RBI के फैसले से बैंकिंग सेक्टर में जबरदस्त उछाल, Nifty Bank ने बनाया नया रिकॉर्ड
रेपो रेट में कटौती के बाद बैंक स्टॉक में शानदार तेजी देखने को मिली है। Nifty Bank अपने उच्चतम स्तर पर पहुंच गया है।

शुक्रवार को रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया (RBI) की तरफ से एक ऐसा फैसला आया जिसने पूरे बैंकिंग सेक्टर को जबरदस्त बढ़त दिला दी। RBI ने ब्याज दरों में 50 बेसिस प्वाइंट यानी 0.50 फीसदी की कटौती कर दी। बाजार को उम्मीद थी कि यह कटौती केवल 25 बेसिस प्वाइंट की होगी। लेकिन, जब यह दो गुनी निकली तो इसका सीधा असर शेयर बाजार पर देखने को मिला। खासकर बैंकिंग सेक्टर से जुड़े शेयरों ने जोरदार छलांग लगाई और Nifty Bank इंडेक्स ने अब तक का सबसे ऊंचा स्तर छू लिया।
Nifty Bank इंडेक्स शुक्रवार को 1.39 फीसदी की तेज़ी के साथ 56,535.85 के स्तर तक पहुंच गया, जो इसका रिकॉर्ड हाई है। इस तेजी में सबसे ज्यादा फायदा IDFC First Bank को हुआ। IDFC First Bank के शेयर 5 फीसदी चढ़कर ₹70.10 पर पहुंच गया। इसके बाद Axis Bank और पंजाब नेशनल बैंक (PNB) ने भी करीब 3 फीसदी की बढ़त दर्ज की। हालांकि, Canara Bank एकमात्र ऐसा शेयर रहा जो नुकसान में है।
RBI की इस बड़ी कटौती से बाजार को जहां लॉन्ग टर्म में फायदा मिलने की उम्मीद है, वहीं कुछ एक्सपर्ट्स मानते हैं कि शॉर्ट टर्म में यह फैसला बैंकिंग कंपनियों के मुनाफे पर थोड़ा असर डाल सकता है। दरअसल, ब्याज दरों में कमी से बैंकों की मार्जिन घट सकती है, लेकिन इससे कर्ज लेने वाले लोगों की संख्या बढ़ सकती है और क्रेडिट ग्रोथ यानी लोन देने का कारोबार फिर से रफ्तार पकड़ सकता है।
इस पॉलिसी के बाद निजी बैंकों के शेयरों ने सरकारी बैंकों की तुलना में बेहतर परफॉर्मेंस किया। Nifty Private Bank इंडेक्स में 1.35 फीसदी की बढ़त रही, जबकि Nifty PSU Bank इंडेक्स सिर्फ 0.75 फीसदी ही ऊपर चढ़ सका। कई प्राइवेट बैंकों के शेयर, जैसे Bandhan Bank, RBL Bank, Kotak Mahindra Bank, IndusInd Bank, HDFC Bank और Federal Bank ने बढ़त दर्ज की। YES Bank और ICICI Bank जैसे बड़े बैंक भी हरे निशान में हैं।
फाइनेंशियल सर्विस सेक्टर की बात करें तो HDFC AMC का शेयर लगभग 5 फीसदी चढ़ गया। वहीं Bajaj Finance में भी 4 फीसदी की तेजी आई। Shriram Finance और SBI Cards के शेयरों में भी बढ़िया उछाल देखने को मिला। दूसरी ओर, HDFC Life Insurance का शेयर थोड़ा गिरा और यह इकलौता लाल निशान वाला स्टॉक रहा।
विशेषज्ञों का मानना है कि RBI की यह दर कटौती यह दिखाती है कि अब सेंट्रल बैंक का पूरा फोकस ग्रोथ को बूस्ट करने पर है। फरवरी से अब तक RBI कुल 100 बेसिस प्वाइंट की कटौती कर चुका है, जो बताता है कि मांग को बढ़ाने की कोशिशें तेज हो चुकी हैं। साथ ही, RBI ने अब पॉलिसी स्टांस को 'न्यूट्रल' कर दिया है, जिससे यह साफ है कि आने वाले समय में वह डेटा देखकर ही कोई नया फैसला लेगा।
इस फैसले से जहां निवेशकों को फायदा हुआ, वहीं अब बाजार यह देखना चाहता है कि कर्ज में कितनी तेजी आती है और इसका फायदा बैंकों के मुनाफे में किस हद तक दिखेगा।