
EXCLUSIVE SERIES PART 1: AI से कैसे होगा नौकरियों का नरसंहार
AI की बदौलत 40% काम करने के घंटे भी प्रभावित होंगे। ये AI का सबसे सकारात्मक पहलु है। लेकिन इसके खतरे भी महसूस किए जाने लगे हैं। सबसे बड़ा खतरा है Massacre of Jobs यानि नौकरियों के क्षेत्र में होने वाला नरसंहार।

50 वर्षों में दुनिया तेजी से बदली, लेकिन अगले 5 वर्षों में कई गुना रफ्तार से दुनिया का चेहरा बदलने वाला है। 100 वर्षो के इतिहास पर नज़र डाले तो मानव सभ्यता ने छोटी-बड़ी मशीनों का अविष्कार किया जिन्हें मानव द्वारा ही ऑपरेट किया जाता रहा है। इस दौर में मानव और मशीन एक-दूसरे पर निर्भर रहे हैं। लेकिन आने वाले वक्त में मानव की जरुरत कम होने जा रही है। क्योंकि मशीनों को मशीन ही ऑपरेट करेंगी। मतलब साफ है इंसान की आवश्यकता कम होती जाएगी। दुनियाभर में टेक्नोलॉजी पर आधारित प्रोड्क्टस की मांग बढ़ रही है। घर से लेकर ऑफिस तक, ऐसे प्रोड्क्टस का इस्तेमाल खूब किया जा रहा है. यही वजह है कि हर दिन टेक्नोलॉजी में नए-नए अविष्कार किए जा रहे हैं। दुनिया छोटे-छोटे गैजेट्स में सिमटती जा रही है। बैंक, बाज़ार और बही एक मोबाइल में समा गए हैं। और अब Artificial Intelligence इसे एक नई दिशा, नई रफ्तार देने जा रही है।
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इन दिनों Artificial Intelligence यानि AI की खूब चर्चा है। तमाम कम्पनियां AI को अपने कामकाज में शामिल करने का विचार कर रही हैं। दावे किए जा रहे है कि इस टेक्नोलॉजी के पूरी तरह आने के बाद समय की बचत के साथ प्रोड्क्शन में जबरदस्त इज़ाफा होगा। मानव द्वारा घंटों में किए जाने वाले काम को AI कुछ ही सैकेंडो और मिनटों में आसानी से कर देगा। एक रिपोर्ट के अनुसार AI की बदौलत 40% काम करने के घंटे भी प्रभावित होंगे। ये AI का सबसे सकारात्मक पहलु है। लेकिन इसके खतरे भी महसूस किए जाने लगे हैं। सबसे बड़ा खतरा है Massacre of Jobs यानि नौकरियों के क्षेत्र में होने वाला नरसंहार।

अब तक दुनियाभर में जो काम इंसानों द्वारा किए जा रहे हैं, आने वाले दिनों में वे सभी काम Artificial Intelligence से करवाना संभव होगा। जिस वजह से मानव पर निर्भरता कम होती जाएगी। AI का इस्तेमाल हेल्थ, एजुकेशन, फाइनेंशियल सर्विसेज, मीडिया, राइटिंग, रिसर्च, आर्ट्स-ग्राफिक्स, फोटोग्राफी, सिक्योरिटी, मैनेजमेंट, जैसों क्षेत्रों में होना तय है। भविष्य में इसका असर सीधे तौर पर नौकरियों पर पड़ेगा। World Economic Forum की Future of Jobs रिपोर्ट-2023 के मुताबिक क्लर्क और सेक्रेटरी लेवल की नौकरियों पर AI के कारण सबसे तेजी से असर दिखायी देगा। Goldman Sachs-2023 की रिपोर्ट के मुताबिक AI से दुनियाभर में 30 करोड़ नौकरियों पर खतरे के बादल मंडरा रहे हैं। यानि दुनियाभर से दो-तिहाई नौकरियों का खात्मा हो जाएगा। ये अब तक का सबसे बड़ा नौकरियों का नरसंहार होगा।
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AI का असर अलग-अलग सेक्टर पर अलग-अलग तरह से होगा। World Economic Forum की Future of Jobs रिपोर्ट-2023 में दावा किया गया है कि AI की बदौलत 46% एडमिनिस्ट्रेटिव और 44% लीगल काम करने वाली नौकरियां खत्म हो जाएंगी। कंस्ट्रक्शन से जुड़ी जॉब्स 6% और मेंटनेंस वाली जॉब्स 4% तक प्रभावित हो सकती हैं।

इस बात में कोई संदेह नहीं है कि भविष्य में AI टेक्नोलॉजी के बढ़ते इस्तेमाल के साथ नई तरह की नौकरियां भी विकसित होंगी। World Economic Forum के Future of Jobs Survey 2023 के मुताबिक वर्ष 2027 तक AI और मशीन लर्निंग एक्सपर्ट की संख्या में 40%, डाटा एनालिस्ट, बड़े डाटा एक्सपर्ट्स और वैज्ञानिक की मांग में 30-35%, और इंफोर्मेशन सिक्योरिटी एनालिस्ट की मांग में 31% तक की वृद्धि का अनुमान लगाया गया है। इससे तकरीबन 26 लाख मिलियन नौकरियों में इजाफा होने की संभावना है। यानि 2027 तक Artificial Intelligence की दुनिया में आपको अपनी भूमिका तय करनी होगी वरना आप बेरोजगार हो सकते हैं!