Nova Agritech IPO में निवेश से बनेगा पैसा? जानिए कंपनी के फाइनेंशियल्स से लेकर बिजनेस मॉडल तक
नोवा एग्रीटेक के फाइनेंशियल पोजिशन मजबूत है। साल 2022-23 में कंपनी का शुद्ध मुनाफा कसोलिडेटेड बेसिस पर करीब 50% बढ़कर 20 करोड़ रुपये से ज्यादा हुआ।

शेयर मार्केट में निवेशकों के लिए कमाई का एक और मौका मिलने जा रहा है। कृषि से जुड़े प्रोडक्ट्स की मैन्युफैक्चरिंग करने वाली कंपनी Nova Agritech अपना इनिशियल पब्लिक ऑफरिंग यानी IPO लेकर आ रही है। इस IPO से जुड़ी तमाम जानकारियां लेकर हम एक बार फिर हाजिर हैं। इस कंपनी के IPO में निवेश करना है या नहीं?
कब आ रहा है IPO?
तो आपको बता दें कि 22 जनवरी 2024 यानी सोमवार को खुलेगा और इसमें निवेशक बुधवार यानी 24 जनवरी तक बोली लगा सकते हैं। 25 जनवरी को शेयरों का बेसिक अलॉटमेंट हो जाएगा। अब इसकी लिस्टिंग कब होगी तो ये भी जान लेते हैं। जानकारी के मुताबिक 30 जनवरी को नोवा एग्रीटेक की लिस्टिंग BSE और NSE में हो जाएगी।
प्राइस बैंड
तेलगांना की नोवा एग्रीटेक का IPO 144 करोड़ रुपये का है। इसके लिए कंपनी ने प्राइस बैंड 39-41 रुपये प्रति शेयर तय किया है। इस IPO के तहत 112 करोड़ रुपये तक के नए शेयर जारी किए जाएंगे। इसकी फेस वैल्यू 2 रुपए रखी गई है। अब सवाल उठता है कि रिटेल निवेशकों के लिए एक लॉट कितने शेयरों का होगा? तो एक लॉट 365 शेयरों का होगा और इसके लिए 14,965 रुपए खर्च करने होंगे। हालांकि नंबर न आने पर पैसे रिफंड हो जाएंगे। अधिकतम रिटेल निवेशक 13 लॉट यानि 4,745 शेयरों के लिए अप्लाई कर सकते हैं।
प्रमोटर्स कितनी हिस्सेदारी बेच रहे हैं?
प्री इश्यू होल्डिंग के तहत 84% हिस्सेदारी है, जो पोस्ट इश्यू के बाद 59% रह जाएगी। तो प्रमोटर नुतलापति वेंकटसुब्बाराव के जरिए 77 लाख इक्विटी शेयरों की बिक्री OFS के जरिए की जाएगी। उनके पास कंपनी की 11.9% हिस्सेदारी है। अगर प्राइस बैंड की अपर वैल्यू के स्तर पर होता है तो कंपनी को इसके जरिये 143.81 करोड़ रुपये मिलेंगे।
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कंपनी का बिजनेस मॉडल
ये कंपनी ऐसे प्रोडक्ट्स की मैन्युफैक्चरिंग करती है जिससे बेहतर क्रॉप यानि फसल पैदा करने में मदद मिलती है। इसका मेन- फोकस 3 चीजों पर है। पहला - सॉइल हेल्थ यानि मिट्टी की उपज बढ़ाने पर। दूसरा - प्लांट न्यूट्रिशन यानि पौधों में पोषक तत्वों को बढ़ाने पर और तीसरा - क्रॉप प्रोटेक्शन यानि फसल की सुरक्षा को लेकर। क्योंकि देश में किसानों को फसल खराब होने पर सबसे ज्यादा नुकसान झेलना पड़ता है। तो ये कंपनी जो प्रोडक्ट बनाती है उसमें उन टेक्नोलॉजी और डिजाइन पर जोर दिया जाता है, जो इनवॉरमेंट फेंडली होते हैं। कंपनी के प्रोडक्ट कैटेगरीज में बायोपेस्टिसाइड, इंटिग्रेटेड पेस्ट मैनेजमेंट भी शामिल है।
किसके लिए कितना रिजर्व ?
कंपनी ने IPO का आधा हिस्सा क्लालिफाइड इंस्टीच्यूशनल बायर्स के लिए रिजर्व किया गया है। नॉन इंस्टीच्यूशनल बायर्स के लिए 15% हिस्सा सुरक्षित किया गया है। इस IPO का 35% हिस्सा रिटेल इनवेस्टर्स के लिए रिजर्व रखा गया है।
कंपनी के फाइनेंशियल्स कैसे हैं?
अब बात करते हैं कंपनी के फाइनेंसियल्स की। नोवा एग्रीटेक के फाइनेंशियल पोजिशन मजबूत है। साल 2022-23 में कंपनी का शुद्ध मुनाफा कसोलिडेटेड बेसिस पर करीब 50% बढ़कर 20 करोड़ रुपये से ज्यादा हुआ। कंपनी का इस साल रेवेन्यू भी 13.4% बढ़कर 210 करोड़ रुपये से ज्यादा हो गया था। साल दर साल के आधार पर देखें तो, इस साल कंपनी का EBITDA सालाना आधार पर 39.3% बढ़कर 38.7 करोड़ रुपये हो गया। चालू वित्त वर्ष में अप्रैल से सितंबर के दौरान कंपनी का कंसोलिडेटेड बेसिस पर रेवेन्यू 103 करोड़ रुपये रहा है और 10 करोड़ रुपये से ज्यादा का नेट प्रोफिट हुआ है। सितंबर 2023 तक कंपनी की कुल बॉरेइंग करीब 68 करोड़ है। अब बात करते हैं रिटर्न ऑन इक्विटी की तो ये 38% है। डेट टू इक्विटी 1 से ज्यादा है।
निवेश करें या नहीं?
अब सवाल उठता है कि नोवा एग्रीटेक के IPO में निवेश करना है या नहीं? तो इसके लिए बिजनेस टुडे बाजार ने बात की मार्केट एक्सपर्ट राघवेंद्र सिंह से। उनका कहना है कि हैदराबाद बेस्ड कंपनी सॉइल हेल्थ, प्लांट न्यूट्रिशन और क्रॉप प्रोटेक्शन के लिए काम करती है। इससे बेहतर विकल्प UPL होगा जो NSE पर लिस्टेड है और पिछले 30 सालों में स्टॉन्ग डाटा के साथ आगे बढ़ रही है। लेकिन उनका कहना है शॉर्ट टर्म के लिए प्रॉफिट बुकिंग के लिए निवेश किया जा सकता है।