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पारस डिफेंस, बीईएल, जीआरएसई सहित ज्यादातर डिफेंस स्टॉक धड़ाम! ये है बड़ी वजह

पारस डिफेंस, भारत इलेक्ट्रॉनिक्स लिमिटेड (बीईएल) और गार्डन रीच शिपबिल्डर्स एंड इंजीनियर्स (GRSE) सहित अन्य डिफेंस शेयरों में भारी गिरावट देखने को मिल रही है।

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Defence Stocks Today: सोमवार के कारोबार में डिफेंस सेक्टर की ज्यादातर कंपनियों के शेयरों में गिरावट देखने को मिल रही है। खबर लिखे जानें तक सुबह 11:58 बजे तक निफ्टी डिफेंस इंडेक्स (Nifty Defence Index) 0.84% गिरकर 8,865.10 अंक पर ट्रेड कर रहा है। 

पारस डिफेंस, भारत इलेक्ट्रॉनिक्स लिमिटेड (बीईएल) और गार्डन रीच शिपबिल्डर्स एंड इंजीनियर्स (GRSE) सहित अन्य डिफेंस शेयरों में भारी गिरावट देखने को मिल रही है। 

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पारस डिफेंस एंड स्पेस टेक्नोलॉजीज ने सबसे ज्यादा नुकसान उठाया, जो एनएसई पर 7.84 प्रतिशत गिरकर 860.4 रुपये के इंट्राडे लो पर पहुंच गया। लगातार चार सत्रों तक बढ़त के बाद शेयर में गिरावट आई। 

जीआरएसई का शेयर 2.15 प्रतिशत और बीईएल के शेयरों में भी 2.03 प्रतिशत की गिरावट आई। 

वहीं इसके उलट, डीसीएक्स सिस्टम्स के शेयर एनएसई पर 4 प्रतिशत से अधिक बढ़कर 297 रुपये के इंट्राडे हाई पर पहुंच गए। शेयर, जो 2.19 प्रतिशत की बढ़त के साथ खुला था, अब दो सत्रों में लगभग 6 प्रतिशत चढ़ चुका है। 

सुबह 11:58 बजे तक के आंकड़े

क्यों है डिफेंस शेयरों में गिरावट?

डिफेंस शेयरों में गिरावट का कारण प्रॉफिट बुकिंग है। दरअसल डिफेंस शेयरों में हाल ही में काफी आई थी जिसके बाद निवेशकों ने यह मुनाफावसूली की है। 

इसके अलावा, भू-राजनीतिक तनाव कम होने से भी निवेशकों की धारणा पर असर पड़ा है। इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने रविवार को कहा कि इजरायल के वार्ताकारों को दोहा में चल रही वार्ता में युद्ध विराम समझौते को सुरक्षित करने के लिए स्पष्ट निर्देश दिए गए हैं। उन्होंने यह भी कहा कि अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के साथ चर्चा गाजा बंधकों की रिहाई और युद्ध विराम समझौते को आगे बढ़ाने में मदद कर सकती है, ट्रंप ने भविष्यवाणी की कि इस हफ्ते के भीतर एक एग्रीमेंट पर पहुंचा जा सकता है।

क्षेत्र में अस्थायी युद्ध विराम या संघर्ष में कमी की संभावना डिफेंस प्रोडक्ट और सर्विस की शॉर्ट टर्म ग्लोबल मांग को कम कर सकती है, खासकर उन देशों से जो युद्ध से संबंधित तनावों के जवाब में खरीद को बढ़ावा देना चाहते हैं। इसने बदले में भारतीय रक्षा निर्यातकों के लिए भावना को कम कर दिया, जिन्होंने नए ऑर्डर की उम्मीद के बीच खरीद में रुचि देखी थी।
 

Disclaimer: ये आर्टिकल सिर्फ जानकारी के लिए है और इसे किसी भी तरह से इंवेस्टमेंट सलाह के रूप में नहीं माना जाना चाहिए। BT Bazaar अपने पाठकों और दर्शकों को पैसों से जुड़ा कोई भी फैसला लेने से पहले अपने वित्तीय सलाहकारों से सलाह लेने का सुझाव देता है।