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गिरावट में कौन खरीद रहा है स्मॉल और मिडकैप शेयर्स?

कंपनियों में जिंदल स्टेनलेस, JSW एनर्जी और ज़ाइडस वैलनेस, नुवोको विस्ता और भारत वायर जैसी कंपनियां शामिल हैं। इन कंपनियों के प्रमोटर ने ओपन मार्केट ट्रांजैक्शन के जरिए कंपनी में अपनी हिस्सेदारी बढ़ाने का फैसला किया था। JSW में प्रमोटर ने 239 करोड रुपए के शेयर खरीदे हैं।

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मार्केट एक्सपर्ट का साफ तौर पर कहना है कि प्रमोटर्स का अपनी कंपनी के शेयर खरीदना अच्छा संकते है
मार्केट एक्सपर्ट का साफ तौर पर कहना है कि प्रमोटर्स का अपनी कंपनी के शेयर खरीदना अच्छा संकते है

जहां एक तरफ बाजार में बड़ी गिरावट देखने को मिल रही है। ऐसे में बाजार में कोई हैं जो जमकर खरीदारी कर रहे हैं। सोचिए ऐसी जगह, जहां पर सबसे पैन देखने को मिल रहा है। हम यहां बात कर रहे हैं छोटे और मझोले स्टॉक्स। जबकि सेबी की मुखिया ने फरवरी में स्मॉल कैप और मिड कैप शेयरों में बबल बनने के खतरे के प्रति आगाह किया था, जिसके बाद मार्च में स्मॉल कैप और मिड कैप शेयरों में भारी बिकवाली दर्ज की गई थी। अब सोचिए, स्मॉल और मिडकैप ने अच्छे अच्छे इन्वेस्टर्स के पोर्टफोलियो में बड़ी गिरावट ला दी है। निवेशक कंफ्यूज हैं। इसके बावजूद ऐसे में कोई है जो इस स्पेस में जमकर खरीदारी कर रहा है। 

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अगर हम आपको बताएं कि स्मॉल और मिडकैप में खरीदारी निवेशक नहीं बल्कि कंपनी के प्रमोटर्स कर रहे हैं और वो भी छोटी-मोटी नही बल्कि बल्क में अपनी कंपनियों की खरीदारी की जा रही है। आप जानते हैं कि जब भी कोई कंपनी का प्रमोटर, अपनी ही कंपनी के शेयरों में खरीदारी करता है तो इसे बहुत ही मजबूत कदम के तौर पर देखा जाता है। उस कंपनी के लिए एक पॉजिटिव एक्शन माना जाता है। इससे बाजार में ये मैसेज जाता है कि वैल्यूएशन सस्ते हैं। अब जाहिर सी बात है कि उन कंपनियों या कहे उन स्टॉक के बारे में आप जरूर जानना चाहेंगे।

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तो जहां सबसे पहली कंपनी है मैन इंफ्रा कंस्ट्रक्शन। दरअसल मैन इंफ्रा कंस्ट्रक्शन ने शेयर बाजार को जानकारी दी है कि उसके प्रमोटर्स ने कंपनी के 2 लाख शेयर ओपन मार्केट से खरीदे हैं। यानि प्रमोटर्स ने कंपनी के स्टॉक खरीदे हैं। जब भी प्रमोटर्स अपनी कंपनी के शेयर खरीदते हैं तो इसे पॉजिटिव के तौर पर देखा जाता है।  करीब 7110 करोड रुपए के मार्केट कैप वाली मैन इंफ्राकंस्ट्रक्शन के शेयरों का 52 हफ्ते का उच्च स्तर 249 रुपये जबकि 52 हफ्ते का निचला स्तर 66 रुपए है। पिछले 6 महीनों में ये स्टॉक करीब 33% भाग चुका है। वहीं एक साल में 162%।

दूसरा स्टॉक कौन सा है। ये है Praveg। ये  शेयर अपने ऑलटाइम हाई से करीब 30% नीचे आ चुका है। इसका मार्केट कैप 2 हजार करोड़ का है। इसका 52 वीक हाई 1300 रुपये है जबकि लॉ 409 रुपये है। इसका PE अपनी पीयर्स कंपनियों से काफी ज्यादा है। हालांकि लगातार कर्ज में गिरावट आ रही है। 

तीसरा स्टॉक है Snowman Logistics, एक साल में ये स्टॉक निवेशकों का पैसा डबल कर चुका है। वहीं 6 महीने में 30% भाग चुका है। अपने हाई से करीब ये स्टॉक 20% नीचे आ चुका है। इस स्टॉक का 52 वीक हाई 84 रुपए था। करीब-करीब प्रमोटर्स ने 60 लाख शेयरों की खरीदारी की है। 

चौथा स्टॉक है Sarla Performance Fibers, ये स्टॉक भी अपने हाई से करीब 20 प्रतिशत टूटा है। ये कंपनी बड़े Polyester Yarn Manufacturers हैं। इस स्टॉक का 52 वीक हाई 74 रुपये है। मौजूदा वक्त में ये स्टॉक करीब 52 रुपये पर ट्रेड कर रहा है। इसमें भी प्रमोटर्स ने अच्छी खासी खरीदारी ओपन मार्केट में की जाती है।

अगला स्टॉक Star Cement, ये स्टॉक 10% अपने हाई से नीचे आ गया है। Market Cap 8,209 करोड़ का है।

इसके अलावा और कौन सी कंपनियां हैं? इन कंपनियों में जिंदल स्टेनलेस, JSW एनर्जी और ज़ाइडस वैलनेस, नुवोको विस्ता और भारत वायर जैसी कंपनियां शामिल हैं। इन कंपनियों के प्रमोटर ने ओपन मार्केट ट्रांजैक्शन के जरिए कंपनी में अपनी हिस्सेदारी बढ़ाने का फैसला किया था। JSW में प्रमोटर ने 239 करोड रुपए के शेयर खरीदे हैं. ज़ाइडस वैलनेस के प्रमोटर ने इस अवधि में 30 करोड रुपए के शेयर खरीदे हैं। 

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देखिए मार्केट एक्सपर्ट का साफ तौर पर कहना है कि प्रमोटर्स का अपनी कंपनी के शेयर खरीदना अच्छा संकते है। इससे बाजार में ये मैसेज जाता है कि वैल्यूएशन सस्ते हैं। हालांकि ये भी समझना जरूरी है कि प्रमोटर्स कितने शेयर खरीद रहे हैं, अगर कम शेयर खरीद रहे हैं तो कोई बड़ी बात नहीं है। लेकिन अगर बल्क में और बड़ी राशि खर्च कर रहे हैं तो माना जाता है कि वैल्यूएशन सस्ते हैं।

Disclaimer: ये आर्टिकल सिर्फ जानकारी के लिए है और इसे किसी भी तरह से इंवेस्टमेंट सलाह के रूप में नहीं माना जाना चाहिए। BT Bazaar अपने पाठकों और दर्शकों को पैसों से जुड़ा कोई भी फैसला लेने से पहले अपने वित्तीय सलाहकारों से सलाह लेने का सुझाव देता है।