UPI यूजर्स के लिए बड़ी खुशखबरी, बदल गए ये नियम,पढ़िए पूरी खबर
मौजूदा वित्त वर्ष की तीसरी तिमाही में खुदरा महंगाई दर के 5.6% पर रहने की संभावना है। वहीं, चौथी तिमाही में यह 5.2% रह सकता है। कुल मिलाकर पूरे वित्तीय वर्ष के दौरान यह 5.4% के आंकड़े करीब रह सकती है।

RBI गवर्नर ने शुक्रवार को मौद्रिक नीति समिति की मीटिंग में लिये गए फैसलों के बारे में जानकारी दी। इस दौरान उन्होंने बताया कि सभी सदस्यों की सहमति के आधार पर लगातार पांचवी बार रेपो रेट पुरानी दर पर ही कायम रहेगा। इसके अलावा उन्होंने UPI यूजर्स के लिए बड़ा ऐलान किया। गवर्नर ने बताया कि यूपीआई ट्रांजेक्शन की लिमिट को बढ़ाकर पांच लाख रुपये कर दिया गया है। अब आप एक बार में 5 लाख तक का पेमेंट कर सकते हैं। पहले यह लिमिट एक लाख रुपये थी। नए नियम के तहत आप अस्पतालों और शैक्षणिक संस्थानों में यूपीआई के माध्यम से एक बार में पांच लाख रुपये तक का भुगतान कर सकते हैं।
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इसके अलावा उन्होंने बताया कि आरबीआई की तरफ से जीडीपी ग्रोथ के अनुमान को 6.50 से बढ़ाकर 7% कर दिया गया है। नए साल की पहली तिमाही में जीडीपी का आंकड़ा 6.7% रहने की उम्मीद है। आपको बता दें मौजूदा वित्त वर्ष की दूसरी तिमाही के जारी हुए आंकड़ों में जीडीपी बढ़कर 7.6% पर पहुंच गई है। इस दौरान उन्होंने महंगाई को लेकर भी चिंता जाहिर की और कहा कि महंगाई दर नरम रही लेकिन खाद्य महंगाई दर का बढ़ना चिंताजनक बना हुआ है। उन्होंने कहा कि अभी महंगाई दर को 4% पर लाने के लक्ष्य तक हम नहीं पहुंच पाए हैं। इसके लिए हमें काम करते रहना होगा। मौजूदा वित्त वर्ष की तीसरी तिमाही में खुदरा महंगाई दर के 5.6% पर रहने की संभावना है। वहीं, चौथी तिमाही में यह 5.2% रह सकता है। कुल मिलाकर पूरे वित्तीय वर्ष के दौरान यह 5.4% के आंकड़े करीब रह सकती है।