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इस सस्ते शेयर में आएगी 30% की तेजी? ब्रोकरेज ने दिया जबरदस्त टारगेट

Suzlon Share Price: Suzlon Energy के शेयर में तेजी आने वाली है। MOFSL की रिपोर्ट के बाद स्टॉक 4 फीसदी चढ़ गया। ब्रोकरेज ने सुजलॉन का शेयर प्राइस टारगेट सेट कर दिया।

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Shares of Suzlon Energy rose nearly 2.70 per cent to Rs 59.80 on Wednesday, with its total market capitalization hitting Rs 81,000 crore mark.

Suzlon Energy Share Price: सुजलॉन एनर्जी (Suzlon Energy) के शेयरों में बुधवार को जबरदस्त तेजी देखने को मिली है। 12 बजे के बाद कंपनी के शेयर (Suzlon Energy Share) 4% की उछाल के साथ ₹59.81 के स्तर पर कारोबार कर रहा था। हालांकि, बाद में कंपनी के शेयर (Suzlon Energy Share Price) 4.17 फीसदी की तेजी के साथ ₹60 प्रति शेयर पर बंद हुआ। 

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 बीते 5 ट्रेडिंग सेशनों में से तीन में इस स्टॉक ने तेजी दिखाई है। अब ब्रोकरेज हाउस मोतीलाल ओसवाल (Motilal Oswal) की रिपोर्ट के मुताबिक इसमें अभी और 30% की तेजी आ सकती है।

ब्रोकरेज ने क्यों दिया ₹75 का टारगेट? (Suzlon Energy Share Price Target)

मोतीलाल ओसवाल (MOFSL) ने सुजलॉन एनर्जी पर ‘Buy’ रेटिंग बरकरार रखते हुए इसका टारगेट प्राइस ₹75 तय किया है। यानी मौजूदा भाव से यह स्टॉक आगे चलकर करीब 30% तक का रिटर्न दे सकता है। ब्रोकरेज का मानना है कि सरकार की ओर से लाया गया नया ड्राफ्ट नोटिफिकेशन, जिसमें पवन टर्बाइनों (Wind Turbines) के लिए लोकल कंपोनेंट्स के इस्तेमाल की बात है, सुजलॉन के लिए एक बड़ा गेमचेंजर साबित हो सकता है।

सरकार के नए नियम से सुजलॉन को फायदा कैसे?

सरकार का नया नियम कहता है कि पवन टर्बाइनों को अब लोकल पार्ट्स से बनाना होगा। इससे विदेशी कंपनियों की हिस्सेदारी कम होगी और घरेलू कंपनियों का पलड़ा भारी रहेगा। चूंकि सुजलॉन पहले से ही अपने लगभग सभी टरबाइन पार्ट्स भारत में बनाता है, इसलिए इस नियम का सीधा फायदा उसे मिलेगा।

नए नियम से बाजार में कॉम्पटीशन घटेगी, जिससे सुजलॉन जैसी कंपनियों को और तेजी से ऑर्डर मिल सकते हैं। अभी भारतीय कंपनियों को कुल नए ऑर्डर का 50-60% हिस्सा मिलता है। लेकिन यह हिस्सा अब और बढ़ सकता है।

EPC कॉन्ट्रैक्ट में बढ़ोतरी का प्लान

सुजलॉन अभी जिन प्रोजेक्ट्स को खुद डिजाइन, खरीद और बनाता है यानी EPC (Engineering, Procurement & Construction), उनका हिस्सा उसके कुल ऑर्डर में सिर्फ 20% है। कंपनी इसे अगले कुछ सालों में 50% तक ले जाना चाहती है, जिससे उसे प्रोजेक्ट टाइमिंग और क्वालिटी पर बेहतर कंट्रोल मिल सकेगा।

ऑर्डर बुक बेहद मजबूत (Suzlon Energy Order Book)

अभी सुजलॉन के पास कुल 5,622 मेगावाट की ऑर्डर बुक है, जो Q4 FY25 में डिस्पैच किए गए ऑर्डर को मिलाकर बनी है। सिर्फ अप्रैल महीने में ही कंपनी को दो बड़े ऑर्डर मिले हैं।

स्टॉक एक्सचेंज फाइलिंग के अनुसार SunSource Energy से 100.8 MW का ऑर्डर मिला है। वहीं, NTPC Green Energy से 378 MW का ऑर्डर मिला। इसके साथ ही मार्च में Bharat Petroleum से 50 MW का प्रोजेक्ट भी कंपनी को मिला था।

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Disclaimer: ये आर्टिकल सिर्फ जानकारी के लिए है और इसे किसी भी तरह से इंवेस्टमेंट सलाह के रूप में नहीं माना जाना चाहिए। BT Bazaar अपने पाठकों और दर्शकों को पैसों से जुड़ा कोई भी फैसला लेने से पहले अपने वित्तीय सलाहकारों से सलाह लेने का सुझाव देता है।