी और फैब में भी कई प्रस्ताव प्राप्त हुए हैं, जिनका मूल्यांकन भारत सेमीकंडक्टर मिशन (आईएसएम) द्वारा किया जा रहा है, जिसमें 40 एनएम सीएमओएस फैब और मल्टीपल कंपाउंड सेमीकंडक्टर, एटीएमपी और फैब प्रस्ताव शामिल हैं। हालांकि मंत्री ने किसी भी बड़ी घोषणा या प्रस्ताव पर टिप्पणी करने से इनकार कर दिया, जिसे सेमीकॉन इंडिया 2023 के दौरान मंजूरी मिलने की उम्मीद है, जिसका उद्घाटन प्रधान मंत्री Narendra Modi करेंगे। इस कार्यक्रम में कई घोषणाएं होने की उम्मीद हैं।
