Mutual Funds Buying: पिछले महीने कितने हजार करोड़ के शेयर खरीदे?
SBI MF और निप्पॉन इंडिया MF ने एस्टर डीएम हेल्थकेयर में 1 हजार करोड़ रुपये से ज्यादा का निवेश किया। आवास फाइनेंसर्स में SBI MF ने 860 करोड़ रुपये से ज्यादा का निवेश किया । यानी अगर अगली बार शेयर बाजार में गिरावट आए तो उससे घबराए बिना, इसे खरीदारी का मौका समझकर निवेश के विकल्पों को तलाशना फायदेमंद हो सकता है।

शेयर बाजार में गिरावट से घबराने वालों निवेशकों को Mutual Fundsकी स्टाइल को सीखने की जरुरत है। मार्च में कई बार शेयर बाजार में भारी गिरावट होने से निवेशकों के बीच हड़कंप मच गया था। लेकिन बीते महीने इस ट्रेंड का म्यूचुअल फंड्स ने जमकर फायदा उठाया। दरअसल, घरेलू म्यूचुअल फंड्स ने मार्च में घरेलू शेयरों में रिकॉर्ड 45 हजार 120 करोड़ रुपये का निवेश किया है। ये किसी एक महीने में उनकी अब तक की सबसे बड़ी खरीदारी है। घरेलू फंड्स का ये निवेश स्मॉलकैप और मिडकैप शेयरों में बिकवाली और ब्लू-चिप कंपनियों में बड़े ब्लॉक ट्रेडों के सौदों के बीच हुआ। मार्च में म्यूचुअल फंड्स ने शेयरों में जो निवेश किया वो फरवरी के मुकाबले 3 गुना ज्यादा था। मार्च 2024 से पहले। म्यूचुअल फंड्स ने का पिछला रिकॉर्ड भी मार्च में ही आया था जब 2020 में कोविड-19 के असर के दौरान मार्केट की गिरावट में उन्होंने करीब 30 हजार 300 करोड़ रुपये निवेश किए थे। म्यूचुअल फंड्स की खरीदारी में तेज बढ़ोतरी ने घरेलू संस्थागत निवेशकों यानी DIIs के कुल निवेश को भी बढ़ा दिया। इसमें म्यूचुअल फंड्स के अलावा बीमा कंपनियां और पेंशन फंड भी शामिल हैं।
Also Read: Anil Agarwal की Vedanta पर कौन हुआ बुलिश?
मार्च में संयुक्त निवेश
इनका मार्च में संयुक्त निवेश बढ़कर 56 हजार 300 करोड़ रुपये की नई ऊंचाई पर पहुंच गया। इसके पहले इनका भी पिछला उच्चतम स्तर मार्च 2020 में था जब उन्होंने 55 हजार 600 करोड़ रुपये निवेश किए थे। FIIs ने भी बीते महीने 4 अरब डॉलर का निवेश किया था। इस तरह घरेलू संस्थागत निवेशकों ने लगातार आठवें महीने भारतीय शेयर बाजार में शुद्ध निवेश किया। 2024 के पहले 3 महीनों में म्यूचुअल फंड्स ने साढ़े 82 करोड़ रुपये की शुद्ध इक्विटी खरीदारी की है जो 2023 के कुल 1.7 ट्रिलियन रुपये के निवेश का तकरीबन आधा है। विदेशी पोर्टफोलियो निवेशक यानी FPI भी मार्च में शुद्ध खरीदार रहे और उन्होंने 30 हजार 900 करोड़ रुपये की इक्विटी खरीदी। आमतौर पर एक ही महीने के दौरान म्यूचुअल फंड्स और FPI दोनों का तेज निवेश कम ही देखने को मिलता है। म्यूचुअल फंड्स ने मार्च में ब्लॉक डील के जरिए भी शेयरों में करीब 10 हजार करोड़ रुपये का निवेश किया। ICICI प्रूडेंशियल ने मार्च में ब्लॉक डील के जरिए 5 हजार करोड़ रुपये के ITC के शेयर खरीदे। SBI MF और निप्पॉन इंडिया MF ने एस्टर डीएम हेल्थकेयर में 1 हजार करोड़ रुपये से ज्यादा का निवेश किया। आवास फाइनेंसर्स में SBI MF ने 860 करोड़ रुपये से ज्यादा का निवेश किया । यानी अगर अगली बार शेयर बाजार में गिरावट आए तो उससे घबराए बिना, इसे खरीदारी का मौका समझकर निवेश के विकल्पों को तलाशना फायदेमंद हो सकता है।