Al को लेकर PM ने ये क्या कह दिया ! पढ़िए पूरी खबर
हम भारत में AI मिशन लॉन्च करने जा रहे हैं। इस मिशन का लक्ष्य भारत में AI कम्प्यूट पावर की पर्याप्त क्षमता स्थापित करना है। इससे भारत के स्टार्टअप्स और इनोवेटर्स को और बेहतर सुविधाएं मिलेंगी। इस मिशन के तहत एग्रीकल्चर, हेल्थकेयर और एजुकेशन जैसे सेक्टर में AI एप्लिकेशन्स को प्रमोट किया जाएगा।

Artifical Intelligence 21वीं सदी में विकास का सबसे बड़ा टूल बन सकता है और इस सदी को तबाह करने में भी सबसे बड़ी भूमिका निभा सकता है। Deepfake का चैलेंज आज पूरी दुनिया के सामने है। इसके अलावा आतंकियों के हाथ में Al टूल्स के आने का भी बहुत बड़ा खतरा है। हमें AI के इथिकल यूज के लिए मिलकर ग्लोबल फ्रेमवर्क तैयार करना होगा। आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस पर ग्लोबल पार्टनरशिप इवेंट (GPAI Summit-2023) में मंगलवार को PM Modi ने ये बात कही। ये इवेंट नई दिल्ली के प्रगति मैदान पर भारत मंडपम में 14 दिसंबर तक चलेगा। GPAI समिट-2023 इवेंट के लिए पीएम मोदी ने देश की जनता को इनवाइट किया है। AI समिट में दुनिया के करीब 28 देश शामिल हुए हैं। AI को लेकर पीएम मोदी ने कहा है की AI सिर्फ एक नई टेक्नोलॉजी ही नहीं है। ये वर्ल्ड वाइड मूवमेंट बन गया है। इसलिए हम सभी का मिलकर काम करना आवश्यक है। Al ट्रांसफॉर्मेटिव तो है ही, लेकिन ये हम पर है कि हम इसे ज्यादा से ज्यादा ट्रांसपेरेंट बनाएं। हमें दुनिया को यकीन दिलाना होगा कि AI उनके फायदे के लिए है, उनके भले के लिए है। हमें दुनिया के विभिन्न देशों को ये भी विश्वास दिलाना होगा कि इस टेक्नोलॉजी की विकास यात्रा में किसी को भी पीछे नहीं छोड़ा जाएगा।
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आज भारत AI टेलेंट और AI से जुड़े न्यू आइडियाज का सबसे प्रमुख प्लेयर है। यहां आने से पहले मुझे AI एक्स्पो में जाने का मौका मिला। AI कैसे जीवन बदल सकता है, हम इस एक्स्पो में देख सकते हैं। युवाओं के आइडियाज देखकर मुझे खुशी हुई। हाल ही में हमने एग्रीकल्चर में AI चैटबॉट को लॉन्च किया। इससे किसानों को अपने एप्लिकेशन स्टेटस, पेमेंट डिटेल्स और सरकार की स्कीम से जुड़े अपडेट्स जानने में मदद मिलेगी। हम AI की मदद से सेक्टर्स को ट्रांसफॉर्म करने की दिशा में काम कर रहे हैं। हम भारत में AI मिशन लॉन्च करने जा रहे हैं। इस मिशन का लक्ष्य भारत में AI कम्प्यूट पावर की पर्याप्त क्षमता स्थापित करना है। इससे भारत के स्टार्टअप्स और इनोवेटर्स को और बेहतर सुविधाएं मिलेंगी। इस मिशन के तहत एग्रीकल्चर, हेल्थकेयर और एजुकेशन जैसे सेक्टर में AI एप्लिकेशन्स को प्रमोट किया जाएगा। हम अपने इंडस्ट्रियल ट्रेनिंग इंस्टीट्यूट के माध्यम से AI स्किल्स को टियर-2 और टियर-3 शहरों तक पहुंचा रहे हैं। AI समिट में दुनिया के करीब 28 देश शामिल हुए हैं। इसमें 150 से ज्यादा स्पीकर AI पर अपनी राय रखेंगे। इवेंट में 150 से ज्यादा AI स्टार्टअप शामिल हुए है जिन्होंने अपने AI प्रोडक्ट्स शोकेस किए हैं। इसके अलावा 30 से ज्यादा टेक्नोलॉजी सेशन्स होंगे। पिछले महीने, यूके ने AI सेफ्टी समिट होस्ट की थी, जहां अमेरिका, चीन, जापान, यूनाइटेड किंगडम, फ्रांस और भारत और यूरोपीय संघ सहित 28 प्रमुख देशों ने एक डिक्लेरेशन पर हस्ताक्षर करने पर सहमति व्यक्त की थी। इसमें कहा गया था कि AI के संभावित रिस्क से निपटने के लिए ग्लोबल एक्शन की जरूरत है।