scorecardresearch

इस NBFC शेयर ने लौटाए 12 करोड़, तय वक्त पर पैसा देकर बढ़ाया निवेशकों का भरोसा

सोमवार के सत्र में NBFC के शेयर Paisalo Digital निवेशकों के फोकस में है। कंपनी ने तय समय पर निवेशकों को 12 करोड़ रुपये लौटा दिये हैं।

Advertisement
The 30-share BSE Sensex pack fell 345.80 points or 0.41 per cent to close at 83,190.28, while the broader NSE Nifty index dropped 120.85 points or 0.47 per cent to settle at 25,355.25.
The 30-share BSE Sensex pack fell 345.80 points or 0.41 per cent to close at 83,190.28, while the broader NSE Nifty index dropped 120.85 points or 0.47 per cent to settle at 25,355.25.

Paisalo Digital Limited ने अपने उन निवेशकों को बड़ी राहत दी है जिन्होंने कंपनी के डिबेंचर (NCD) में पैसा लगाया था। कंपनी ने 1,200 डिबेंचर को समय पर वापस खरीद लिया है और इसके बदले करीब ₹12 करोड़ रुपये का पेमेंट किया है। यह पैसा निवेशकों को 12 जुलाई 2025 को लौटा दिया गया।

advertisement

सम्बंधित ख़बरें

क्या होता है NCD?

NCD का मतलब Non-Convertible Debenture होता है। यह ऐसा लोन है जो कंपनी निवेशकों से लेती है और फिर एक तय समय पर ब्याज के साथ वापस करती है। बता दें कि डिबेंचर शेयर में नहीं बदलते। जो लोग फिक्स्ड इनकम की तलाश में होते हैं, वे इस तरह के ऑप्शन में निवेश करते हैं।

कंपनी ने अभी सिर्फ 1,200 NCD का पैसा वापस किया है, जबकि बाकी 600 डिबेंचर अभी बचे हैं। इन्हें 10 अक्टूबर 2025 को रिडीम किया जाएगा। इसका मतलब है कि कंपनी अपने कर्ज को धीरे-धीरे चुका रही है ताकि उस पर एक साथ ज्यादा बोझ न पड़े और निवेशकों को भी समय पर पैसा मिलता रहे।

जिनके पास ये 1,200 डिबेंचर थे उन्हें उनका पूरा पैसा वापस मिल गया। इसके साथ ही जो ब्याज कंपनी देने वाली थी, वह भी समय पर मिला। 

Paisalo Digital ने जब ₹12 करोड़ रुपये वापस किए, तो उसका कुल कर्ज भी उतना ही घट गया। इससे कंपनी पर अब कम ब्याज देना पड़ेगा और उसका मुनाफा बढ़ सकता है। इसके अलावा, इससे कंपनी की छवि भी मजबूत होती है क्योंकि समय पर कर्ज चुकाने वाली कंपनियों पर बाजार और निवेशकों का भरोसा बना रहता है।

Paisalo Digital के बारे में

Paisalo Digital एक ऐसी कंपनी है जो बैंक नहीं है, लेकिन लोन देती है। खासकर वह छोटे व्यापारियों और गांव-शहरों के लोगों को छोटे लोन देने का काम करती है। इसके लिए कंपनी को भी पैसे की जरूरत होती है, जो वो ऐसे ही डिबेंचर से जुटाती है। 

Disclaimer: ये आर्टिकल सिर्फ जानकारी के लिए है और इसे किसी भी तरह से इंवेस्टमेंट सलाह के रूप में नहीं माना जाना चाहिए। BT Bazaar अपने पाठकों और दर्शकों को पैसों से जुड़ा कोई भी फैसला लेने से पहले अपने वित्तीय सलाहकारों से सलाह लेने का सुझाव देता है।