शेयर बाज़ार से कौन डर रहा है?
पिछले महीने 94.17 करोड़ रुपये के आउटफ्लो के बाद स्मॉलकैप फंड फिर से निवेश हासिल करने में कामयाब रहे। इक्विटी कैटिगरी में ELSS और फोकस्ड फंडों को छोड़कर सभी में अप्रैल में इनफ्लो देखा गया

क्या इलेक्शन के रजिल्ट से पहले म्युचुअल फंड के निवेशक डर गए हैं? हम इसलिए ऐसा कह रहे हैं क्योंकि अप्रैल में काफी कम पैसा शेयर बाजार में आया है। इस साल के चार महीनो में ही विदेशी संस्थागत निवेशकों (Fiis) ने सिर्फ फाइनेंशियल स्टॉक्स (Financial Stocks) से ही 46,000 करोड़ रुपये निकाले हैं। इस वजह से बाजार में खूब गिरावट दिख रही है। इसी का असर है कि बीते अप्रैल में इक्विटी म्यूचुअल फंड के इनफ्लो में कमी देखी गई।
Also Read: बसंत माहेश्वरी ने ऐसा क्या कह दिया शेयर बाज़ार पर
निवेशक
निवेशकों द्वारा लार्ज कैप स्कीमों में निवेश कम करने से इक्विटी म्यूचुअल फंड्स में करीब 18,917.08 करोड़ रुपये का निवेश आया। यह मार्च के मुकाबले 16.42 पर्सेंट कम है। इस साल मार्च में 22,633 करोड़ रुपये और फरवरी में 26,866 करोड़ रुपये का निवेश हुआ था। एसोएसिएशन ऑफ म्यूचुअल फंड्स ऑफ इंडिया (AMFI) ने गुरुवार को जारी आंकड़ों में यह जानकारी दी
स्मॉल कैप में लौटे निवेशक
पिछले महीने 94.17 करोड़ रुपये के आउटफ्लो के बाद स्मॉलकैप फंड फिर से निवेश हासिल करने में कामयाब रहे। इक्विटी कैटिगरी में ELSS और फोकस्ड फंडों को छोड़कर सभी में अप्रैल में इनफ्लो देखा गया। लार्ज-कैप फंड में इनफ्लो तेजी से घटकर 357 करोड़ रुपये रहा। मार्च में यह 2,128 करोड़ रुपये था