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Unlisted Share: NSE के बाद ये अनलिस्‍टेड शेयर फोकस में, 2 महीने में 50% चढ़ा भाव

NSDL Unlisted Share: NSE के बाद अब National Securities Depository Ltd (NSDL) के अनलिस्टिड शेयरों में शानदार तेजी देखने को मिली है। कंपनी का आईपीओ जल्द आने वाला है।

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अगर आप अनलिस्टेड शेयर बाजार पर नजर रखते हैं तो National Securities Depository Ltd (NSDL) का नाम इन दिनों काफी सुनने को मिल रहा होगा। NSDL का IPO जल्द आने वाला है। आईपीओ आने से पहले ही अनलिस्टेड मार्केट में इस शेयर में शानदार तेजी देखने को मिला है।  बीते दो महीनों में इसके शेयर में 50% से ज्यादा की तेजी आई है।

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डीलरों के मुताबिक, अप्रैल की शुरुआत में NSDL का शेयर जहां ₹800-850 के करीब ट्रेड कर रहा था, वहीं अब ये ₹1,200-1,225 तक पहुंच गया है। यह तेजी तब और आई जब इसका फ्री-ट्रांसफर रोका गया और नया ISIN नंबर जारी किया गया। इसके अलावा IPO से जुड़ी खबरों ने भी बाजार में हलचल बढ़ा दी है।

Altius Investech के CEO संदीप जिनोदिया कहते हैं कि ISIN अपडेट के बाद फ्री ट्रेडिंग शुरू हुई, जिससे डिमांड और तेजी से बढ़ी। NSDL और CDSL मिलकर भारत के डिपॉजिटरी सिस्टम में ड्योपॉली (Duopoly) बनाते हैं, यानी इन दोनों का ही दबदबा है। NSDL का नेटवर्क खासकर इंस्टिट्यूशनल इन्वेस्टर्स के बीच मजबूत है।

वहीं, मुंबई के डीलर हितेश धरावत के अनुसार शेयर की वैल्यू थोड़ी ज्यादा है लेकिन लॉन्ग टर्म नजरिया रखने वालों के लिए यह आकर्षक बना हुआ है। उनका मानना है कि CDSL के शेयर में आई तेजी का असर भी NSDL के अनलिस्टेड शेयर पर दिख रहा है।

कितना बड़ा होगा IPO? (NSDL IPO Details)

NSDL ने पहले जहां 57.26 मिलियन शेयरों का ऑफर रखा था, अब इसे घटाकर 50.15 मिलियन शेयर कर दिया गया है। इस IPO में IDBI Bank, NSE और Union Bank of India अपनी हिस्सेदारी बेचेंगे। इस IPO का प्राइस बैंड ₹750-850 के बीच हो सकता है।

इस पब्लिक इश्यू को संभालने वाले लीड मैनेजर्स ICICI Securities, Axis Capital, HDFC Securities, SBI Capital, IDBI Capital, Motilal Oswal Investment Advisors हैं और रजिस्ट्रार MUFG Intime India है।

कैसे हैं कंपनी के फाइनेंशियल्स?

वित्त वर्ष 2024-25 में NSDL का रेवेन्यू ₹1,420 करोड़ (YoY 12% ग्रोथ) रहा। वहीं, नेट प्रॉफिट ₹343 करोड़ पहुंच गया। कंपनी का EBITDA भी 31.5% बढ़कर ₹375 करोड़ हो गया।

बता दें कि CDSL के पास ज्यादा डिमैट अकाउंट हैं, लेकिन NSDL के पास ज्यादा एसेट्स अंडर कस्टडी हैं। यानी NSDL बड़े संस्थागत निवेशकों को संभालती है जबकि CDSL रिटेल निवेशकों में मजबूत है।

Disclaimer: ये आर्टिकल सिर्फ जानकारी के लिए है और इसे किसी भी तरह से इंवेस्टमेंट सलाह के रूप में नहीं माना जाना चाहिए। BT Bazaar अपने पाठकों और दर्शकों को पैसों से जुड़ा कोई भी फैसला लेने से पहले अपने वित्तीय सलाहकारों से सलाह लेने का सुझाव देता है।