scorecardresearch

4 जून को कहां होगा बाज़ार, UBS ने किया बाज़ार का शानदार विश्लेषण

मार्केट एक्सपर्ट के मुताबिक अभी भी मार्केट में बाय ऑन डिप्स वाला स्ट्रक्चर देखा जा रहा है। इक्विटी में कोई भी महत्वपूर्ण कमजोरी गिरावट पर खरीद के अवसर हो सकती है। प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी ने पहले ही अपनी पार्टी भाजपा और शेयर बाजारों दोनों में 4 जून को नए रिकॉर्ड हाई बनाने का विश्वास व्यक्त किया है।

Advertisement
लोकसभा चुनाव के नतीजों से पहले शेयर मार्केट आय दिन नए रेकॉर्ड बना रहा है
लोकसभा चुनाव के नतीजों से पहले शेयर मार्केट आय दिन नए रेकॉर्ड बना रहा है

तो लोकसभा चुनाव के नतीजों से पहले शेयर मार्केट आय दिन नए रेकॉर्ड बना रहा है। अगर गौर से देखा जाए तो फाइनेंशियल और मेटल शेयरों में दमदार तेजी देखने को मिल रही है। निफ्टी 50 इंडेक्स ने भी नए रेकॉर्ड को हाल ही में छूआ है। लेकिन सबकी निगाहें इस वक्त 4 जून पर है। उस दिन बाजार में क्या होगा? एक बहुत ही चौंकाने वाली रिपोर्ट आई है। लोकसभा चुनावों में बीजेपी की सीटों के आधार पर शेयर बाजार का आंकलन किया है। फर्ज कीजिए अगर लोकसभा चुनावों में बीजेपी की सीटों में भारी गिरावट आती है तो क्या होगा 4 जून को? क्योंकि शुरुआत मतदान चरणों में बाजार में बहुत उथल-पुथल मची हुई थी। हालांकि बाद के इलेक्शन फेज में बाजार की स्थिति बेहर होती दिखी है। इस रिपोर्ट में  कुल 4 सीनेरियो बताए गए हैं, BJP की कितनी सीटों पर बाजार कैसे रिएक्ट कर सकता है? आइये समझते हैं। 

advertisement

Also Read: 'BJP 250 से कम सीटें जीतती है, तो शेयर मार्केट नेगेटिव रिएक्शन देगा...', इंडिया टुडे कॉन्क्लेव में बोले रुचिर शर्मा

ब्रोकरेज फर्म UBS की रिपोर्ट

तो यहां ग्लोबल ब्रोकरेज फर्म UBS की रिपोर्ट आई है। कुल 4 सीनेरियो से पहले यूबीएस सिक्योरिटीज इस बात पर गौर करते हैं। उनका कहना है कि अगर लोकसभा चुनावों के परिणाम उम्मीदों के मुताबिक नहीं रहते हैं तो इसका शेयर बाजार में निगेटिव असर होगा। इसकी वजह ये है कि राजनीतिक अस्थितरता और पॉलिसी पैरालिसिस की आशंका के कारण बाजार की धारणा प्रभावित होगी और निवेशकों का भरोसा डगमगा सकता है। इससे नियर टर्म में फाइनेंशियल मार्केट्स में तीव्र प्रतिक्रिया देखने को मिल सकती है। इक्विटी वैल्यूएशंस प्री-NDA स्तर तक गिर सकते हैं। ऐतिहासिक रूप से जब भी चुनाव रिजल्ट के कारण मार्केट में गिरावट आई है तो उसकी भरपाई के लिए मीडियम से लॉन्ग टर्म तक इंतजार करना पड़ता है। इसकी वजह यह है कि बाजार और कंपनियों को नई सरकार की नीतियों के अनुरूप ढलने में समय लगता है। ब्रोकरेज ने इन चुनावों में इन्वेस्टर्स के लिए चार सीनेरेयो बनाए हैं।

Also Watch:Phalodi Satta Market: 5वें चरण के बाद पलटा पासा! फलोदी सट्टा बाजार से आया चौंकाने वाला आंकड़ा

तो सबसे पहले सीनेरियो 1 की बात करते हैं

अगर BJP इन चुनावों में अपनी सिंगल-पार्टी मैज्योरिटी बरकरार रखती है तो मार्केट्स को यह भरोसा रहेगा कि सरकार की नीतियां जारी रहेंगी। विनिवेश यानि डिसइन्वेस्टमेंट, लैंड बिल और यूनिफॉर्म सिविल कोड पर बात आगे बढ़ सकती है। कुल मिलाकर फाइनेंशियल मार्केट का सेंटीमेंट पॉजिटिव बना रहेगा यानि निवेशकों को टेंशन लेने की जरूरत नहीं होगी।

सीनिरेयो 2

अगर बीजेपी सिंगल पार्टी मैज्योरिटी हासिल में नाकाम रहती है और NDA  के दूसरे घटक दलों के साथ मिलकर सरकार बनाती है तो नीतिगत स्थिरता को लेकर बाजार की भरोसा थोड़ा डगमगा सकता है। ऐसी स्थिति में गठबंधन के दूसरे दलों की तरफ से दबाव बढ़ सकता है लेकिन ओवरऑल मैक्रो स्टैबिलिटी बनी रह सकती है। इसका वित्तीय बाजारों पर मिलाजुला असर देखने को मिल सकता है।


सीनेरियो 3

अगर NDA बहुमत के आंकड़े तक नहीं पहुंच पाता है और किसी को बहुमत नहीं मिलता है तो बाजार में अनिश्चितता बढ़ सकती है। मजबूत सरकार नहीं होने पर फैसले लेने में देरी से सुधारों पर असर हो सकता है। इससे पॉलिसी पैरालिसिस की स्थिति पैदा हो सकती है जिसका फाइनेंशियल मार्केट्स पर नकारात्मक असर देखने को मिल सकता है।

advertisement

सीनेरियो 4

अगर INDIA गठबंधन की सरकार बनती है तो इससे बाजार में अनिश्चितता की स्थिति पैदा हो सकती है। ऐसा होने पर नीतियों में बदलाव किया जा सकता है। यूबीएस ने कहा कि ऐसा होने पर एनडीए सरकार के कई सुधारों को पलटा जा सकता है। सरकार में बदलाव होने पर शेयर बाजार में तीव्र प्रतिक्रिया देखने को मिल सकती है। यानि बाजार में अच्छी खासी गिरावट आ सकती है।

मार्केट एक्सपर्ट

हालांकि मार्केट एक्सपर्ट के मुताबिक अभी भी मार्केट में बाय ऑन डिप्स वाला स्ट्रक्चर देखा जा रहा है। इक्विटी में कोई भी महत्वपूर्ण कमजोरी गिरावट पर खरीद के अवसर हो सकती है। प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी ने पहले ही अपनी पार्टी भाजपा और शेयर बाजारों दोनों में 4 जून को नए रिकॉर्ड हाई बनाने का विश्वास व्यक्त किया है। अब देखना होगा आगे क्या होता है?

Disclaimer: ये आर्टिकल सिर्फ जानकारी के लिए है और इसे किसी भी तरह से इंवेस्टमेंट सलाह के रूप में नहीं माना जाना चाहिए। BT Bazaar अपने पाठकों और दर्शकों को पैसों से जुड़ा कोई भी फैसला लेने से पहले अपने वित्तीय सलाहकारों से सलाह लेने का सुझाव देता है।