Stock Market: शेयर बाजार में दर्ज की गई गिरावट, Sensex 885 अंक, Nifty 24,717 अंक लुढ़का
वैश्विक संकेतों में कमजोरी और अमेरिकी अर्थव्यवस्था से जुड़ी चिंताओं के कारण बाजार में बिकवाली देखी गई।

भारतीय शेयर बाजार शुक्रवार को गिरावट के साथ बंद हुआ। वैश्विक संकेतों में कमजोरी और अमेरिकी अर्थव्यवस्था से जुड़ी चिंताओं के कारण बाजार में बिकवाली देखी गई।
Sensex और Nifty में गिरावट
बीएसई सेंसेक्स 885.59 अंक या 1.08 प्रतिशत गिरकर 80,981.95 पर बंद हुआ, जबकि एनएसई निफ्टी 293.2 अंक या 1.17 प्रतिशत टूटकर 24,717.7 पर आ गया। निफ्टी पर सबसे ज्यादा गिरावट देखने को मिली।
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सेक्टोरल परफॉरमेंस
सभी सेक्टरों में गिरावट देखी गई। बैंकिंग, मेटल, ऑटो और रियल्टी शेयरों में भारी बिकवाली हुई। अमेरिकी अर्थव्यवस्था से जुड़े आंकड़ों में गिरावट ने निवेशकों को चिंतित कर दिया। मध्य पूर्व में बढ़ते जनसंहार के कारण भी बाजार में नकारात्मक माहौल बना।
शीर्ष गेनर और लूजर
निफ्टी में दिवी लैब, एचडीएफसी बैंक, डॉ रेड्डीज, सन फार्मा और कोटक महिंद्रा बैंक जैसे शेयर गिरावट से बच गए। वहीं इक्वर मोटर्स, मारुति, टाटा मोटर्स, हिंडाल्को और जेएसडब्ल्यू स्टील जैसे शेयर भारी नुकसान में रहे।
निवेशकों का नुकसान
शुक्रवार को बीएसई पर सूचीबद्ध कंपनियों का बाजार पूंजीकरण 8 लाख करोड़ रुपये घटकर 446.38 लाख करोड़ रुपये रह गया। पिछले सत्र में यह 454.32 लाख करोड़ रुपये था।
विशेषज्ञों की राय
वित्तीय सेवाओं के प्रमुख निवेश रणनीतिकार वीके विजयकुमार का कहना है कि अमेरिकी विनिर्माण क्षेत्र में गिरावट ने बाजारों को डरा दिया है। उन्होंने कहा कि भारत में हाल की रैली मुख्य रूप से धन प्रवाह पर निर्भर थी, न कि मौलिक समर्थन पर। मेहता इक्विटीज के वरिष्ठ उपाध्यक्ष प्रशांत तापसे का मानना है कि निफ्टी 25,000 के स्तर पर पहुंचने के बाद संभावित अस्थिरता का सामना कर सकता है।
शुक्रवार का दिन भारतीय शेयर बाजार के लिए चुनौतीपूर्ण रहा। वैश्विक संकेतों के कारण आई गिरावट ने निवेशकों को चिंता में डाल दिया है। आने वाले दिनों में बाजार की दिशा का निर्धारण अमेरिकी अर्थव्यवस्था के आंकड़ों और वैश्विक बाजारों की स्थिति पर निर्भर करेगा। निवेशकों को सतर्क रहने की सलाह दी गई है, क्योंकि बाजार में अस्थिरता और गिरावट की संभावना बनी हुई है।