Zee Media ने पेश किए तिमाही नतीजे, कंपनी कर रही फंडिंग और प्लानिंग पर फोकस
Zee Media Q1 Result: कंपनी ने चालू कारोबारी साल की पहली तिमाही के नतीजे घोषित कर दिये हैं। आइए, जानते हैं कि जून तिमाही में कंपनी की परफॉर्मेंस कैसी रही।

Zee Media Corporation Ltd ने अपनी पहली तिमाही (अप्रैल से जून 2025) के नतीजे जारी कर दिए हैं। कंपनी को इस तिमाही में फिर से घाटा हुआ है, लेकिन मैनेजमेंट का कहना है कि आगे हालात सुधर सकते हैं। 29 जुलाई को हुई बोर्ड मीटिंग में कंपनी के स्टैंडअलोन और कंसोलिडेटेड दोनों नतीजों को मंजूरी दी गई।
इस तिमाही में कंपनी को ₹662 लाख का स्टैंडअलोन घाटा हुआ है, जबकि पूरी कंपनी यानी कंसोलिडेटेड आधार पर ₹881 लाख का नुकसान हुआ है। हालांकि ये नुकसान पिछली तिमाही के मुकाबले थोड़ा कम है, जब कंपनी को ₹3,676 लाख का घाटा हुआ था।
कमाई की बात करें तो कंपनी का रेवेन्यू बढ़कर ₹18,236 लाख पहुंच गया, जो पिछली तिमाही के ₹15,580 लाख से ज्यादा है। लेकिन खर्च और भी तेजी से बढ़ा। कुल मिलाकर कंपनी का कुल खर्च ₹19,455 लाख तक चला गया, जिससे मुनाफा नहीं हो पाया।
कंपनी ने कहा है कि घाटा मुख्य रूप से बढ़ते ऑपरेशन खर्च, कर्मचारियों की सैलरी और अन्य जरूरी खर्चों की वजह से हुआ है। इसके साथ ही कुछ पुराने मामलों और कानूनी झंझटों के चलते भी नुकसान झेलना पड़ा है।
Zee Media अब नुकसान से उबरने के लिए नए फंड जुटाने की तैयारी में है। कंपनी ने विदेशी निवेशकों से करीब USD 46.59 मिलियन (लगभग ₹387 करोड़) जुटाने का प्लान बनाया है। यह रकम कंपनी FCCB यानी Foreign Currency Convertible Bonds के जरिए जुटाएगी।
इसके साथ ही, कंपनी खर्च घटाने पर भी काम कर रही है। कंपनी का कहना है कि उनके पास अभी भी अच्छा नेटवर्थ है और सभी बैंकों व फाइनेंशियल संस्थानों को समय पर भुगतान किया गया है। इस वजह से कंपनी को भरोसा है कि वह आने वाले महीनों में बेहतर कमाई कर पाएगी और घाटे से उबर सकेगी।
Zee Media ने अमेरिका में भी अपनी उपस्थिति दर्ज कराई है। वहां उन्होंने ‘Zee Media Inc’ नाम से एक नई कंपनी बनाई है, हालांकि निवेश अभी नहीं हुआ है क्योंकि विदेशी निवेश की मंजूरी अभी बाकी है।
इसके अलावा 2022 में जारी किए गए शेयर वॉरंट्स को लेकर भी मामला अभी कोर्ट में लंबित है, जिसके चलते कंपनी अभी उन पैसों को नहीं ले पा रही है। लेकिन कंपनी ने SEBI से इस मामले में राहत मांगी है।