शेयर बाजार के नाम 70 करोड़ ठगने वाले गाजियाबाद से पकड़े गए 'नटवरलाल'
लखनऊ की स्पेशल टास्क फोर्स (एसटीएफ) ने इंदिरापुरम कोतवाली क्षेत्र के वसुंधरा सेक्टर 5 में स्थित मोहन मीकिंस सोसाइटी से दो आरोपियों को गिरफ्तार किया है, जो शेयर ट्रेडिंग के नाम पर निवेश का झांसा देकर लोगों से 70 करोड़ रुपये की ठगी में शामिल थे।

लखनऊ की स्पेशल टास्क फोर्स (एसटीएफ) ने इंदिरापुरम कोतवाली क्षेत्र के वसुंधरा सेक्टर 5 में स्थित मोहन मीकिंस सोसाइटी से दो आरोपियों को गिरफ्तार किया है, जो शेयर ट्रेडिंग के नाम पर निवेश का झांसा देकर लोगों से 70 करोड़ रुपये की ठगी में शामिल थे। पुलिस ने उनके पास से छह मोबाइल, बैंक खातों और कंपनी से संबंधित दस्तावेज बरामद किए हैं।
एसटीएफ मेरठ के अपर पुलिस अधीक्षक बृजेश कुमार सिंह ने बताया
एसटीएफ मेरठ के अपर पुलिस अधीक्षक बृजेश कुमार सिंह ने बताया कि कई दिनों से सूचना मिल रही थी कि एक गिरोह शेयर ट्रेडिंग के नाम पर लोगों को मुनाफा कमाने का लालच देकर धोखाधड़ी कर रहा है। इस जानकारी के आधार पर एसटीएफ की टीम ने कार्रवाई की।
मोटे मुनाफे का लालच देकर ठगी
जानकारी मिली कि इस गिरोह का प्रमुख विनोद कुमार धामा, अपने साथियों के साथ मिलकर लोगों से धोखाधड़ी कर रहा था। वह शेयर ट्रेडिंग के नाम पर बड़ी रकम निवेश कराता और जब खाते में बड़ी रकम जमा हो जाती, तो कंपनी बंद कर देता था। फिर किसी अन्य स्थान पर नए नाम से कंपनी खोलकर वही प्रक्रिया दोहराता था।
कंपनियों में करोड़ों रुपये का निवेश होने के बाद बंद
धामा ने पहले भी नोएडा के सेक्टर-63 में "कल्प वृक्ष ट्रेडिंग मास्टर टेक्नोलॉजी प्राइवेट लिमिटेड" के नाम से एक फर्म चलाई थी। इसके अलावा, गाजियाबाद में "हॉट सिक्योरिटी लिमिटेड" और "आयुर्वेद इंडिया लिमिटेड" नामक फर्म भी खोली थी। इन कंपनियों में करोड़ों रुपये का निवेश होने के बाद इन्हें बंद कर दिया गया, और इसके बाद वह इंदिरापुरम में छिप गया था, जहां से उसकी गिरफ्तारी हुई।