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सहारा समूह की कंपनियों की जांच पर क्या बोलीं वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण? - जानिए

सहारा समूह की कंपनियों की जांच कर रहा SFIO, अब तक 19,650 लोगों ने रिफंड मांगा: वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण

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कागज लेकर आइए, सहारा का पैसा देने को तैयार, लोकसभा में बोलीं निर्मला सीतारमण
कागज लेकर आइए, सहारा का पैसा देने को तैयार, लोकसभा में बोलीं निर्मला सीतारमण

वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने लोकसभा में बताया कि गंभीर धोखाधड़ी जांच कार्यालय (SFIO) सहारा समूह की कंपनियों की वित्तीय मामलों की विस्तृत जांच कर रहा है। उन्होंने यह भी खुलासा किया कि सहारा समूह की कंपनियों में 3.7 करोड़ निवेशक हैं और अब तक 19,650 लोगों ने रिफंड का दावा किया है, जिनमें से 17,250 दावों का निपटारा किया जा चुका है।

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सीतारमण ने कहा कि SFIO की रिपोर्ट के बाद सहारा समूह पर आगे की कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने बताया कि सुप्रीम कोर्ट भी इस मामले की निगरानी कर रहा है और सरकार केवल कोर्ट के निर्देशों का पालन कर रही है।

सहारा समूह पर क्या है आरोप? 

सहारा समूह पर आरोप है कि उसने अवैध रूप से जमा रकम जुटाई और निवेशकों को उच्च रिटर्न का वादा किया। 2012 में सुप्रीम कोर्ट ने सहारा समूह को 17,400 करोड़ रुपये जमा कराने का आदेश दिया था, लेकिन समूह इस आदेश का पालन नहीं कर पाया।

इसके बाद से ही सहारा समूह के खिलाफ कई मुकदमे दर्ज हैं और समूह के प्रमुख सुब्रत रॉय को कई बार गिरफ्तार भी किया गया है। सरकार ने भी समूह की संपत्तियों को जब्त करने की कार्रवाई शुरू की है।

अब क्या होगा आगे? 

SFIO की जांच रिपोर्ट के बाद सहारा समूह पर आगे की कार्रवाई होगी। सुप्रीम कोर्ट भी इस मामले की निगरानी कर रहा है। सरकार का कहना है कि वह केवल कोर्ट के निर्देशों का पालन कर रही है।

निवेशकों के हितों की रक्षा के लिए सरकार ने कई कदम उठाए हैं। अब तक 17,250 निवेशकों को रिफंड दिया जा चुका है। सरकार का प्रयास है कि शेष निवेशकों को भी जल्द से जल्द उनका पैसा वापस मिले।

Disclaimer: ये आर्टिकल सिर्फ जानकारी के लिए है और इसे किसी भी तरह से इंवेस्टमेंट सलाह के रूप में नहीं माना जाना चाहिए। BT Bazaar अपने पाठकों और दर्शकों को पैसों से जुड़ा कोई भी फैसला लेने से पहले अपने वित्तीय सलाहकारों से सलाह लेने का सुझाव देता है।