FY25 में अनिल अग्रवाल की कंपनी ने किया कमाल, निवेशकों को मिला 87% का रिटर्न
Vedanta Share: स्टॉक मार्केट में अनिल अग्रवाल की कंपनी वेदांता को डिविडेंडकिंग कहा जाता है। अब कंपनी ने बताया कि पिछले कारोबारी साल में निवेशकों को 87 फीसदी का शानदार रिटर्न मिला है।

Vedanta Ltd ने वित्त वर्ष 2024-25 (FY25) में शेयरधारकों को जबरदस्त फायदा पहुंचाया है। चेयरमैन अनिल अग्रवाल ने 60वीं एनुअल जनरल मीटिंग (AGM) में बताया कि Vedanta ने Nifty 100 कंपनियों में सबसे ज्यादा 87% का टोटल शेयरहोल्डर रिटर्न दिया है। इसके साथ ही कंपनी अब एक नई स्ट्रैटेजी के तहत अपने बिजनेस को अलग-अलग कंपनियों में बांट रही है।
शुक्रवार के कारोबारी सत्र में वेदांता के शेयर 1 फीसदी से ज्यादा चढ़कर 445.10 रुपये प्रति शेयर पर कारोबार कर रहे हैं।
AGM में अनिल अग्रवाल ने जानकारी दी कि Vedanta अपने मेटल, मिनरल और अन्य कारोबारों को चार अलग-अलग कंपनियों में डिमर्ज कर रही है। शेयरधारकों और लेनदारों में से 99.5% से ज्यादा ने इस प्रस्ताव को मंजूरी दे दी है। डिमर्जर के बाद शेयरहोल्डर्स को वेदांता के हर एक शेयर के बदलेचार नई कंपनियों में एक-एक शेयर मिलेगा।
अनिल अग्रवाल ने इसे कंपनी की "3D स्ट्रैटेजी" Demerge, Diversify और Deleverage बताया। इसका मतलब है कि हर बिजनेस को अलग पहचान मिलेगी। इससे नए इन्वेस्टर्स जुड़ेंगे और कंपनी धीरे-धीरे अपने कर्ज को पूरी तरह चुकाकर FY26 के अंत तक डेट-फ्री हो पाएगी।
शेयरधारकों को मिला भारी डिविडेंड
Vedanta ने FY25 में अपने शेयरधारकों को ₹43.5 प्रति शेयर डिविडेंड दिया जिसकी कुल राशि ₹17,000 करोड़ से ज्यादा रही। FY24 में कंपनी ने ₹29.5 प्रति शेयर के हिसाब से ₹10,959 करोड़ और FY23 में ₹101.5 प्रति शेयर का भारी-भरकम डिविडेंड बांटा था।
कंपनी की फाइनेंशियल हेल्थ मजबूत
FY25 में Vedanta ने ₹1.5 लाख करोड़ का रेवेन्यू और ₹40,000 करोड़ से ज्यादा का EBITDA हासिल किया। Hindustan Zinc को छोड़कर Vedanta Ltd ने अकेले ₹25,800 करोड़ का EBITDA दर्ज किया।
Vedanta अब इंडस्ट्रियल लेवल पर Zinc और Aluminium पार्क विकसित करने जा रही है। इससे हजारों नई-पुरानी इंडस्ट्री को फायदा मिलेगा और कंपनी के सप्लाई चेन मॉडल को और ताकत मिलेगी।