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Brightcom Group को लेकर NSE ने उठाया बड़ा कदम, अब क्या करें निवेशक?

NSE की ओर से Brightcom Group का रिक्लासिफिकेशन किया है, जिसके तहत Z category में डाल दिया है। अब यहां Z category का मतलब क्या होता है? 'Z' श्रेणी में शामिल किए गए स्टॉक वो होते हैं जो एक्सचेंज की लिस्टिंग आवश्यकताओं का पालन करने में विफल रहते हैं या निवेशकों की शिकायतों का निवारण करने में विफल होते हैं फिर कंपनी या स्टॉक पर कार्रवाई की जाती है।

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NSE की ओर से Brightcom Group का रिक्लासिफिकेशन किया है, जिसके तहत Z category में डाल दिया है
NSE की ओर से Brightcom Group का रिक्लासिफिकेशन किया है, जिसके तहत Z category में डाल दिया है

Brightcom Group के शेयरों में बड़ी गिरावट देखने को मिल रही है। Brightcom स्टॉक में 5% से ज्यादा की गिरावट देखने को मिली है। स्टॉक सीधा 12 रुपए पर पहुंच गया है। यहां पर नेशनल स्टॉक एक्सचेंज के जरिए बहुत बड़ा कदम उठाया गया है। इसका असर स्टॉक पर कितना गहरा हो सकता है? क्या ये गिरावट और बढ़ सकती है? इसके साथ ही निवेशकों के पास अब क्या विकल्प हैं?

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कंपनी का मार्केट कैप

तो सबसे कुछ खास चीजों को देखते हैं। इस कंपनी के मार्केट कैप को देखें तो ये 2,476 करोड़ रुपए है। इसके PE को देखें तो 1.75 पर है। जो निवेशक PE देखकर निवेशक करते हैं वो तो कंफ्यूज हो जाएंगे, कहेंगे बहुत सस्ते वैल्यूएशन पर है। लेकिन स्थिति एकदम उलट है। ROE 22.3% है। Promoters की हिस्सेदारी देखें तो सिर्फ 18.38% है जबकि Public की होल्डिंग करीब 71% पहुंची हुई है। FIIs यानि विदेशी निवेशकों की हिस्सेदारी 10.53% है। सोचिए  Public की होल्डिंग करीब 71% है तो कितने निवेशक यहां फंसे हुए हैं। क्या होगा अब?

NSE की ओर से Brightcom Group का रिक्लासिफिकेशन

तो सबसे पहले खबर समझ लेते हैं। NSE की ओर से Brightcom Group का रिक्लासिफिकेशन किया है, जिसके तहत Z category में डाल दिया है। अब यहां  Z category का मतलब क्या होता है? 'Z' श्रेणी में शामिल किए गए स्टॉक वो होते हैं जो एक्सचेंज की लिस्टिंग आवश्यकताओं का पालन करने में विफल रहते हैं या निवेशकों की शिकायतों का निवारण करने में विफल होते हैं फिर कंपनी या स्टॉक पर कार्रवाई की जाती है। इसका मतलब ये हुआ कि स्टॉक को सस्पेंड करने का फैसला किया है। जून महीने के मिड में ट्रेडिंग सस्पेंड कर दी जाएगी और जब वापस ट्रेडिंग बहाल की जाएगी तो खबरों की मानें तो हफ्ते में एक दिन यानि सोमवार को ही ट्रेडिंग हो सकेगी। इसका मतलब आप खुद अंदाजा लगा सकते हैं निवेशकों को कितना बड़ा झटका लगा है। Nifty Microcap 250 और Nifty Total Market से  Brightcom Group को removed कर दिया गया है।

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मार्केट एक्सपर्ट राघवेंद्र सिंह

बिजनेस टुडे बाजार ने मार्केट एक्सपर्ट राघवेंद्र सिंह से बात की। उनका कहना है कि ये फैसला पहले ही आ जाना चाहिए था। कंपनी पर कई तरह के आरोप और अनियमितताएं सामने आ चुकी है। कुछ वक्त पहले SEBI की ओर से बड़ा कदम उठाते हुए भी चेयरमैन Suresh K Reddy को बाजार में काम करने से प्रतिबंधित कर दिया गया था और दिग्गज निवेशक शंकर शर्मा समेत 25 लोग अगले आदेश तक BCG के शेयर नहीं बेच पाएंगे। अब ऐसे में निवेशकों को तुरंत निकल जाना चाहिए। आपको बता दें कि  शेयर बाजार के दिग्गज निवेशक शंकर शर्मा ने भी इस स्टॉ में निवेश किया हुआ था। आपको याद होगा 22 अगस्त 2023 के आदेश में बाजार नियामक सेबी ने ब्राइटकॉम को तत्कालीन चेयरमैन एसके रेड्डी को बाजारों से और सूचीबद्ध कंपनियों में निदेशक पद हटने का फैसला सुनाया था।

Disclaimer: ये आर्टिकल सिर्फ जानकारी के लिए है और इसे किसी भी तरह से इंवेस्टमेंट सलाह के रूप में नहीं माना जाना चाहिए। BT Bazaar अपने पाठकों और दर्शकों को पैसों से जुड़ा कोई भी फैसला लेने से पहले अपने वित्तीय सलाहकारों से सलाह लेने का सुझाव देता है।