
Small Cap में निवेश करना कोई तेज़ दौड़ नहीं है, बल्कि एक मैराथन है
फंड मैनेजर स्मॉल-कैप जगत में अधिक पैसा लगाने से सावधान हैं और कुछ ने ऐसी योजनाओं में ताजा एकमुश्त निवेश ( Lumpsum) स्वीकार करना भी बंद कर दिया है,निप्पॉन एमएफ ने स्मॉल-कैप शेयरों में हालिया तेज रैली का हवाला देते हुए इन फंडों में ताजा एकमुश्त निवेश पर अस्थायी रोक लगा दी है।

Small Cap Fund इस समय हाई डिमांड में हैं, पिछले कुछ महीनों में इन योजनाओं में निवेश नई ऊंचाई पर पहुंच गया है। एसोसिएशन ऑफ म्यूचुअल फंड्स इन इंडिया (AMFI) के आंकड़ों से पता चलता है कि जून में स्मॉल-कैप फंडों में शुद्ध प्रवाह रिकॉर्ड 5,472 करोड़ रुपये आंका गया था, जो पिछले महीने के 3,282 करोड़ रुपये से बेहतर है। हालाँकि, फंड मैनेजर स्मॉल-कैप जगत में अधिक पैसा लगाने से सावधान हैं और कुछ ने ऐसी योजनाओं में ताजा एकमुश्त निवेश (Lumpsum) स्वीकार करना भी बंद कर दिया है,निप्पॉन एमएफ ने स्मॉल-कैप शेयरों में हालिया तेज रैली का हवाला देते हुए इन फंडों में ताजा एकमुश्त निवेश पर अस्थायी रोक लगा दी है।
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निप्पान इंडिया के फंड मैनेजर समीर रॉच का कहना है कि स्मॉल-कैप निवेश कोई तेज़ गति नहीं है। यह एक मैराथन है, यह सुनिश्चित करना बहुत महत्वपूर्ण है कि जो पैसा आ रहा है, उसमें दीर्घकालिक दृष्टिकोण और उसमें जोखिमों को झेलने की क्षमता हो। समीर राच का कहना है कि तेजी के बाजार में बहुत सावधानी से कदम उठाने की जरूरत है और यही एक कारण है कि हम तेजी के बाजार में प्रवाह को नियंत्रित करना चाहते थे।
