नई पीढ़ी अब नहीं खरीद रही सोना, ETF और डिजिटल गोल्ड बन रहा पहली पसंद
अब भारत में सोना खरीदने का तरीका पूरी तरह से बदल गया है। आइए, जानते हैं कि लोग अब कैसे इन्वेस्टमेंट करते हैं।

भारत में सोने को सिर्फ गहना नहीं, बल्कि संपत्ति और सुरक्षा की तरह देखा जाता है। शादी-ब्याह, तीज-त्योहार हर मौके पर सोना लेना शुभ माना जाता है। लेकिन अब धीरे-धीरे लोगों का नजरिया बदल रहा है। खासकर नई पीढ़ी के लोग अब सोने को लेकर थोड़ा अलग सोचने लगे हैं।
इस वक्त सोने की कीमतें रिकॉर्ड के पास चल रही हैं। 16 जुलाई की सुबह गोल्ड की की कीमत ₹97,400 प्रति 10 ग्राम के करीब थी। एक आम मिडल क्लास परिवार के लिए अब सोने का छोटा सा गहना भी खरीदना भारी लगता है।
लोग अब उस पैसे को रोजमर्रा की ज़रूरतों या फिर किसी और जरूरी चीज़ पर खर्च करना बेहतर समझते हैं। कुछ लोग सोचते हैं कि इतनी ऊंची कीमत पर सोना खरीदना सही नहीं है तो वहीं कुछ लोग गिरावट का इंतजार कर रहे हैं।
युवा अब शेयर और म्यूचुअल फंड की तरफ बढ़े
आज के युवा निवेश के लिए नए रास्ते चुन रहे हैं। वे स्टॉक मार्केट (Stock Market), म्यूचुअल फंड (Mutual Funds), एसआईपी (SIP) और क्रिप्टो (Crypto) जैसे ऑप्शन को ज्यादा पसंद कर रहे हैं। उन्हें लगता है कि इनसे पैसा ज्यादा और जल्दी बढ़ता है, जबकि सोना धीरे-धीरे रिटर्न देता है।
PhonePe Wealth के निवेश विशेषज्ञ Nilesh D Naik कहते हैं कि अब युवा लोग अलग-अलग जगह निवेश कर रहे हैं और गोल्ड को अब इकलौता सुरक्षित ऑप्शन नहीं मानते।
पहले सोना परिवार की इज्जत और स्टेटस से जुड़ा होता था। लेकिन अब के युवा गहनों में पैसा लगाने के बजाय ट्रैवल, मोबाइल, गैजेट या नए एक्सपीरियंस में खर्च करना पसंद करते हैं। हालांकि अब भी शादी या खास मौके पर सोना खरीदा जाता है, लेकिन पहले जैसी बड़ी खरीददारी नहीं हो रही।
अब डिजिटल गोल्ड की डिमांड बढ़ी
अब लोग फिजिकल सोने की जगह डिजिटल गोल्ड (Digital Gold) और गोल्ड ईटीएफ (Gold ETFs) में निवेश कर रहे हैं। जब जून में सोने की कीमत थोड़ी गिरी थी तो लोगों ने तुरंत निवेश किया। गोल्ड ईटीएफ में पैसा लगाने वालों की संख्या एक साल में 40% तक बढ़ गई है।
सोना खरीदें, बेचें या होल्ड करें?
एक्सपर्ट मानते हैं कि चाहे सोने की कीमत ऊपर हो या नीचे पोर्टफोलियो में थोड़ा सोना होना चाहिए। Nilesh Naik कहते हैं कि 5–10% गोल्ड में रखना अच्छा होता है, क्योंकि ये बाकी एसेट्स से अलग चलता है और सोना मुश्किल वक्त में काम आता है।