हिंडनबर्ग की रिपोर्ट के बाद शेयर बाजार में उतार-चढ़ाव
सुबह 10:05 बजे, BSE सेंसेक्स 471 अंक गिरकर 79,235 पर पहुंच गया, जबकि NSE निफ्टी50 127 अंक की गिरावट के साथ 24,240 पर ट्रेड कर रहा था। यह गिरावट हिन्डनबर्ग रिसर्च और सेबी के बीच चल रहे विवाद के कारण आई है। हालांकि सुबह 11 बजे निफ्टी और सेंसेक्स हरे निशान में आ गए।

भारतीय शेयर बाजार में आज की शुरुआत में ही भारी उतार-चढ़ाव देखने को मिला। सुबह 10:05 बजे, BSE सेंसेक्स 471 अंक गिरकर 79,235 पर पहुंच गया, जबकि NSE निफ्टी50 127 अंक की गिरावट के साथ 24,240 पर ट्रेड कर रहा था। यह गिरावट हिन्डनबर्ग रिसर्च और सेबी के बीच चल रहे विवाद के कारण आई है। हालांकि सुबह 11 बजे निफ्टी और सेंसेक्स हरे निशान में आ गए।
हिन्डनबर्ग का आरोप
हिन्डनबर्ग रिसर्च ने शनिवार को आरोप लगाया कि सेबी की चेयरपर्सन माधबी पुरी बुक और उनके पति के पास बर्मूडा और मॉरिशस में अज्ञात ऑफशोर फंड में निवेश हैं।
शेयर बाजार की स्थिति
30-शेयर वाले सेंसेक्स प्लेटफार्म पर अड़ानी पोर्ट्स, एनटीपीसी, पावरग्रिड, आईसीआईसीआई बैंक, एसबीआई और नेस्ले जैसे शेयरों में गिरावट आई है। वहीं, जेएसडब्ल्यू, टाटा मोटर्स, मारुति, एचडीएफसी बैंक, सन फार्मा और एक्सिस बैंक जैसे शेयर लाभ में रहे। अड़ानी समूह के सभी 10 शेयरों में शुरुआती ट्रेडिंग में गिरावट आई, जिसमें अड़ानी एंटरप्राइजेज, अड़ानी ग्रीन एनर्जी, अड़ानी टोटल गैस और अड़ानी पावर शामिल हैं। व्यापक बाजार की स्थिति व्यापक बाजारों में, बीएसई मिडकैप और स्मॉलकैप सूचकांक क्रमशः 0.48 प्रतिशत और 0.46 प्रतिशत नीचे ट्रेड कर रहे हैं।
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सेक्टोरल अपडेट
सभी क्षेत्रों में, निफ्टी रियल्टी सूचकांक को छोड़कर सभी सूचकांक गिरावट में थे। निफ्टी मीडिया सूचकांक 1.6 प्रतिशत गिर गया, जबकि निफ्टी पीएसयू बैंक और मेटल सूचकांक दोनों में 0.8 प्रतिशत की गिरावट आई। दूसरी ओर, रियल एस्टेट कंपनियों का सूचकांक 0.15 प्रतिशत बढ़ा।
रुपये की स्थिति
रुपया सोमवार को अमेरिकी डॉलर के मुकाबले सीमित दायरे में ट्रेड कर रहा था, क्योंकि निवेशक प्रमुख घरेलू मैक्रोइकोनॉमिक डेटा के रिलीज होने की प्रतीक्षा कर रहे थे। फॉरेक्स ट्रेडर्स ने कहा कि USD/INR जोड़ी के लिए 84.00 स्तर एक मनोवैज्ञानिक प्रतिरोध के रूप में कार्य कर रहा है। बाजार के प्रतिभागी भारतीय सीपीआई महंगाई और आईआईपी नंबरों के संकेतों की प्रतीक्षा कर रहे हैं, जो आज जारी होने वाले हैं।
इंटरबैंक विदेशी मुद्रा में, रुपया 83.95 पर खुला और एक तंग दायरे में ट्रेड किया। प्रारंभिक ट्रेड में, यह 83.96 पर पहुंच गया, जो पिछले बंद से 1 पैसे की गिरावट दर्शाता है। शुक्रवार को, रुपया 2 पैसे की बढ़त के साथ 83.95 पर बंद हुआ था।
आज के बाजार में हिन्डनबर्ग रिसर्च के आरोपों के कारण उतार-चढ़ाव देखने को मिला है। हालांकि, विशेषज्ञों का मानना है कि ये आरोप बाजार पर दीर्घकालिक प्रभाव नहीं डालेंगे। निवेशकों को बाजार की मौजूदा स्थिति को ध्यान में रखते हुए उचित निर्णय लेने की सलाह दी गई है।
इस सप्ताह के दौरान, बाजार में वैश्विक और घरेलू कारकों का प्रभाव देखने को मिलेगा, जिसमें अमेरिकी उपभोक्ता डेटा और कोर CPI नंबर शामिल हैं। इन संकेतों के आधार पर, बाजार की दिशा तय होगी।